35+ Bewafa Shayari in Hindi For Girlfriend | बेवफा शायरी
प्यार की गाड़ी चलते-चलते जब रुक जाती है ना तो उस पर सवार आशिकों को बहुत दर्द होता है। मतलब अगर आपकी गर्लफ्रेंड जब आपके साथ धोका करके किसी और के साथ चली जाती है। आपके साथ किए सारे वादे को भूल वो इतनी पत्थर दिल हो जाती है कि आपके दिल को चोट पहुचाने लगती है। बेचारे लड़के आशिकों का हाल-बेहाल कर कर जाती है कुछ बेवफा लड़कियां। प्यार में जब मिले बेवफ़ाई तब टूटे दिल की जो दशा होती है, उसी के दर्द को हमने यहाँ Bewafa Shayari in Hindi For Girlfriend के माध्यम से प्रस्तुत किया है।
Best Bewafa Shayari Hindi
सुना है तुम्हारे चाहने वाले वाले बहुत है,
ये इश्क़ की मिठाई सब में बाँट दी तुमने,
सचमुच बहुत पक्की डोर है तेरी बेवफ़ाई की,
सुना है रकीब की पतंग भी काट दी तुमने॥
अब कैसे बताऊ क्या गुजरती है मेरे दिल पर,
जब किसी और के हाथ तेरे बदन को छुआ करते है,
ये जमाना जालिमो से भरा हुआ है,
ये लोग इतने अच्छे नहीं ! जीतने ये दिखा करते है॥
कितने किरदार थे उसके, बता दूँ क्या?
हालत-ए-दिल तुमसे जाता दूँ क्या? और
इस कदर कातिल उसकी निगाहे जालीम !
ना बने तू दीवाना तो, चल बता दूँ क्या!!
तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे,
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे!
ये तो बता किस बात की सजा दी तूने ओ बेवफा।
हम तो तेरे दर्द को अपना दर्द बनाने आए थे॥
कि प्यार तो मैं तुझसे बहोत करता हूँ !
लेकिन तेरी हकीकत भी जनता हूँ !
इसलिए तेरी गली तक तो जाता हूँ !
पर तेरी चौखट से ही लौट आता हूँ ॥
आजकल तुम दिखाई नहीं देती !
ये बताओ कहीं शुमार हो क्या ?
हुश्न भी अच्छा है, अदाएं भी देखी है!
पर ये बताओ वफ़ादार हो क्या!!
जाना ही था तो बता कर जाती,
यूं बेवफ़ा का इल्जाम खुद पर ना लगवाती!!
हमने सोचा था कि हम ही तड़प रहे है,
तुम्हारी यादों में ! पर आंखे बता रही है,
नींद रात भर आपको भी नहीं आती !!
तेरा दिया हुआ जख्म मेरे काम आ गया…
भरी महफिल में मैंने बेवफा कहा…
और सब के लबो पे तेरा नाम आ गया॥
कि मुझको सिर्फ उसका नशा है,
मुझ पर कोई भी नशा वार नहीं करता !
और मैं जानबूझ कर दिखता हूँ मजनू जैसा !
इसलिए मुझसे कोई प्यार नहीं करता !!
Bewafa Shayari in Hindi for Girlfriend
मैंने वक्त के पहिये को,
धीरे और तेज चलते देखा है,
अरे तुम गैरो की बात करते हो,
मैंने अपनों को बेवफा करते देखा है॥
उसको याद करते-करते मैं मर ना जाऊ कहीं!
एक फकीर ने हाथ देखकर कहा…
वो तेरी किश्मत में तो है, पर लकीरों में नहीं!!
मैं उसकी चाहत पूरी नहीं कर सकता !
उसकी चाहतें बड़ी है !!
मैं तो सिर्फ उसके पीछे पड़ा था !!
वो 3-4 के पीछे पड़ी है !!
मुझसे ऊंची डाली मिली तो,
उस पर जा बैठे तुम!!
दिल में बसाया था तुम्हें ,
सर पर आ बैठे तुम !!
जिससे दिल ना मिले !
उससे हाथ क्या मिलाना?
जो गिर जाये एक बार नजरों से,
उसे पलकों पर क्या बिठाना!!
2 दिलो की धडकनों में साज होता है,
सभी को अपनी मोहब्बत पर नाज होता है!
प्यार में हर कोई नहीं होता बेवफा,
बेवफ़ाई के पीछे भी कोई राज होता है॥
के आग लगी थी ! मैखाने में,
मैं उस पर शराब उड़ेल रहा था !!
पलटी जो निगाहें उसके घर की तरफ, तो ये क्या!!
रक़ीब उसकी ज़ुल्फों से खेल रहा था !!
जिस किसी को टूट कर चाहो बेवफा हो जाता है,
सर अगर झुकाओ तो सनम खुदा हो जाता है।
जब तक काम आते रहोगे, हमसफ़र कहलाओगे!
काम निकल जाने पर हमसफ़र कोई दूसरा हो जाता है॥
तू खुश है मेरे बगैर इसमे गलत कुछ नहीं है!
मैं खुश हूँ तेरे बगैर इसमे सच कुछ नहीं है !!
तुझे चाहा था और चाहता रहूँगा, ये सच है !
लेकिन अब तुझे ही चाहूँगा, ये सच नहीं है!!
Bewafa Shayari in Hindi for Love
कितनी कसमें खाओगी और कितने झूठ बाकी है !
इससे थी, उससे थी और न जाने किस-किस से थी,
तेरी मोहब्बत ! मुझे तो तबाह कर दिया !
और कितनों को करना बाकी है !!
के कोई जाम दे दो, तो कोई
उसकी रुसवाई का पैगाम दे दो!
अगर हो उसकी गली में कोई घर,
तो उसके घर के सामने एक मकान दे दो!!
रूह छूना चाहता था उसकी !
न जाने उसे जिश्म छूने वाले ही अच्छे लगे॥
सच कह-कहकर थक गया था, उससे!
न जाने उसे झूठ कहने वाले ही सच्चे लगे॥
इश्क़ किया था तुझसे,
इसलिए तो गलती अपनी बताई है।
मैंने ही तो झूठ बोला था इश्क़ में,
तूने तो बेवफ़ाई बड़ी इसमानदारी से निभाई है॥
इतना बुरा तो नहीं था
जितना तुमने बना दिया है।
खैर छोड़ो अब जाने भी दो,
तुमने तो मुझे भुला दिया है॥
कहाँ से लाऊं रोज एक नया दिल।
दिल तोड़ने वालों ने तो तमाशा बना रखा है॥
ये कैसा सितम था उनका,
कुछ पलो कि मोहब्बत के लिए,
मुझे सालों आजमाया गया,
फांसी मेरी पहले मुकर्रर कर दी!
अदालत मुझे बाद में ले जाया गया!!
गिरा दे कितना भी नजरों से मुझे,
झुकने पर मजबूर तो मैं तुझे भी कर दूंगा!
और एक बार महफिल बदनाम
करके तो देख ओ बेवफा मुझे !
कसम से पूरे शहर में मशहूर मैं तुझे भी कर दूंगा!!
Bewafa Sad Shayari in Hindi For Girlfriend
बेवफ़ाई की सारी हदे वो पार कर चुकी होगी!
अपने बदन की आबरू तार-तार कर चुकी होगी!
मेरे अलावा किसी और के साथ हमबिस्तर,
होकर वो ये कमाल कर रही होगी,
और ये किसकी उँगलियाँ है तेरे बदन पर,
उसके बिस्तर की चादर भी,
उससे ये सवाल कर रही होगी!!
तूने रिस्ता तोड़ा, मजबूरी होगी मैं मानता हूँ!
मुझे तो निभाने दे, मैं तुझसे भला क्या मांगता हूँ!
मुझे दर्द में देखकर वो मुस्कुरा रही है !
और मैं भी कितना पागल हूँ,
वो खुश रहे ! यही दुआ मांगता हूँ !!
मेरी आँखों से आशू नहीं रुक रहे !
और एक तू है कि हस के बात कर रही है।
लहजे में माफी, आँखों में शरम तक नहीं!
ये एक्टिंग का कोर्स तू लाजवाब कर रही है॥
तेरी हर हकीकत से रूबरू हो गया हूँ मैं!
ये पर्दा किस बात का कर रही है !
एक मैं हूँ कि आँखों से आशू नहीं रुक रहे!
और तू है की हस कर बात कर रही है।
ए बेवफा क्या तुझे थोड़ी सी शर्म आती है?
घड़ी मुझे गिफ्ट करके,
समय किसी और के साथ बिताती है!!
रूबरू ना हो पाया उससे बिछड़कर कभी,
पर उसकी आँखों को मैंने दिल के करीब रखा है,
इश्क़ के दस्तूर बड़े अच्छे से निभाना जानती है वो,
मेरे रकीब के लिए एक नया रकीब रखा है॥
कर के मुझ पर यूं जुल्म बेइन्तेहा !
कहती है चलो तुम्हें आज माफ करते है!!
धूल जमी थी खुद के चेहरे पर…
कहती है चलो आईना साफ करते है॥
कुछ आदतें पसंद है मेरी,
कुछ आदतें खराब लगती है,
जब से छोड़ गयी है वो,
इस शरीर को सिर्फ शराब लगती है॥
बदनाम करते है लोग मोहब्बत को,
पर सुरुवात तो दोस्ती से हुई थी।
खुद को खुद से ही बदनाम करते है,
चलो उनका काम आसान करते है,
चुभने लगी है इस धड़कन की आहटें मुझको,
चलो इसे रोकने का इंतेजाम करते है॥
यह भी पढ़े-