अहमियत

एक संबंध था,
जटिल सा उसका
मेरे साथ, बहुत पुराना नहीं
अभी अभी बना।

वह समझा नहीं,
जान गया कुछ समय बाद
मेरा साथ, बहुत पुराना नहीं
अभी अभी बना।

कुछ तो अहम था,
उसने मुझे चुना
दिखाया नहीं, जताया नहीं
वो संबंध है, आज भी
नया नया।

अहमियत है,
खिलखिलाते चेहरे की
दिखा नहीं वह, शायद
छुपा है कहीं, रिश्ता जो
अभी अभी बना।

– प्रयास गुप्ता। 


यह भी पढ़े→


1 thought on “अहमियत”

Leave a Comment