Maut shayari in hindi मौत शायरी हिंदी में

Maut shayari in hindi अगर आप किसी को बहुत ज़ादा प्यार करते है और वह आप को न मिले और आप से जुदा हो जाये तो आप को यही लगता है की काश मौत आ जाये आप को पल पल मरना पड़ता है ऐसे में आपका दिल दिमाग काम नहीं करता है मौत ऐसी चीज़ है जो अपने हात में नहीं होती लेकिन जब आप परेशां होते हो तो मौत मांगते हो कोई भी नहीं चाहता की इस दुन्या से जाये लेकिन कभी कभी लगता है मौत आ जाये ऐसे में हर कोई मौत पर शायरी Maut Shayari ढूँढता है जैसे- Death Shayari, Dard Bhare Status, Maut Shayari Image, Maut Shayari आपको इस पोस्ट में हम आप के लिए ज़ादा से ज़ादा मौत शायरी आप तक पोछने की कोशिश कर रहे है दोस्तों आप शायरी से अपना दिल दिमाग बिजी रखने में और टेंसन फ्री रहने में मदद करेगी ये है आप के लिए कुछ मौत शायरी

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Top 100+Maut Shayari in Hindi

Maut shayari in hindi

तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैं
वरना मरने का इरादा तो रोज होता है

सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है !
हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता

हद तो ये है कि मौत भी तकती है दूर से हमें ,
लेकिन उसको इंतजार है मेरी खुदकुशी का है

किसी खुशी के साथ जीना हो नही पा रहा मेरा,
मुझे अब किसी गम के साथ मौत का सफर तय करना है

मौत को तो यूँ ही बदनाम करते हैं लोग,
तकलीफ तो साली जिन्दगी देती है

क्या कहूँ तुझे ख्वाब कहूँ तो टूट जायेगा,
दिल कहूँ तो बिखर जायेगा !
आ तेरा नाम जिन्दगी रख दूँ !
मौत से पहले तो तेरा साथ छूट न पायेगा

मौत पर भी यकीन है उस पर भी एतबार है !
देखते हैं पहले कौन आता है दोनो का इंतज़ार है

आसमान के परे मुकाम मिल जाए,
खुदा को मेरा ये पैगाम मिल जाए,
थक गयी है धड़कनें अब तो चलते चलते,
ठहरे ये सांसे तो शायद आराम मिल जाए

वफा सीखनी है तो मौत से सीखो,
जो एक बार अपना बना ले तो,
फिर किसी का होने नहीं देती

वो कर नहीं रहे थे मेरी बात का यकीन,
फिर यूँ हुआ की मर के दिखाना पड़ा मुझे!

Maut shayari in hindi

एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन से तोड़ जायेंगे,
जितना जी चाहे सता लो मुझे,
एक दिन रोते हुए सबको छोड़ जायेंगे

छोड़ दिया मुझको आज मेरी मौत ने ये कह कर,
हो जाओ जब जिन्दा तो खबर कर देना

चूम कर कफन में लपटे मेरे चेहरे को !
उसने तड़प के कहा !
नए कपड़े क्या पहन लिए !
तो हमें देखते भी नहीं

लम्बी उम्र की दुआ मेरे लिए न माँग,
ऐसा न हो कि तुम भी छोड़ दो और मौत भी न आये

मेरे चहरे से कफन को हटा कर !
जरा दीदार तो कर लो !
ऐ बेवफा बंद हो गई है वो आंखे !
जिन्हे तुम रुलाया करते थे

इश्क कहता है मुझे एक बार कर के तो देख !
तुझे मौत से नहीं मिलाया तो मेरा नाम बदल देना

पता नहीं कौन सा जहर मिलाया था,
मोहब्बत में तुमने,
न जिंदगी अच्छी लगती हैं,
ना हीं मौत आती हैं

कितना दर्द है दिल में दिखाया नहीं जाता,
किसी की बर्बादी का किस्सा सुनाया नहीं जाता,
एक बार जी भर के देख लो इस चहरे को,
क्यूंकि बार बार कफन उठाया नहीं जात

Maut shayari in hindi

इक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं,
इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं,
जिन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं,
इक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नही

इक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं,
इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं,
जिन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं,
इक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नही

जहर पिने से कब मौत आती है,
मर्जी खुदा की भी चाहिए मरने के लिए

मोहब्बत के नाम पे दीवाने चले आते हैं,
शमा के पीछे परवाने भी चले आते हैं,
तुम्हें याद न आये तो चले आना मेरी मौत पर,
उस दिन तो बेगाने भी चले आते हैं

न जाने किस गुनाह की सजा दे दी,
उसे लिखकर किसी ओर के नसीब में,
मेरे खुदा ने ही मुझे मौत दे दी

वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे,
काश एक वादा ही उसने निभाया होता,
मौत का किसको पता कि कब आएगी,
पर काश उसने जिन्दा न जलाया होता

जहर पीने से कहाँ मौत आती है,
मर्जी खुदा की भी चाहिए मौत के लिए

यूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी जिंदगी,
हादसा यह भी कम नही की,
हमें मौत न मिली

Maut shayari in hindi

वो साथ थे तो मौत का खौफ था मुझे,
अब मैं तन्हा हुँ तो मौत क्यों नहीं आती मुझे

मौत की चिंता नहीं सताती मुझे,
मेरे सपनों का अधूरापन सताता है,
आज भी दिल में जल रही है
आग मेरा जूनून बताता है

मोहब्बत और मौत दोनों बिन बुलाए मेहमान होते है,
कब आजाए कोई नहीं जानता लेकिन,
दोनो का एक ही काम है एक को दिल चाहिए,
दुसरी को धड़कन

तकदीर बदलने की हिम्मत किसमें होती है !
सुना है मौत हाथों की रेखा में लिखी होती है

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
ये घुट घुट कर जीने से तोह मौत बेहतर है,
में कभी न जागूँ मुझे ऐसे नींद सुला दे

जब जान प्यारी थी तब दुश्मन हजार थे,
अब मरने का शौक है तो कातिल नहीं मिलते

वो ढूंढ रहे थे हमें शायद उन्हें हमारी तलाश थी,
पर जहाँ वो खड़े थे वही दफन हमारी लाश थी

मौत की वादियों से मैं कभी,
खुद को बचा तो न पाऊँगी,
पर जब तक चली साँसे,
कसम तेरी ये मोहब्बत निभाऊंगी

आशिक मरते नहीं सिर्फ दफनाए जाते हैं,
कब्र खोद कर देखो इंतजार में पाए जाते हैं

Maut shayari in hindi

एक दिन जब हुआ इश्‍क का एहसास उन्‍हें,
वो हमारे पास आ कर सारा दिन रोते रहे,
और हम भी इतने खुदगरज निकले यारों कि,
आँखे बंद कर के कफन में सोते रहे

साँसों के सिलसिले को न दो जिंदगी का नाम,
जीने के बावजूद भी मर जाते हैं कुछ लोग

कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं,
ज़िंदगी तू ने तो धोके पे दिया है धोका

ये जमीं जब खून से तर हो गई है,
जिन्दगी कहते हैं बेहतर हो गई है,
हाथ पर मत खींच बेमतलब लकीरें,
मौत हर पल अब मुकद्दर हो गई है

मौत से बचने का सबसे शानदार तरीका है,
दूसरे के दिलों मे जिंदा रहना सीख लो

मेरी जिंदगी तो गुजरी तेरे हिज्र के सहारे,
मेरी मौत को भी कोई बहाना चाहिए

मौत जिस्म की रिवायत है,
रूह को बस लिबास बदलना है

किसी को दिल से चाहना बुरा तो नहीं किसी,
को दिल में बसना बुरा तो नहीं गुनाह गोगा,
ज़माने की नजर में तो क्या हुआ ज़माने,
वाले भी इंसान है कोई भगवान तो नहीं

तमन्ना यही है बस एक बार आये,
चाहे मौत आये चाहे यार आये

सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है,
हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता

Maut shayari in hindi

अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो मौतन समझना,
कई बार हुआ है ऐसा तुझे याद करते करते

जिन्दगी से तो खैर शिकवा था,
मुद्दतों मौत ने भी तरसाया

अब नाराजगी खत्म कर दे मौत से कह दो,
वो बदल गया है जिसके लिए हम जिन्दा थे

जिन्दगी कशमकश-ए-इश्क के आगाज का नाम,
मौत अंजाम इसी दर्द के अफसाने का

एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे,
जितना जी चाहे सता लो मुझको,
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे

यूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी ज़िन्दगी,
हादसा ये भी कम नहीं कि हमें मौत न मिली

वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे,
काश एक वादा ही उसने निभाया होता,
मौत का किसको पता कि कब आएगी,
पर काश उसने ज़िन्दा जलाया न होता

तमाम उम्र जो हमसे बेरुखी की सबने,
कफ़न में हम भी अजीज़ों से मुँह छुपा के चले।

लम्बी उम्र की दुआ मेरे लिए न माँग,
ऐसा न हो कि तुम भी छोड़ दो और मौत भी न आये

ऐ हिज्र वक़्त टल नहीं सकता है मौत का,
लेकिन ये देखना है कि मिट्टी कहाँ की है

आखिरी दीदार कर लो खोल कर मेरा कफ़न,
अब ना शरमाओ कि चश्म-ए-मुन्तजिर बेनूर है

तमाम गिले-शिकवे भुला कर सोया करो यारो,
सुना है मौत किसी को कोई मोहलत नहीं देती

अब तलक हम मुन्तजिर रहे हैं जिनके,
उनको हमारा ख्याल तक न आया,
उनके प्यार में हमारी जान तक चली गयी,
उनको हमारी मौत का मलाल तक न आया

चले आओ मुसाफिर
आखिरी साँसें बची हैं कुछ,
तुम्हारी दीद हो जाती तो
खुल जातीं मेरे आँखें

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
यूँ घुट-घुट के जीने से तो मौत बेहतर है,
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे

जला है जिस्म तो दिल भी जल गया होगा,
कुरेदते हो जो अब राख जुस्तजू क्या है

कितनी अज़ीयत है इस एहसास में,
कि मुझे तुझसे मिले बिना ही मर जाना है

जरा चुपचाप तो बैठो कि दम आराम से निकले,
इधर हम हिचकी लेते हैं उधर तुम रोने लगते हो

खबर सुनकर मरने की वो बोले रक़ीबों से,
खुदा बख्शे बहुत-सी खूबियां थीं मरने वाले में

चंद साँसे बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो,
झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो,
ज़िन्दगी तो वीरान थी मौत भी गुमनाम ना हो,
मुझे गले लगा लो फिर चाहे मौत हजार दे दो

दो गज़ ज़मीन सही मेरी मिल्कियत तो है,
ऐ मौत तूने मुझको ज़मींदार कर दिया

ऐ मौत तुझे एक दिन आना है भले,
आ जाती शबे फुरकत में तो अहसां होता

हमारे प्यार का यूँ इम्तिहान न लो,
करके बेरुखी मेरी तुम जान न लो,
एक इशारा कर दो हम खुद मर जाएंगे,
हमारी मौत का खुद पे इल्ज़ाम न लो

अब मौत से कह दो कि नाराजगी खत्म कर ले,
वो बदल गया है जिसके लिए हम ज़िंदा थे​

बादे-फना फिजूल है नामोनिशां की फिक्र,
जब हम नहीं रहे तो रहेगा मज़ार क्या

अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जायेंगे,
मर के भी चैन न पाया तो किधर जायेंगे

आँख की ये एक हसरत थी कि बस पूरी हुई,
आँसुओं में भीग जाने की हवस पूरी हुई,
आ रही है जिस्म की दीवार गिरने की सदा,
एक अजब ख्वाहिश थी जो अबके बरस पूरी हुई

मौत-ओ-हस्ती की कशमकश में कटी उम्र तमाम,
गम ने जीने न दिया शौक ने मरने न दिया

वादा करके और भी आफ़त में डाला आपने,
ज़िन्दगी मुश्किल थी अब मरना भी मुश्किल हो गया

Maut shayari in hindi

प्यार में सब कुछ भुलाए बैठे हैं,
चिराग यादों के जलाये बैठे है,
हम तो मरेंगे उनकी ही बाहों में,
ये मौत से शर्त लगाये बैठे हैं

कितना दिल-फरेब होगा वो मेरी मौत का मंजर,
मुझे ठुकराने वाले मेरे लिए आँसू बहायेंगे

ये जमीं जब खून से तर हो गई है,
ज़िन्दगी कहते हैं बेहतर हो गई है,
हाथ पर मत खींच बेमतलब लकीरें,
मौत हर पल अब मुक़द्दर हो गई है

मुझे रुला कर सोना तो तुम्हारी आदत बन गई है,
अगर मेरी आँख न खुली तो तुम तड़पोगे बहुत

कोई नहीं आएगा मेरी जिदंगी में तुम्हारे सिवा,
बस एक मौत ही है जिसका मैं वादा नहीं करता

मोहब्बत मुझे थी बस तुम्हीं से सनम,
यादों में तुम्हारी यह दिल तड़पता रहा,
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी,
कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा

ढूढ़ोगे कहाँ मुझको मेरा पता लेते जाओ,
एक कब्र नई होगी एक जलता दिया होगा

ज़िन्दगी बैठी थी अपने हुस्न पे फूली हुई,
मौत ने आते ही सारा रंग फीका कर दिया

मौत से केह दो के हमसे नाराज़गी खतम कर ले अब
वो भी बहुत बदल गए हैं जिनके लिए जिया करते थे हम

हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे…
लकीरें देख कर बोला, तु मौत से नहीं,
किसी की याद में मरेगा

जहर पीने से कहाँ मौत आती है,
मर्जी खुदा की भी चाहिए मौत के लिए

मौत से क्या डर मिनटों का खेल है,
आफत तो ज़िन्दगी है जो बरसो चला करती है

एक मुर्दे ने क्या खूब कहा है,
ये जो मेरी मौत पर रो रहे है,
अभी उठ जाऊं तो जीने नहीं देंगे

सुना है मौत एक पल की भी मोहलत नहीं देती,
मैं अचानक मर जाऊ तो मुझे माफ़ कर देना

तू बदनाम न हो जाए इस लिए जी रहा हूँ मैं,
वरना मरने का इरादा तो रोज ही होता है

वफ़ा सीखनी है तो मौत से सीखो,
जो एक बार अपना बना ले
फिर किसी का होने नहीं देती

मौत तेरा डर नहीं मुझको,
क्योंकि मारा है जीते जी अपनो ने मुझको

पता नहीं कौन सा जहर मिलाया था तुमने मोहब्बत में?
ना जिंदगी अच्छी लगती है और ना ही मौत आती है

बहाने मौत के तो तमाम नज़र आते हैं,
जीने की वजह तेरे सिवा कुछ नही भी

ज़िंदगी इक सवाल है जिस का जवाब मौत है,
मौत भी इक सवाल है जिस का जवाब कुछ नहीं

Maut shayari in hindi

सुलगती जिन्दगी से मौत आ जाये तो बेहतर है
अब हमसे दिल के अरमानों का मातम नही होता…

जिन्दगी जख्मो से भरी है वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो है एक दिन मौत से फिलहाल जिन्दगी जीना सीख लो…

ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूं,
मौत भी हो जाती है और कातिल भी पकड़ा नही जाता

कमाल है न जाने ये कैसा उनका प्यार का वादा है
चंद लम्हे की जिंदगी और नखरे मौत से भी ज्यादा है.

तलब मौत की करना गुनाह है ज़माने में यारों,
मरने का शौक है तो मुहब्बत क्यों नहीं करते

वफ़ा सीखनी है तो मौत से सीखो,
जो एक बार अपना बना ले
फिर किसी का होने नहीं देती

उन दो पंक्तियों में
मैंने अपनी पूरी कहानी लिख दी,
मौत बड़ी पास से गुजरी,
जिन्द़गी ने होंठों पर झूठी मुस्कुराहट रख दी

वो जो मेरी जिंदगी थी ना,किसी ओर की हो गई,
अब मेरी मौत मेरी हो जाए, तो कमाल हो जाए

जिसकी याद में सारे जहाँ को भूल गए,
सुना है आजकल वो हमारा नाम तक भूल गए,
कसम खाई थी जिसने साथ निभाने की यारो,
आज वो हमारी लाश पर आना भूल गए

इश्क कहता है मुझे इक बार कर के देख,
तुझे मौत से न मिलवा दिया तो मेरा नाम बदल देना

मोहब्बत के नाम पे दीवाने चले आते हैं,
शमा के पीछे परवाने चले आते हैं,
तुम्हें याद न आये तो चले आना मेरी मौत पर,
उस दिन तो बेगाने भी चले आते हैं

मुझे रुला कर सोना तो तुम्हारी आदत बन गयी है,
अगर मेरी आँख ही न खुली तो तड़पोगे बहुत तुम

मार डालेगी मुझे ये खुशबयानी आपकी,
मौत भी आएगी मुझको तो जबानी आपकी

चंद साँसे बची हैं आखिरी दीदार दे दो,
झूठा सही एक बार मगर प्यार दे दो,
ज़िन्दगी तो वीरान थी पर मौत तो गुमनाम न हो,
मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हज़ार दे दो

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
यूँ घुट-घुट के जीने से मौत बेहतर है,
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे

वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे,
काश एक वादा उसने निभाया होता,
मौत का किसको पता कि कब आएगी,
पर काश उसने जिंदा दफनाया न होता

सुहाना मौसम और हवा में नमी होगी,
आंसुओं की बहती नदी न थमी होगी,
मिलना तो हम तब भी चाहेंगे आपसे,
जब आपके पास वक़्त और…
हमारे पास साँसों की कमी होगी

मिटटी मेरी कब्र से उठा रहा है कोई,
मरने के बाद भी याद आ रहा है कोई,
कुछ पल की मोहलत और दे दे ए खुदा,
उदास मेरी कब्र से जा रहा है कोई

जब हुआ मेरे इश्क का एहसास उन्हें,
आकर वो पास सारा दिन रोते रहे,
हम भी निकले खुद-गर्ज इतने यारो,
कफ़न में आँख बंद किये सोते रहे

तूफ़ान है जिंदगी तो साहिल है तेरी दोस्ती,
सफ़र है मेरी जिंदगी मंजिल है तेरी दोस्ती,
मौत के बाद मिल जायेगी मुझे जन्नत,
जिंदगी भर रहे अगर कायम तेरी दोस्ती

जब तेरी नजरों से दूर हो जायेंगे हम,
दूर फिजाओं में कहीं खो जायेंगे हम,
मेरी यादों से लिपट कर रोने आओगे तुम,
जब जमीन को ओढ़ कर सो जायेंगे हम

प्यार में सब कुछ भुलाये बैठे हैं,
चिराग यादों के जलाये बैठे हैं,
हम तो मरेंगे उनकी ही यादों में,
यह मौत से शर्त लगाये बैठे हैं

maut shayari in hindi

एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन से तोड़ जायेंगे,
जितना जी चाहे सता लो तुम मुझे,
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे।

धरती के गम छुपाने के लिए गगन होता है,
दिल के गम छुपाने के लिए बदन होता है,
मर के भी छुपाने होंगे गम शायद,
इसलिए हर लाश पर कफ़न होता है.

हर काम किया मैंने उसकी ख़ुशी के लिए,
जाने तब भी क्यूँ बेवफा कहलाता हूँ,
मौत से पहले उसकी दीदार की ख्वाहिश है मेरी,
बस इसलिए ज़िन्दगी का साथ निभाता हूँ.

मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम,
यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा,
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी,
कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा.

एक दिन निकला सैर को मेरे दिल में कुछ अरमान थे,
एक तरफ थी झाड़ियाँ… एक तरफ श्मशान थे,
पैर तले इक हड्डी आई उसके भी यही बयान थे,
चलने वाले संभल कर चलना हम भी कभी इंसान थे.

कीमत पानी की नहीं, प्यास की होती हैं,
कीमत मौत की नहीं, सांस की होती हैं,
प्यार तो बहुत करते हैं, दुनिया में,
कीमत प्यार की नहीं, विश्वास की होती हैं

जलोगे तुम भी तड़प में किसी से,
जब तुम्हे सच्चा प्यार होगा,
मेरे चिता की आग जब देखोगे तुम्हे,
प्यार का मेरे एहसास होगा

एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन से तोड़ जायेंगे,
जितना जी चाहे सता लो तुम मुझे,
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे

मौत मांगते है तो ज़िन्दगी खफा हो जाती है
जहर लेते है तो वो भी दवा हो जाती है
तु बता ऐ ज़िन्दगी तेरा क्या करू
जिसको भी चाहा वो बेवफा हो जाती है

मेरे मरने के बाद हमारा प्यार याद करोगे
तेरी दुनिया को छोड़कर अब ना वापस आएंगे
हम भी अपने खुदा के पास तेरा खत दिखाएंगे
तेरी हर एक जुर्म की कहानी अपने रब को सुनाएंगे

मैंने खुदा से एक दुआ मांगी,
दुआ में अपनी मौत मांगी,
खुदा ने कहा मौत तो तुझे दे दूँ,
पर उसका क्या जिसने हर दुआ में तेरी जिंदगी मांगी

ऐ मौत, मैं तुझे गले लगाना चाहता हूँ,
कितनी वफ़ा है तुझ में यह आज़माना चाहता हूँ,
रुलाया है बहुत दुनिया में लोगो ने मुझे,
मिले जो तेरा साथ तो मैं लोगो को रुलाना चाहता हूँ

मेरी हर खता पे नाराज न होना
अपनी प्यारी सी मुस्कान कभी न खोना
सुकून मिलता है देख कर आपकी हंसी को
मुझे मौत भी आ जाये तो भी न रोना

जो आपने न लिया हो, ऐसा कोई इम्तिहान न रहा,
इंसान आखिर मोहब्बत में इंसान न रहा,
है कोई बस्ती, जहां से न उठा हो ज़नाज़ा दीवाने का,
आशिक की कुर्बत से महरूम कोई कब्रिस्तान न रहा

लम्हा लम्हा सांसें खत्म हो रही हैं,
ज़िन्दगी मौत के पहलू में सो रही है,
उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह,
वह तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है

आंखें खुली हो तो चेहरा तुम्हारा हो,
आँखें बंद हो तो सपना तुम्हारा हो,
मुझे मौत का डर नहीं होगा,
अगर कफ़न की जगह दुपट्टा तुम्हारा हो

अब तक हम मुन्तजिर हैं जिनके ऐ खुदा,
उनको हमारा ख्याल तक न आया,
उनके इश्क में हमारी जान तक चली गयी,
और उनको हमारी मौत का मलाल तक

कल अगर फुर्सत न मिली तो क्या होगा,
इतनी मोहलत न मिली तो क्या होगा,
रोज़ कहते हो कल मिलेंगे कल मिलेंगे,
कल ये आँखे न खुली तो क्या होगा

तुम दर्द भी हो मेरा और दर्द की दवा भी हो,
मेरी मौत का कारण भी हो तुम, जीने की वजह भी हो,
खुली नज़रो से तुम दूर हो बहुत मुझसे,
बंद आँखों में हर जगह मेरे पास भी हो तुम

क्या कहूँ तुझे… ख्वाब कहूँ तो टूट जायेगा,
दिल कहूँ, तो बिखर जायेगा।
आ तेरा नाम ज़िन्दगी रख दूँ,
मौत से पहले तो तेरा साथ छूट न पायेगा

ना चाँद अपना था और ना तू अपना था,
काश दिल भी मान लेता की सब सपना था
कोई नही आएगा मेरी ज़िदंगी मे तुम्हारे सिवा,
एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता

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