Barbad Kar Diya Shayar / बर्बाद कर दिया शायरी

Barbad Kar Diya Shayar / बर्बाद कर दिया शायरी अगर आप कही पर भी सर्च कर रहे है बर्बाद कर दिया शायरी तो यहाँ पर आपको बहुत ही जबरजस्त कलेक्शन मिलने वाला है क्यू की हमने आपके लिए यहाँ पर बहुत ही बहतरीन शायरी जमा की हुई है जिनसे आप को बर्बादी पर कोई भी शायरी मिलने वाली है और ये भी कोई अजीब बात नहीं है की कोई ये कहे की हमे फर्क नहीं पड़ता अगर मोहबत नहीं मिली तो इंसान अपने आपको बर्बाद ही समझता है और किसी तरह का कोई माली नुकसान हुआ है तो सब ही जानते है की इसको ही बर्बादी बोलते है काफी बरी ऐसा हुआ देखा होगा की अपना ही कोई धोका दे जाता है या फिर कही पर देगा कर जाता है तब भी हमे यही लगता है की हम बर्बाद हो गए है लेकिन मेरे दोस्तों ऐसी सोच को बदलो और किसी को भी इतनी आसानी से अपने साथ कुछ भी ऐसा ना करने दो जिस से हमे किसी तरह का नुकसान हो या फिर कोई हमे कोई नुकसान दे सके आज यही बात सोचते हुवे हमने ये सोचा की आज आप लोगो तक ये बर्बाद कर दिया शायरी पोहचानी चाहिए क्यू की आज के इस टाइम में कुछ न कुछ हो ही जाता है और ऐसा होने के बाद भी टेंसन हो जाती है कुछ हमारे दोस्त प्यार न मिलने पर बहुत दुखी हो जाते है तो आज हम अपने दोस्तों को ये बेहतरीन शायरी कलेक्शन दे रहे है दोस्तों ये शायरी आप अपने स्टेटस पर भी लगा कर उन के पास तक पोहचा सकते है जिनकी वजह से आज आप परेशां हो या किसी तकलीफ में हो चलो फिर देखते है ये बर्बाद कर दिया शायरी को

Dhoka Bewafa Shayari

Barbad Kar Diya Shayar / बर्बाद कर दिया शायरी

Barbad Kar Diya Shayar

ये दुनिया तुम्हें एक पल में बरबाद कर देगी,
मोहब्बत हो भी जाए तो उसे मशहूर मत करना।

आसान नहीं आबाद करना घर मोहब्बत का,
ये उनका काम है जो ज़िन्दगी बर्बाद करते हैं।

तू मेरी बरबादियों के जश्न में शामिल रहा,
ये तसव्वुर ही बहुत आराम देता है मुझे।

फ़रिश्ते ही होंगे जिनका हुआ इश्क़ मुकम्मल,
इंसानों को तो हमने सिर्फ बर्बाद होते देखा है।

वाह रे इश्क़ तेरी मासूमियत का जवाब नहीं,
हँसा कर करता है बर्बाद तू मासूम लोगों को।

कुछ लोग पसंद करने लगे हैं अल्फाज मेरे,
मतलब मोहब्बत में बरबाद और भी हुए हैं।

बरबाद होकर यार के दिल में मिली जगह,
आबाद कर गई मेरी बरबादियाँ मुझे।

लुटा के हर चीज मंजिल-ए-इश्क़ की राह में,
मैं हँस पड़ा हूँ आज खुद को बरबाद देख के।

तेरी हालत से लगता है तेरा अपना था कोई,
इतनी सादगी से बरबाद कोई गैर नहीं करता।

होता है जिस जगह मेरी बर्बादियों का जिक्र,
तेरा भी नाम लेती है दुनिया कभी- कभी

Zindagi Barbad Kar Di Shayar

Barbad Kar Diya Shayar

वैसे तो तुम्हीं ने मुझे बर्बाद किया है
इल्ज़ाम किसी और के सर जाए तो अच्छा।

किसे इल्जाम दूँ मैं अपनी बरबाद जिंदगी का,
वाकई में मोहब्बत जिंदगी बदल देती है।

मोहब्बत मे “हां” और “ना” दोनों एक ही शब्द है…
जिन्हे जवाब मिला, वो बर्बाद ही हुआ है

सज़दे कीजिये, या माँगिये दुआयें,,,,
जो आपका है ही नही, वो आपका होगा भी नही.

मालूम है मुझे वो ना मेरी थी ना कभी होगी !
बस इक शौक था उसके “पीछे “जिदंगी बर्बाद करने की

यूँ तो सिखाने को जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है;
मगर झूठी हँसी हँसने का हुनर तो मोहब्बत ही सिखाती है

मेरे अपने मशगुल हैं मुझे बर्बाद करने में,
गैरों से गिला क्या वो तो तमाशाई हैं

एक जैसी ही दिखती थी.. माचिस की वो तीलियाँ..
कुछ ने दिये जलाये.. और कुछ ने घर

जानते थे तोङ दोगे तुम…
फिर भी दिल तुम्हेँ देना अच्छा लगा

दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता

दर्द ने बर्बाद कर दिया शायरी

Barbad Kar Diya Shayar

बर्बाद हो गऐ थे हम दुनियाँ ने यूँ हमको सताया था,
हर एक मोड पे हम गिरते थे किसी ने भी ना हमको उठाया था,
तब तूने ही सनम एक उमीद का दिया जलाया था,
अपने हर एक गम को छुपाकर मुझे जीना सिखाया था,

“मैं भी हुआ करता था वकील इश्क वालों का कभी…
नज़रें उस से क्या मिलीं आज खुद कटघरे में हूँ

ऐ इश्क मुझे अब और जख्म चाहिये…!!
मेरी शायरी मे अब वो बात नही रही

मेरे इश्क़ से मिली है ,,
तेरे हुस्न को ये शौहरत ,
तेरा ज़िक्र ही कहाँ था
मेरी दीवानगी से पहले

इश्क कर लीजिए बेइंतेहा किताबो से..
एक यही ऐसी चीज़ है जो अपनी बातों से पलटा नही करती.

वो कहती है मेरे पास रहो…आस पास रहो…
मेरे इश्क़ में दिन रात रहो,यानि कि …
बर्बाद थे ,बर्बाद हो ,बर्बाद रहो

ये दुनिया तुम्हें एक पल में बरबाद कर देगी,
मोहब्बत हो भी जाए तो उसे मशहूर मत करना।

आसान नहीं आबाद करना घर मोहब्बत का,
ये उनका काम है जो ज़िन्दगी बर्बाद करते हैं।

तड़प उठते हैं, उन्हें याद करके,
जो गए हैं, हमे बर्बाद करके,
अब तो इतना ही ताल्लुक रह गया है
कि रो लेते हैं, बस उन्हें याद करके।

फ़रिश्ते ही होंगे जिनका हुआ इश्क़ मुकम्मल,
इंसानों को तो हमने सिर्फ बर्बाद होते देखा है।

वाह रे इश्क़ तेरी मासूमियत का जवाब नहीं,
हँसा कर करता है बर्बाद तू मासूम लोगों को।

फ़रिश्ते ही होंगे जिनका हुआ इश्क़ मुकम्मल,
इंसानों को तो हमने सिर्फ बर्बाद होते देखा है।

Sanam Bewafa Hai Ya Waqt Bewafa

Barbad Kar Diya Shayar

वैसे तो तुम्हीं ने मुझे बर्बाद किया है
इल्ज़ाम किसी और के सर जाए तो अच्छा।

राजनीति सबको सूट नही करती है,
कुछ नेताओं की किस्मत बना देती है तो
कुछ नेताओं को बर्बाद कर देती है.

तुम्हारे किरदार पर एक किताब लिखेंगे,
उस किताब का नाम हम, बर्बाद लिखेंगे।

इक तलब लगी थी यारो
चन्द दिनों में ही बर्बाद हो गया।

तुमको भूलने का समान लिये बैठा हूँ
हांथो में लिए जाम हर शाम बैठा हूँ
किस्सा मुहब्बत का कहूँ या बर्बादी का
तूम्हारी आदत को सरेआम किये बैठा |

रोज़ रोते हुए कहती है ये ज़िंदगी मुझसे,
सिर्फ एक शख्स कि खातिर मुझे बर्बाद मत कर।

ये दिल बर्बाद करके सो में क्यों आबाद रहते हो,
कोई कल कह रहा था तुम अल्लाहाबाद रहते हो !
ये कैसी शोहरतें मुझको अता कर दी मेरे मौला,
मैं सभ कुछ भूल जाता हूँ मगर तुम याद रहते हो

कुछ लोग पसंद करने लगे हैं अल्फाज मेरे,
मतलब मोहब्बत में बरबाद और भी हुए हैं।

कौन कहता है, मोहब्बत बर्बाद करती है…
निभाने वाला मिल जाये तो दुनिया याद करती है.

तुझ को खबर नहीं मगर इक सादा-लौह को
बर्बाद कर दिया तेरे दो दिन के प्यार ने !

Barbad Kar Diya Shayar

bahut na yaab

आइये तमाशा देखने वालों,
बर्बाद-ए-हालात हमारा ही नाम है…

जब मैंने कहा तुम्हारी जुदाई, बर्बाद कर देगी मुझे
तो उसने बड़े तल्ख़ लहज़े में कहा, बर्बाद हज़ारो है एक तुम भी सही।

किस ने कहा, किस से कहा, ये सब कहाँ अब याद है,
दिल ही ज़रा बर्बाद है, बाकी तो सब आबाद है।

कुछ लोग पसंद करने लगे हैं अल्फाज मेरे,
मतलब मोहब्बत में बरबाद और भी हुए हैं।

न जाने किस तरह के हैं दुनिया के लोग भी,
प्यार भी प्यार से करते हैं और बर्बाद भी प्यार से।

बरबाद करना था तो किसी और तरीके से करते
जिंदगी बनकर जिंदगी ही छीन ली तुमने।

सिर्फ हम ही है तेरे दिल में,
बस यही गलतफहमी हमें बर्बाद कर गई।

ना जाने क्यों कोसते हैं लोग बदसुरती को,
बर्बाद करने वाले तो हसीन चेहरे होते हैं

हो सकती है ज़िन्दगी में मोहब्बत दोबारा,
बस होसला होना चाहिए बर्बाद होने का

बाद-ए-हिज्र जमाने और मयखाने दोनो से मिला था,
कुछ यूँ मैने अपनी जिंदगी को बर्बादी का हवा दिया था।

बर्बाद कर दिया शायरी

rooz dil me

ईश्क में इस कदर हमारी बर्बादी हो गई,
हमने जिस -जिस को चाहा उसकी शादी हो गई..!!
ईश्कबरबाद होकर यार के दिल में मिली जगह,
आबाद कर गई मेरी बरबादियाँ मुझे।

लुटा के हर चीज मंजिल-ए-इश्क़ की राह में,
मैं हँस पड़ा हूँ आज खुद को बरबाद देख के।

तेरी हालत से लगता है तेरा अपना था कोई,
इतनी सादगी से बरबाद कोई गैर नहीं करता।

होता है जिस जगह मेरी बर्बादियों का जिक्र,
तेरा भी नाम लेती है दुनिया कभी-कभी।

वैसे तो तुम्हीं ने मुझे बर्बाद किया है
इल्ज़ाम किसी और के सर जाए तो अच्छा।

ये मोहब्बत है साहब अक्सर लोगों को बर्बाद करती है ,
बड़े खुशनसीब हैं वो जिन्हें मोहब्बत आबाद करती है..

मोहब्बत मे “हां” और “ना” दोनों एक ही शब्द है,
जिन्हे जवाब मिला, वो बर्बाद ही हुआ है

जिंदगी शायरी हिंदी में | उलझन जिंदगी शायरी :-
मालूम है मुझे वो ना मेरी थी ना कभी होगी,
बस इक शौक था उसके “पीछे” जिदंगी बर्बाद करने की

मेरे अपने मशगुल हैं मुझे बर्बाद करने में,
गैरों से गिला क्या वो तो तमाशाई हैं।

मैं भी हुआ करता था वकील इश्क वालों का कभी,
नज़रें उस से क्या मिलीं आज खुद कटघरे में हूँ।

Sikha Diya Duniya Ne Shaq Karna

sikha diya

एक महबूब लापरवाह सा एक मोहब्बत बेपनाह सी,
दोनों काफी हैं सुकून बर्बाद करने को।

शक़ करके बर्बाद होने से तो,
भरोसा करके लुट जाना ज्यादा बेहतर है.

मेरे दिल की हालत भी मेरे वतन जैसा है,
जिस को दी हुकूमत, उसी ने बर्बाद किया।

अजीब था उनका अलविदा कहना !सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं।
बर्बाद हुवे उनकी मोहब्बत में, की लुटा कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीँ।

कौन अपना है कौन पराया है पता चल जायेगा
चंद दिन के लिए अपने आप को बर्बाद कर के देख

मुझे तो होश नही, तुमको खबर हो शायद,
लोग कहते है कि तुम ने मुझ को बर्बाद कर दिया।

मैं मर भी जाऊ, तो उसे ख़बर भी ना होने देना,
मशरूफ़ सा शख्स है, कही उसका वक़्त बर्बाद ना हो जाये।

Leave a Comment