Apna Khayal Rakhna Shayari / अपना ख्याल रखना शायरी

Apna Khayal Rakhna Shayari / अपना ख्याल रखना शायरी दोस्तों हमारी लाइफ में कोई न कोई एक या एक से ज़ादा कोई ऐसा इंसान होता है जिस से हमे बहुत मोहब्बत भी होती है और मोहब्बत के साथ साथ उसकी हमशा फिकर लगी रहती है और उसको कही कुछ हो न जाये हमे इस बात का डर भी बहुत सताता है और हम उसकी फिक्र में पड़े रहते है आज हम अपनी इस स्पॉट के ज़रिये अपने दोस्तों को यानि के आप लोगो क लिए कुछ ऐसे ही फिक्र शायरी लाये है हमारी ये अपना ख्याल रखना शायरी आपको बहुत पसंद आने वाली शायरी है क्यू की हमने अपनी इस शायरी में बहुत ही फिक्र और ज़िम्मेदारी से ये अपना ख्याल रखना शायरी जमा की है और अब इनको अपने दोस्तों तक भी हम इन बेहतरीन शायरियो को पोहचने का काम कर रहे है अगर आपको भी किसी की फिक्र लगी रहती है और आपका भी कोई ऐसा है जिसकी आपको हमेशा फिक्र सताती है तो आप भी हमारी इन शायरियो का अपने चने वालो तक पोहचा कर अपनी दिल की मोहब्बत और फिक्र का इज़हार कर सकते है आप उनको ये भी बोल सकते हो हमारी शायरी के ज़रिये से की आप के लिए हम बहुत फिक्र मंद है आप अपना ख्याल रखिये और ये बात हम शायरी में ही बोल सकते है चले फिर देखते है ये ख्याल रखना शायरी

Apna Khayal Rakhna Shayari / अपना ख्याल रखना शायरी

Apna Khayal Rakhna Shayari

मिलके भी जो ना मिले,
जिन्दगी का वो ख्याल हो तुम,
ना सुलझेगा जो कभी,
ऐसा कठिन कोई सवाल हो तुम

जब खामोश आँखो से बात होती है,
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तुम्हारे ही ख़यालो में खोए रहते हैं,
पता नही कब दिन और कब रात होती है.

जीने की तमन्ना हो ,
तुम मेरी ज़रूरत हो,
मेरे ख़्याल से ,
तुम बड़ी खुबसूरत हो.

ख्यालों में रात को
तेरी तस्वीर बना बैठा,
इतनी अच्छी लगी की
सीने से लगा बैठा.

उदास लम्हों की न कोई याद रखना,
तूफान में भी वजूद अपना संभाल रखना,
किसी की ज़िंदगी की ख़ुशी हो तुम,
बस यही सोच तुम खुद का ख्याल रखना।

रात को सोते हुए एक यूही ख़्याल आया,
सुबह न जाग पाऊँ तो क्या उसे ख़बर मिलेगी कभी.

आपको देखा तो ये खयाल आया
जिंदगी धूप, तुम घना साया

दूर रहने वाले तुझसे बस यही कहूँगा कि,
जब भी मेरा ख्याल आये तुम अपना ख्याल रखना।

तेरी फिक्र … तेरा ज़िक्र… तेरा एहसास… तेरा ख्याल,
तू खुदा नहीं… फिर हर जगह मौज़ूद क्यूँ है?

अब तो इन प्यारी आँखों से भी जलन होती है मुझे,
खुली हो तो ख्याल तेरे, बंद हो तो ख़्वाब तेरे।

एक दिन यादों में सिमटे, ख़्याल मेरा तुझे भी आएगा,
हो सकता है मुझे खो देने का मलाल,उस दिन तुझे भी रुलाएगा।

दिल तो अजब शहर है ख्यालों का,
लूटा हुआ है हुस्न वालों का

अपना ख्याल रखना शायरी

Apna Khayal Rakhna Shayari

मैं पूरे दिन भर ना जाने
कितने चेहरो से रूबरू होता हूँ ,
पर पता नहीं रात को ख्याल,
सिर्फ तुमहारा ही क्युँ आता हैं.

कितना अच्छा लगता है,
जब कोई कहता है,
प्लीज़ मेरे लिए अपना
ख़याल रखना.

इश्क़ मे या इबादत अब कुछ साँझ नही आता,
एक खूबसूरत
ख़याल हो तुम जो कभी दिल से नही जाता

जब भी ख्याल किया तो ख्याल तेरा आया
जब भी आँखें बंद की तो ख्वाब तेरा आया,
सोचा याद कर लू इस जहाँ को
मगर जब भी होंठ खोले तो नाम तेरा आया.

एक तेरा ख़याल ही तो है मेरे पास.!
वरना कौन अकेले में बैठकर मुस्कुराता है?

तमाम ख़्याल तो उन्हीं के हैं
उनके सिवा मेरे दिल में कोई ख़्याल नहीं.

कठिन राह मे, मै तुम्हारे साथ हुं
तुम अपना ख्याल रखना
हो अगर कोई मुश्किल घड़ी
तुम अपना ख्याल रखना

रात में तो कोई भी किसी को
याद कर लेता है…..
सुबह उठते ही जो आए वो पहला
ख्याल हो तुम..

कब तक रखे हम किसी को अपने ख्यालों में,
अब किसी के ख़यालो में आने को जी चाहता है.

आ जाओ फिर से मेरे खयालो में
कुछ बातें करतें हैं…
कल जहाँ ख़तम हुई थी
वहीं से शुरुआत करतें हैं.

Shayari Khayal Rakhna Apna

Apna Khayal Rakhna Shayari

रात कई बुरे ख्याल लेकर आती है
दिल में दबे कुछ सवाल लेकर आती है
अक्सर नींद नहीं आती मुझे इन उलछनो में
मैरी नाकामयाबी मैं मिले ताने हजार लेकर आती हैं

होंठो में ही दम तोड़ देते हैं अब अल्फ़ाज़ मेरे।
कौन ख्याल रखेगा मेरा बाद तेरे।
कैसे जीने देगा हर वो लम्हा मुझे ऐ राज
जो जीवन गुजारा है मैंने साथ तेरे

धीरे से लबों पे
पिघला है यह सवाल.
तू ज़्यादा ख़ूबसूरत.. है
या तेरा ख़्याल.

तुम्हारा ख्याल मेरे मन से जाये भी तो जाये कैसे,
कि तुम मेरे ख्याल के
ख़्यालों मे भी शामिल हो.

एक तुम्हें ही देखने की चाह.
तन्हा रखती है ख्यालों की भीड़ में भी.

कितना अच्छा लगता है,
जब कोई कहता है,
प्लीज़ मेरे लिए अपना
ख़याल रखना.

तुम्हारी तस्वीर को हर हाल चूमूँगा,
तुम्हारी बाते तुम्हारे ख़्याल चूमूँगा,

मैं तुम्हारी आँखों को चूमने के बाद,
होंठ की बजाय तुम्हारे गाल चूमूँगा,

यक़ीनन वो साल अच्छा ही गुज़रेगा,
पहले दिन मैं तुम्हे जिस साल चूमूँगा,

तुम मिरे चूमने का इंतिज़ार किया करोगी,
ऐ जाँ मैं तुम्हे इतना कमाल चुमूँगा

अपना ख्याल रखना शायरी

Apna Khayal Rakhna Shayari

उसके ख्यालों से रंग गयी है… रूह तक मेरी,
अब किसी और का ख्याल आये तो आये कैसे।

न जाने कौन सा आँसू मेरा राज़ खोल दे..,
हम इस ख़्याल से नज़रें झुकाए बैठे हैं.

सांसे धीरेधीरे थम रही है जान धीरेधीर जा रही है
तुम अपना ख्याल रखना
मेरी दुनियां अब उजड़ रही है।

तेरा जिक्र तेरी फिक्र
तेरी आदत तेरा अहसास
जा रहा हु सब छोड़कर
तुम अपना ख्याल रखना।

तेरी आदत सी हो गई है मुझे
अब तेरी फिक्र सताती है मुझे
तुम अपना ख्याल रखना
बस यहीं बताना है मुझे।

आज मेरे दिल में ख्याल आया
यादों का भवंडर साथ लाया
दफन थे गुजारे हुए लम्हे दिल में
तेरी यादों का सैलाब साथ आया।

ख्याल रखा करो अपना
मेरी जान तुझ में बसती है
तुझे देखने को मेरी जान
ये आंखें हर वक्त तरसती है।

हर वक्त बस तेरा जिक्र रहता है
ये दिल तेरी फिक्र करता है
अपना ख्याल रखना हर दम
ये दिल सिर्फ तेरे लिए धड़कता है।

मेरी तुम फिक्र ना करना
तुम अपना ख्याल रखना
मुझ से दूर जाना है तो
कभी ये ज़ाहिर ना करना।

सलामत रहे जान तेरी
हम तो पल दो पल के मेहमान है
अपना ख्याल रखना जान मेरी
ये तो खुदा का फरमान है।

दूरियां है हम दोनों में
मैं तेरे पास आ नहीं सकता
तु अपना ख्याल रखना
ये मैं पास आके कह नहीं सकता।

ख्याल रखा करो अपना
तुम मेरी सांसों में बसती हो
दिल की धड़कन हो तुम
तुम मेरे जिस्मों जान में बसती हो।

Mashwara Hai Ek Tere Liye

bichadne wale


तुम हो मेरे दिल की धड़कन
खुद का जरा ख्याल रखना
कही बंद ना हो जाए इसकी धड़कन
तुम इसका ख्याल रखना।

सांसे धीरेधीरे थम रही है जान धीरेधीर जा रही है
तुम अपना ख्याल रखना
मेरी दुनियां अब उजड़ रही है।

के दुवा में तुझे मांगा है
ख्वाबों में तुझे अपना बनाया है
तुम अपना ख्याल रखना
के हकीकत में तुझे पाना है।

हिफाजत करू तेरी
ये मेरा जिम्मा है
तु अपना ख्याल रखा
तु मेरी अमानत है।

जरा संभाल कर चलना मेरी जान
इस दुनियां की नज़रे तुझ पर टिकी है
तु अपना ख्याल रखना
ये दुनियां बड़ी झूठी है।

तेरे आने का इंतजार हर रोज़ करते है
अपना ख्याल रखना तुझे खोने से डरते है।

तेरे सुख दुख में मैं साथ खड़ा हू
तु अपना ख्याल रखना मै तेरे दिल से जुड़ा हू।

होती फिक्र तेरी तुम हो मेरे सांसों से जुडी
तुम अपना ख्याल रखना ये है थोडी मुश्किल घड़ी।

सांसे धीरेधीरे थम रही है जान धीरेधीर जा रही है
तुम अपना ख्याल रखना
मेरी दुनियां अब उजड़ रही है।

Me Khush Hu Mere Hum Dum

me khush hu

लगे कभी डर तुम्हें मेरा हाथ पकड़ लेना
अपना ख्याल रखना मेरे साथ चलते रहना।

तुम मेरी यादों में खयालों में हर वक्त रहती हो
अपना ख्याल रखना तुम मेरी धडकनों में रहती हो।

तेरे ख्यालों में खोना बड़ा सुकून दे जाता है
इस दिल को थोडा आराम दिए जाता है।

तुम ख्याल नहीं हकीकत हो मेरी
तुम पहला प्यार आखरी सांस हो मेरी।

करता हु वादा तुझसे चाहूंगा ज्यादा खुद से
ख्याल रखूंगा तेरा ये पक्का वादा है तुझ से।

जिक्र होता है तेरा दिल बेकरार होता है
तेरे ख्यालों में कहीं गुमसुम सा होता है।

ना इश्क़ हुआ ना किसी से चाहत हुई
बस तेरे ख्यालों से मुलाकात हुई।

दूर रहने वाले तुझसे यही बस यही कहूँगा कि,
जब भी मेरा ख्याल आये तुम अपना ख्याल रखना।

तेरा ज़िक्र… तेरी फिक्र… तेरा एहसास… तेरा ख्याल,
तू खुदा नहीं… फिर हर जगह मौज़ूद क्यूँ है

आप को हमारी ये शायरी किसी लगी हमे उम्मीद है की हमारी ये कोशिश आपको पसंद आई होगी और ऐसी ही शायरिये पढ़ने के लिए हमारी साइट पार विसिट करे और हमारे इस लिंक पर किलिक करे Takleef Dard Broken Shayari 

Neeraj Yadav

मैं नीरज यादव इस वैबसाइट (ThePoetryLine.in) का Founder और एक Computer Science Student हूँ। मुझे शायरी पढ़ना और लिखना काफी पसंद है।

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