Adhura Pyar Shayari / अधूरा प्यार शायरी आज हम अधूरे प्यार के ऊपर कुछ शायरी आपके लिए लेकर आये है जिमे आपको मिलेंगे बेहतरीन शायरिया और शायरी फोटोज जिनको आप अपने व्हाट्सअप इंसटा या और भी कही भी जहा पर आपको स्टेटस लगाना चाहते है लगा सकते है और अपने चाहने वालो को को हमारी इस अधूरा प्यार शायरी के ज़रिये अपने अधूरे प्यार को दिखा सकते है की आप अभी किस हल में चल रहे हो ऐसा होता है न हम अपने अधूरे प्यार के वेयर में किसी को बताना सही नहीं समझते है अपने दिल के अंदर ही अंदर से जलते रहते है और किसी को बता भी नहीं सकते है और बताये भी कैसे इसलिए हम शायरी से बेहतर क्या मिलेगा अपने दिल की बात शायरी में कह भी देते है और लोग भी समझ जातेहै आज के टाइम में ऐसा बहुत ही ज़ादा हो रहा है की लोग मोहब्बत तो कर रहे है.
लेकिन उनको अपनी मोहब्बत नहीं मिलती है मोहब्बत न मिलने पर कुछ तो अपने लिए दूसरी मोहब्बत ढूंढ़ने निकल जाते है उनको कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन वही पर कुछ ऐसे भी लोग होते है जो सच्ची मोहबत करते है उनके लिए बहुत ही तकलीफ का मंज़र होता है और वो लोग अपने अआप को समल नहीं पाते क्यू की वो अपने महब्बूब से बहुत ही ज़ादा सच्ची मोहब्बत करते है वो टूट से जाते है और वो अपने आप को बिज़ी रखने के लिए अपने प्यार की तकलीफ से छुटकारा पाने के लिए कुछ अधूरा प्यार वाली शायरी सर्च करते है आज हम अपने उन्ही दोस्तों के लिए ये बहुत ही ज़दा बेहतरीन और पंसंद आने वाली शायरी लाये है हमारी इन शायरियो में आपके लिए बहुत अच्छी शायरी है हमारी ये पोस्ट अधूरा प्यार शायरी आपके लिए बहुत खास होने वाली है romantic and sexy shayari
Adhura Pyar Shayari / अधूरा प्यार शायरी
शायर बना दिया
अधूरी मोहब्बत ने
मोहब्बत अगर पूरी होती
तो हम भी एक ग़ज़ल होते
वक्त कम था बात अधूरी रह गयी,
अच्छे लोगो से मुलाकात अधूरी रह गयी
उसके जाने के बाद हम रोये बहुत,
कौन कहता है बरसात अधूरी रह गयी
उसकी यादें दिल में ही रह
गई थी शायद कोई मजबूरी
जो मेरी काहानी फिर अधूरी रह गई।
कहते हे हाथो कि लकीरे अधूरी हो तो,
किस्मत में मोहब्बत नहीं होती,
पर सच तो ये हे कि हाथो में
हो कोई प्यारा हाथ, तो लकीरो
कि भी जरुरत नहीं होती
लोग कहते हैं किसी एक के
चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती,
लेकिन लाखों के मिल जाने से
उस एक की कमी पूरी नहीं होती है
तुम्हारे पास हू लेकिन जो दूरी है
समझता हू तुम्हारे बिन मेरी हसी
अधूरी है समझता हू तुम्हे मै भूल
जाऊंगा ये मुमकिन है नही लेकिन
तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हू
जो मेरे हर दुआ में शामिल थी
वह बिन मांगे किसी और को मिल गई।
हर रात मेरी तनहाई पूछा करती हैं
कहा गई वो पगली सी दीवानी तेरी
और मैं बस उदास होके यही कह
पाता हु वो है अधूरी कहानी मेरी
मुझे भूल कर तो देखो,
हर ख़ुशी रूठ जाएगी, जब
अकेले तुम बैठोगी,
खुद-बा-खुद मेरी याद आएगी
अधूरी ख्वाइस पूरी हो जाए !
मुझे याद करना उनकी मज़बूरी
हो जाए ऐ खुदा कुछ ऐसी तकदीर
बना दे मेरी की उनकी हर
ख़ुशी हमारे बिना अधूरी हो जाए
Adhura Pyar Shayari / अधूरा प्यार शायरी
तुम चले गए पर यादें छोड़ गए,
जो करनी थी बाते वो अधूरी छोड़
गए अगर जाना ही था तोह बोल
देते क्यों मुझे वो हसीन सपने दिखये
हम अफसोस क्यूं करे की कोई हमे नहीं मिला
अफसोस तो वह करे जिन्हे हम नहीं मिले
एक तरफा ही सही मगर प्यार किया है उन्हें
हो या ना हो पर हमने तो बेशुमार किया हैं
इश्क़ अधूरा रह जाए तो नाज़ करना,
सच्चा प्यार मुकम्मल नहीं होता
एक तरफा प्यार सिर्फ और सिर्फ वही कर सकता है
जिसे पता हो वह उसे नहीं मिल सकता फिर भी कहे “वो मेरी है”
इश्क चाहे अधूरा रहा मेरा लेकिन शायरी मैंने पूरी लिखा है
तुम उसे भूलने कि बात करते हो
मै आज भी उसका नाम अपने साथ लिखा है
सच्चा कहा था किसी ने, अकेला जीना शिकलो
मोहब्बत कितनी भी सच्ची क्यों न हो धोखा दे जाती हैं
मत करना कभी इश्क़ इसमें बहुत झमेले है
हस्ते तो दोनों साथ में है लेकिन रोते अकेले हैं
कुछ लोग कभी हमारे नहीं होते बस
वक़्त कुछ पल के लिए उन्हें हमारे पास ले आते हैं
शायर तो हम है शायरी बना देंगे आपको शायरी मे क़ैद कर लेंगे
कभी सूनाओ हमे अपनी आवाज़ आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे।
ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,
बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
है जो पास उसे संभाल के रखना,
खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता
Adhura Pyar Shayari / अधूरा प्यार शायरी
वो ज़िंदगी ही किया जिसमे मोहब्बत नही,
वो मोहब्बत ही किया जिसमे यादें नही,
वो यादें क्या जिसमे तुम नही और
वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही
तूने जो मुझसे की थी क्या
उसी को मोहब्बत कहते है,
आज भी इस सवाल
का जवाब ढूड्ता हू मैं
तेरे जाने के बाद कुछ ऐसी हैं
कहानी मेरी हर कोई पूछता रहता है,
कहाँ गयी तेरी वो दीवानी
माना आज उन्हें हमारा
कोई ख़याल नहीं, जवाब देने
को हम राज़ी है, पर कोई
सवाल नहीं, पूछो उनके दिल से
क्या हम उनके यार नहीं,
क्या हमसे मिलने को वो बेकरार नहीं
हद से बढ़ जाये ताल्लुक तो
गम मिलते है, इसलिए अब
हम हर शख्स से कम मिलते है
तू ऐसे जुदा हुआ कि मैं
रात और तू सुबह हुआ
हम और तू मिल ना सके कभी
सिर्फ इस बात का गिला हुआ
बिखरा वज़ूद टूटे ख़्वाब सुलगती तन्हाईयाँ,
कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत।
जो मेरे हर दुआ में शामिल थी,
वह बिन मांगे किसी और को मिल गई.
इश्क़ बेशकीमती था,
लोग बाजारू निकले.
ये जो फ़िक्र हो रही है मेरी ,
इसका दाम बोलिए अच्छा,
याद आई है मेरी, तो फिर काम बोलिए.
Adhura Pyar Shayari / अधूरा प्यार शायरी
अपनी मुलाकात कुछ अधूरी सी लगी,
पास होकर भी दुरी सी लगी,
होठों पे हंसी,आँखों में मज़बूरी सी लगी,
जिंदगी में पहली बार किसी की दोस्ती जरुरी सी लगी.
शायर बनना बहुत आसान है,
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए.
किसी की तलाश में मत निकलो,
लोग खो नहीं जाते, बदल जाते है.
होती है मोहब्बत सिर्फ रूह की आवाज़,
शर्त इतनी है जिस्म से नजर हटानी होगी.
बिना मतलब के कोई आंसू नहीं पोछता,
इसलिए अश्क छुपा कर रखते हैं.
लिपटी रहती है आपकी याद यूं एहसासों से,
जैसे रूह लिपटी रहती है ज़िंदगी भर सांसों से.
अधूरी मोहब्बत,
सबसे खुबसूरत होती है.
अब दो हिस्सों में बंट गए मेरे सारे अरमान,
कुछ तुझे पाने निकले, और कुछ मुझे समझाने.
मेरी हर नई रात का,
वही पुराना दुख हो तुम.
मुझको मेरे वजूद की कसम,
मैने अगर तुझको,
तुझसे ज्यादा ना चाहा तो कहना.
Adhura Pyar Shayari / अधूरा प्यार शायरी
उसकी आंखे इतनी गहरी थी की,
तैरना तो आता था मगर डूब जाना अच्छा लगा.
लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से,
जिन्दगी अधूरी नहीं होती,
लेकिन लाखों के मिल जाने से,
उस एक की कमी पूरी नहीं होती है.
शायर बना दिया अधूरी मोहब्बत ने,
मोहब्बत अगर पूरी होती तो हम भी एक ग़ज़ल होते.
केसी हे ये महोब्बत तुम्हारी,
महफ़िल में मिले तो अंजाना कह दिया,
ओर एकेले में मिले तो जान कह दिया.
जब तन्हाई ही है मुकद्दर में,
तो किसी के सहारे की ख्वाहिश क्यों करें.
दुआ करो उनको मोहब्बत मिल जाए,
क्योंकि अधूरी मोहब्बत बहुत रुलाती है.
तुझे ना समझ आएगी मुश्किलात गरीबी की,
मैं छोटे घर का बड़ा हूं तु ये बात समझ.
ये दूरिया कहा मायने रखती है इश्क मे जनाब,
लबो पे मुस्कान के लिए उसकी याद ही काफी है.
कोई ख्वाइश तेरी अधूरी न रहे,
चाहे जिसे तू उस से दूरी न रहे,
खुशियों के फूल इतने खिलें तेरे जीवन में,
के हमारी याद भी तेरे लिए ज़रूरी न रहे.
क्त कम था बात अधूरी रह गयी,
अच्छे लोगो से मुलाकात अधूरी रह गयी,
उसके जाने के बाद हम रोये बहुत,
कौन कहता है बरसात अधूरी रह गयी.
Pyar ki Umar Likhwa Kar
दुनिया मे मोहब्बत आज भी बरकरार है,
क्योंकि एकतरफा प्यार अब भी वफादार है.
भले ना जताये वो,
मेरे अल्फाजो में खुद को ढूंढते हैं,
जब साथ थे, मनाते थे खूब,
अब वो ना रूठते हैं.
इश्क़ अधूरा रह जाए तो नाज़ करना,
सच्चा प्यार मुकम्मल नहीं होता.
मैं खुद भी अपने लिए अजनबी हूं,
मुझे गैर कहने वाले तेरी बात में दम है.
टूटे हुए कांच सा बिखरना गवारा नहीं था,
इसलिए पत्थर बन गए,
के कोई चाह कर भी चाह ना सके,
ज़माने के लिए जहर बन गए.
मोहब्बत हाथ में पहनी गयी चूड़ी की तरह होती है,
खनकती है, संवरती है और आखिर टूट जाती है.
हमें तो अपनों ने लूटा,
गैरों की तो बारी ही नहीं आने दी.
काली रातों को भी रंगीन कहा है मैंने,
तेरी हर बात पे आमीन कहा है मैंने.
उसकी यादें अभी भी आती है,
बुरी आदत आसानी से कहां जाती है.
बिखरा वज़ूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ,
कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत
कहते हे हाथो कि लकीरे अधूरी हो तो, किस्मत में मोहब्बत नहीं होती,
पर सच तो ये हे कि हाथो में हो कोई प्यारा हाथ,
तो लकीरो कि भी जरुरत नहीं होती.
Bade Bechen Rehte Hai
बहुत अजीब हैं हमारी मोहब्बत भी,
ना उस ने क़ैद में रखा , ना हम फ़रार हुए.
खता उनकी नहीं थी, हमने ही वहम पाल लिया था,
मोहब्बत हम समझ बैठे, उन्होंने तो सवाल किया था
रोज़ ये रंज की तु मेरा ना हो सका,
रोज़ ये मलाल कि कोई और तुझे छूता होगा.
मेरे अपने शिकवे हैं उसके अलग मसले हैं,
मेरी अपनी दहलीज है उसके अपने दायरे हैं.
आज दिल नहीं है कुछ लिखने को,
आज ऐसा करे की खामोशी को पढ़े.
रोज़ ये रंज की तु मेरा ना हो सका,
रोज़ ये मलाल कि कोई और तुझे छूता होगा.
मेरे अपने शिकवे हैं उसके अलग मसले हैं,
मेरी अपनी दहलीज है उसके अपने दायरे हैं.
आज दिल नहीं है कुछ लिखने को,
आज ऐसा करे की खामोशी को पढ़े.
यूँ तो तोहफे बहुत दिए जिंदगी ने,
पर उसने दिया वो भूलाया नहीं गया,
खामोश हो गई जिंदगी इश्क़ में,
मोहब्बत के नाम पर रुलाया नहीं गया.
लैला नहीं थामती अब किसी बेरोजगार का हाथ,
मजनू को गर इश्क़ हो तो कमाने लग जाए.
अधूरा प्यार शायरी
टूटे हैं दिल जोड़ने बैठे हैं,
जोड़ के फ़िर से तोड़ने बैठे हैं.
सब कुछ मिला मुझे,
सब कुछ खो देने के बाद.
गजब की जिन्दगी होती है शायरी लिखना,
खुद के खंजर से, खुद की खुदाई करना.
शायद इसलिए शायरी इतनी ख़ूबसूरत होती है,
कभी सच छुपा लेती है तो कभी शख़्स छुपा लेती है.
उसकी यादें दिल में ही रह गई,
थी शायद कोई मजबूरी,
जो मेरी काहानी फिर अधूरी रह गई.
शायरी हमारा शौक नहीं है ज़नाब,
ये तो मोहब्बत में मिली सजाएं हैं.
सच कहा था किसी ने,
अकेला जीना सीख लो,
मोहब्बत कितनी भी सच्ची क्यों न हो धोखा दे जाती है.
जो अधूरी रह गयी वो कहानी सोचना,
कभी बैठ के तनहा अपनी बात पुरानी सोचना.
मुझे भूल कर तो देखो,
हर ख़ुशी रूठ जाएगी,
जब अकेले तुम बैठोगी,
खुद-बा-खुद मेरी याद आएगी.
आज कुछ लिख दूं तेरे बारे मे,
मुझे पता है तू रोज ढूंढती है,
खुद को मेरे अल्फाज़ो मैं.
तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ,
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ,
तुम्हे मै भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नही लेकिन,
तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ.
Adhura Pyar Zaruri Nahi
सब कुछ है लेकिन तेरे अलफाज नही,
बिन तेरे अलफाज के कोई साज नही.
माना की खुद चलकर आये थे हम तेरे दर पे ए मोहब्बत,
पर दर्द, दर्द और सिर्फ दर्द ये कहाँ की मेहमान नवाजी है
अधूरी ख्वाइस पूरी हो जाए,
मुझे याद करना उनकी मज़बूरी हो जाए,
ऐ खुदा कुछ ऐसी तकदीर बना दे मेरी,
की उनकी हर ख़ुशी हमारे बिना अधूरी हो जाए.
तुम्हारा दिया हुआ इंतजार तुम्हें सौप जाएंगे,
हम चले जाएंगे तुम्हें इंतजार में छोड़कर.
हम ने ही सिखाया था उन्हें बाते करना,
आज उनके पास हमारे लिए ही वक्त नही है
जो मेरे हर दुआ में शामिल थी
वह बिन मांगे किसी और को मिल गई।