Aankhen Shayari In Hindi / आँखें शायरी हिंदी में
Aankhen Shayari In Hindi / आँखें शायरी हिंदी में आँखे हमारे चेहरे का सबसे एहम हिस्सा होती हैं। हम सभी जानते हैं कि आँखे सीधे दिल का रास्ता होती हैं। किसी का प्यार आँखों से साफ पता चल जाता है और आप चाहे किसी से प्यार छुपाने की कितनी भी कोशिश करे लेकिन आँखें सब बयाँ कर देती है। आंखों से ही हम दुनिया की ख़ूबसूरती को देखते है
और आँखों से ही लोग दिल में उतर जाते है आंखे ही होती है जो हमे दुनिया की सचाई से रूह बा रूह करवाती है हमारी आंखे हमे दिखती है कोण अपना है कोन बेगाना और जब हमे अपने मेहबूब की आँखों में देखना होता है तब हमारी आंखे चमकती हुई दिखती है हमारी आंखे ही है की हमारी कामयाबी के वक़्त चमकती है लोगो को आँखों से ही पता चल जाता है
ऐसे ही आंखे के बहुत सरे ऐसे काम होते है जिनको जितना सोचो उतना ही कम है और आज हम इसी लिए अपने दोस्तों के लिए ये आँखों वाली शायरी लेकर आये है आप हमारी इन शायरी से अपने प्यार की तारीफ के लिए भी काम में ला सकते है आप को इस आँखों वाली शायरी में आपके अपने हिसाब की बहुत शायरी मिलेंगी और ऐसे ही और भी बहुत शायरी है जिनसे आप अपने प्यार अपने मेहबूब की तारीफ में चार चाँद लगा सकते है चले फिर शायरी पढ़े और अपने दिल की बात को शायरी के अंदाज़ में बया करे my love miss you shayari
Aankhen Shayari In Hindi / आँखें शायरी हिंदी में
दुश्मन बनी बैठी है यह
शहर भर की इमारते
जब से एक महबूब
की आंखें गली से लड़ी है.
पैगाम लिया है कभी पैगाम दिया है,
आँखों ने मोहब्बत में बड़ा काम किया है।
जाती है इस झील की गहराई कहाँ तक,
आँखों में तेरी डूब के देखेंगे किसी रोज।
महकता हुआ जिस्म तेरा गुलाब जैसा है,
नींद के सफर में तू एक ख्वाब जैसा है,
दो घूँट पी लेने दे आँखों के प्याले से,
नशा तेरी आँखों का शराब जैसा है।
तमाम अल्फाज़ नाकाफी लगे मुझको,
एक तेरी आँखों को बयां करने में।
ये कायनात सुराही थी, जाम आँखें थीं,
मुवसलत का पहला निज़ाम आँखें थीं।
कोई आग जैसे कोहरे में दबी-दबी सी चमके,
तेरी झिलमिलाती आँखों में अजीब सा शमा है।
निगाहे-लुत्फ से इक बार मुझको देख लेते है,
मुझे बेचैन करना जब उन्हें मंजूर होता है।
होता है राजे-इश्को-मोहब्बत इन्हीं से फाश,
आँखें जुबाँ नहीं है मगर बेजुबाँ नहीं।
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब,
और एक तेरी आँखें हैं कि होश में आने नहीं देती।
तेरी आंखो में मुझे प्यार नजर आता है
जब भी तुम मुझे देखते हो
मेरी आंखों का काजल ओर
भी गहरा हो जाता है.
Aankhen Shayari In Hindi / आँखें शायरी हिंदी में
तेरी आंखो में मुझे प्यार नजर आता है
जब भी तुम मुझे देखते हो
मेरी आंखों का काजल ओर
भी गहरा हो जाता है.
इतने सवाल थे कि मेरी उम्र से न सिमट सके,
जितने जवाब थे कि तेरी एक निगाह में आ गए।
बहुत बेबाक आँखों में ताल्लुक टिक नहीं पाता,
मोहब्बत में कशिश रखने को शर्माना जरूरी है।
कभी बैठा के सामने पूछेंगे तेरी आँखों से,
किसने सिखाया है इन्हें हर दिल में उतर जाना।
अगर कुछ सीखना ही है तो
आँखों को पढ़ना सीख लो,
वरना लफ़्ज़ों के मतलब तो
हजारों निकल आते है।
सिर्फ आँखों को देख के कर ली उनसे मोहब्बत,
छोड़ दिया अपने मुक़द्दर को उसके नक़ाब के पीछे।
मिली जब भी नजर उनसे धड़कता है हमारा दिल,
पुकारे वो उधर हमको इधर दम क्यों निकलता है।
बिना पूछे ही सुलझ जाती हैं सवालों की गुत्थियाँ,
कुछ आँखें इतनी हाज़िर-जवाब होती हैं।
क्या पूछते हो शोख निगाहों का माजरा,
दो तीर थे जो मेरे जिगर में उतर गये।
उतर चुकी है मेरी रूह में किसी की निगाह,
तड़प रही है मेरी ज़िंदगी किसी के लिए।
महफिल अजीब है ये मंज़र अजीब है,
जो उसने चलाया वो खंजर अजीब है,
ना डूबने देता है ना उबरने देता है,
उसकी आँखों का वो समंदर अजीब है।
Aankhen Shayari In Hindi / आँखें शायरी हिंदी में
जब जुबान पर पाबंदी लग जाती है
तो बिना अल्फाज कहे नजरे
सब कुछ बयां कर जाती है
मिलायेंगे नजर किससे कि वो बेदीद हैं ऐसे,
नहीं आईना में आँखें मिलाते अपनी आँखों से।
जो वो आँखों में आया कौन उसको देख सकता था,
क़सम आँखों की हम उसको छुपाते अपनी आँखों से।
ज़फ़र गिरिया हमारा कुछ-न-कुछ तासीर रखता है,
उन्हें हम देखते हैं मुस्कुराते अपनी आँखों से।
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आँखों में,
जहाँ देखे तू एक नजर वहाँ खुशबू बिखर जाए।
देखा है मेरी नजरों ने एक रंग छलकते पैमाने का,
यूँ खुलती है आँख किसी की जैसे खुले दर मैखाने का।
आपने नजर से नजर जब मिला दी,
हमारी ज़िन्दगी झूमकर मुस्कुरा दी,
जुबां से तो हम कुछ भी न कह सके,
पर आँखों ने दिल की कहानी सुना दी।
अब तक मेरी यादों से मिटाए नहीं मिटता,
भीगी हुई इक शाम का मंज़र तेरी आँखें।
नजर जिसकी तरफ करके निगाहें फेर लेते हो,
कयामत तक उस दिल की परेशानी नहीं जाती।
खुलते हैं मुझपे राज कई इस जहान के,
उसकी हसीन आँखों में जब झाँकता हूँ मैं।
आँखें शायरी हिंदी में
हमेशा जो खुद को सजाये रखते हैं
अंदर और ही हुलिया बनाये रखते हैं
पत्थर आँखें ही दिखाई देती हैं और
दिल में एक दरया सा रुकाये रखते हैं
वो कहने लगी नकाब में भी पहचान लेते हो
हजारों के बीच मैंने मुस्करा के कहा तेरी
आँखों से ही शुरू हुआ था इश्क हज़ारों के बीच
तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है
कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए
तुम छुपाते जरूर हो मुझसे पर तेरी आंखें बोल देती है
तुम्हारे दिल के सारे राज मेरे सामने खोल देती है
न जाने क्या कशिश है उसकी मदहोश
आँखों में नज़र अंदाज़ जितना भी करों
नज़र उसी पर जाती है
यूँ ही अंखियों में तेरी मेरी बात चली
बात यहां तक पहुंची मैंने तेरे बिना
जीना सिख लिया
ये आईने नही दे सकते तुम्हे तुम्हारी खूबसूरती
की सच्ची ख़बर कभी मेरी इन आँखों में
झांक कर देखो की कितनी हसीन हो
बात जो भी दिल में मुझसे सारी कहना चाहे
कितनी भी नाराजगी हो नेत्रों के सामने ही रहना
बहुत दूरी सह ली हमने अब एक पल कि भी
जुदाई नहीं है सहना
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आँखों में
जहाँ देखे एक नजर वहाँ खुशबू बिखर जाए
पर्दा करती हो तो करो
हम तो फिर भी मोहब्बत करेंगे
भला जिसकी आंखे इतनी खूबसूरत हो
तो सूरत तो माशाल्लाह होगी
Aankhen Shayari In Hindi / आँखें शायरी हिंदी में
आपकी आँखें उठी तो दुआ बन गई आपकी आँखें
झुकी तो अदा बन गई झुक कर उठी तो हया
बन गई उठ कर झुकी तो सदा बन गई
तेरे बिन बोले ही मुझे मेरे प्यार का जवाब
मिल गया तेरी नज़रे झुकी और हमारे प्यार का
फूल खिल गया
अपनी तस्वीर को आँखों से लगाता क्या है
एक नज़र मेरी तरफ देख तेरा जाता क्या है
मुझसे जब भी मिलो नजरें उठाकर मिलो मुझे
पसंद है अपने आप को तुम्हारी आँखों में देखना
तुमने कहा था आँख भर के देख लिया करो मुझे
अब आँख भर आती है पर तुम नज़र नहीं आते
ये जो नज़रों से तुम मेरे दिल पर वार करते हो
करते तो ज़ूल्म हो साहिब मगर कमाल करते हो
हर बार तेरी मुस्कुराती आँखों को देखता हूँ
चला आता हूँ तेरे पास ख़यालों में उड़ते हुए
तेरी निगाहों के जाल में ऐसा फंस गया
ना चाहते हुए भी सिर्फ तेरा हो गया
आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक़्त का क्या है गुजरता है गुजर जाएगा
मेरे बस में अगर होता हटा कर चाँद तारों को
मैं नीले आसमां पे बस तेरी आँखें बना देता
आँखें शायरी हिंदी में
तेरे दिल के सारे राज खोलती है
तुझसे ज्यादा तेरी आंखे बोलती है
इकरार में शब्दों की एहमियत नहीं होती
दिल के जज़्बात की आवाज़ नहीं होती
आँखें बयान कर देती है दिल की दास्तान
मोहब्बत लफ्जों की मोहताज नहीं होती
हज़ार बार मरना चाहा निगाहों मैं डूब कर
हमने वो निगाहें झुका लेते हैं हमें मरने नहीं देते
झील अच्छी कमल फूल अच्छा की जाम अच्छा
है तेरी आँखों के लिए कौन सा नाम अच्छा है
मुस्कुरा के देखा तो कलेजे में चुभ गयी,
खंज़र से भी तेज़ लगती हैं आँखें जनाब की।
मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ वो ग़ज़ल
आपको सुनाता हूँ एक जंगल है तेरी आँखों
में मैं जहाँ राह भूल जाता हूँ
तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो
तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है
मुझे शराब पिलाई गई है आँखों से
मेरा नशा तो हज़ारों बरस में उतरेगा
प्रेम की गली में सब शराब लेकर आए थे
हम बहुत खराब थे किताब लेकर आए थे
आए थे हँसते खेलते मय-ख़ाने में ‘फ़िराक़’
जब पी चुके शराब तो संजीदा हो गए
आँखें शायरी हिंदी में
बाद में मुझ से ना कहना घर पलटना ठीक है
वैसे सुनने में यही आया है रस्ता ठीक है
शाख से पत्ता गिरे, बारिश रुके, बादल छटें
मैं ही तो सब कुछ गलत करता हूँ अच्छा ठीक है
जेहन तक तस्लीम कर लेता है उसकी बर्तरी
आँख तक तस्दीक कर देती है बंदा ठीक है
गले मिलना न मिलना तो तेरी मर्ज़ी है लेकिन
तेरे चेहरे से लगता है तेरा दिल कर रहा है
तुम्हें हुस्न पर दस्तरस है मोहब्बत – वोहब्बत बड़ा जानते हो
तो फिर ये बताओ कि तुम उसकी आंखों के बारे में क्या जानते हो
ये ज्योग्राफिया, फ़लसफ़ा, साइकोलाॅजी, साइंस, रियाज़ी वगैरह
ये सब जानना भी अहम है मगर उसके घर का पता जानते हो
कश्तियाँ मौजों में तूफान में लंगर डूबे,
हम बचे थे तो किनारे पे पहुँच कर डूबे,
मैं तो कतरा था नजर उनसे मिलाता कैसे,
ऐसी आँखें… कि समंदर के समंदर डूबे।
करीब आ तेरी आँखों में देख लूँ खुद को,
बहुत दिनों से मैंने आइना नहीं देखा।
आँखों में नमी सी है चुप-चुप से वो बैठे हैं,
नाजुक सी निगाहों में नाजुक सा फसाना है।
दिल की बातें बता जाती हैं आँखें,
धड़कनों को जगा जाती हैं आँखें,
दिल पे चलता नहीं जादू चेहरे का कभी,
दिल को तो दीवाना बना जाती हैं आँखें।
आँखें शायरी हिंदी में
लोग नज़रों को भी पढ़ लेते हैं,
अपनी आँखों को झुकाए रखना।
ख़्वाब लफ्जों में नहीं ढलते,
काश आँखें पढ़ा करे कोई।
रह गये लाखों कलेजा थामकर,
आँख जिस जानिब तुम्हारी उठ गई।
खुदा तो उसकी आँखों में था,
हम खामखाँ आयतें पढ़ते रहे
उठती नहीं है आँख किसी और की तरफ,
पाबन्द कर गयी है किसी की नजर मुझे,
ईमान की तो ये है कि ईमान अब कहाँ,
काफ़िर बना गई तेरी काफ़िर-नज़र मुझे।
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आँखों में,
जहाँ देखे तू एक नजर वहाँ खुशबू बिखर जाए।
बिना पूछे ही सुलझ जाती हैं सवालों की गुत्थियाँ,
कुछ आँखें इतनी हाज़िर-जवाब होती हैं।
यह मुस्कुराती हुई आँखें
जिनमें रक्स करती है बहार,
शफक की, गुल की,
बिजलियों की शोखियाँ लिये हुए।
इतने सवाल थे मेरे पास कि
मेरी उम्र से न सिमट सके,
जितने जवाब थे तेरे पास सभी
तेरी एक निगाह में आ गए।
उस घड़ी देखो उनका आलम
नींद से जब हों बोझल आँखें,
कौन मेरी नजर में समाये
देखी हैं मैंने तुम्हारी आँखें।
आँखें शायरी हिंदी में
जाने क्यों डूब जाता हूँ हर बार इन्हें देख कर,
इक दरिया हैं या पूरा समंदर हैं तेरी आँखें।
निगाहों से कत्ल कर दे न हो तकलीफ दोनों को,
तुझे खंजर उठाने की मुझे गर्दन झुकाने की।
एक सी शोखी खुदा ने दी है हुस्नो-इश्क को,
फर्क बस इतना है वो आंखों में है ये दिल में है।
उसकी कुदरत देखता हूँ तेरी आँखें देखकर,
दो पियालों में भरी है कैसे लाखों मन शराब।
रात बड़ी मुश्किल से खुद को सुलाया है मैंने,
अपनी आँखों को तेरे ख्वाब का लालच देकर।
खुलते हैं मुझ पे राज कई इस जहान के,
उसकी हसीन आँखों में जब झाँकता हूँ मैं।
आँखें शायरी हिंदी में
कभी तो मेरी आंखें
पढ़ लिया करो
इनमे तुम्हारा
इश्क नजर आता है.
मेरी आँखों में झाँकने से पहले,
जरा सोच लीजिये ऐ हुजूर…
जो हमने पलके झुका ली तो कयामत होगी,
और हमने नजरें मिला ली तो मुहब्बत होगी।
फिर न कीजे मेरी गुस्ताख निगाहों का गिला,
देखिये आपने फिर प्यार से देखा मुझको।
सौ सौ उम्मीदें बंधती है, इक-इक निगाह पर,
मुझको न ऐसे प्यार से देखा करे कोई।
मैं उम्र भर जिनका न कोई दे सका जवाब,
वह इक नजर में, इतने सवालात कर गये।
बस इक लतीफ तबस्सुम बस इक हसीन नजर,
मरीजे-गम की हालत सुधर तो सकती है।
होता है राजे-इश्को-मुहब्बत इन्हीं से फाश,
आँखें जुबाँ नहीं है मगर बेजुबाँ नहीं।
आँखें शायरी हिंदी में
छोड़ दो करना मेरी
इन आंखो की तारीफे
तुम जब मेरे इश्क की
गहराई ना देख सके..
कोई दीवाना दौड़ के लिपट न जाये कहीं,
आँखों में आँखें डालकर देखा न कीजिए।
जो उनकी आँखों से बयां होते हैं,
वो लफ्ज़ शायरी में कहाँ होते हैं।
मुझ से कहती थीं वो शराब आँखें,
आप वो ज़हर मत पिया कीजिये।
नशीली आँखों से वो जब हमें देखते हैं,
हम घबरा कर आँखें झुका लेते हैं,
कौन मिलाये उन आँखों से आँखें,
सुना है वो आँखों से अपना बना लेते हैं।
जीना मुहाल कर रखा है मेरी इन आँखों ने,
खुली हो तो तलाश तेरी बंद हो तो ख्वाब तेरे।
क्या कशिश थी उस की आँखों में मत पूछो.
मुझ से मेरा दिल लड़ पड़ा मुझे यही चाहिये?
तेरी आँखों के जादू से
तू ख़ुद नहीं है वाकिफ़
ये उसे भी जीना सिखा देती हैं
जिसे मरने का शौक़ हो।
तेरा ख्याल कागज पर बिखरता ही रहा
इश्क उतर आया आंखों से देखते-देखते
आंखों में नशा ही नही होठों पर जाम भी चाहिए
ए खुदा यार मुझे कातिल नजरो वाला चाहिए.!