Mera Dard Shayari In Hindi मेरा दर्द शायरी हिंदी में

Mera Dard Shayari In Hindi मेरा दर्द शायरी हिंदी में / दोस्तों दर्द एक ऐसी चीज़ है जो सब को होता है किसकी का ज़ादा किसी को कम ऐसा कोई इंसान नहीं जिसको लाइफ में कभी कोई दर्द कोई तकलीफ नहीं हुई हो जब तकलीफ होती है दर्द भी तभी होता है दर्द बहुत प्रकार के होते है दर्द बहुत बेरेहेम होता है जिसको होता है उसकी तकलीफ वो ही जनता जिस को होता है दर्द किसी के बिछड़ने का भी होता है दर्द किसी के न मिलने का भी होता है दर्द किसी को खोने का भी होता है आज हम इसी दर्द के ऊपर दर्द इ दिल शायरी लाये है अगर आप किसी से दूर हो और उनकी याद आपको परेशान कर रही है उसको भेज सकते हो या आप को किसी के न मिलने का दर्द है तो आप ये दर्द शायरी अपने स्टेटस पर भी लगा सकते है

किसी को भी भेज सकते है आप ये दर्द ऐ दिल शायरी में अपना दर्द देखो और आप को लगेगा ये आपके दर्द के ऊपर ही है चले फिर देखते है दर्द ऐ दिल शायरी ऐसी और भी बहुत शायरी हम आप के लिए पहले बही लाये है और आगे भी लाते रहेंगे लव शायरी बेवफा शायरी दोस्ती शायरी गुड नाईट शायरी मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी asi aur bhi bahur shayari hum aap ke liye pehle bhi laye hai aur age bhi late rahenge love shayari life shayari bewafa shayari dosti shayari good night shayari mirza galib ki shayari/ life se related shayari hindi shayari aap ko bahut sari shayari yaha mil jayngi

Mera Dard Shayari In Hindi

dard e dil

बहुत दर्द हैं ऐ जान-ए-अदा तेरी मोहब्बत में,
कैसे कह दूँ कि तुझे वफ़ा निभानी नहीं आती।

कितना लुत्फ ले रहे हैं लोग मेरे दर्द-ओ-ग़म का,
ऐ इश्क़ देख तूने तो मेरा तमाशा ही बना दिया

ये सच है कि हम मोहब्बत से डरते हैं,
क्यूँ कि ये प्यार दिल को बहुत तड़पाता है,
आँख में आँसू तो हम छुपा सकते हैं,
दर्द-ए-दिल दुनिया को पता चल जाता है

मेरे दर्द का जरा सा हिस्सा लेकर तो देखो,
सदियों तक याद करते रहोगे तुम भी

शुक्र करो कि हम दर्द सहते हैं, लिखते नहीं,
वरना कागजों पर लफ्जों के जनाज़े उठते

दिल से महसूस कर सकते हैं उस दर्द को,
जो तेरी कलम ने एक-एक करके तराशा है

मुस्कुराने से भी होता है दर्द-ए-दिल बयां,
किसी को रोने की आदत हो ये जरूरी तो नहीं

ग़म सलीके में थे जब तक हम खामोश थे,
जरा जुबान क्या खुली दर्द बे-अदब हो गए

लफ्ज़-ए-तसल्ली तो बस एक तकल्लुफ है,
जिसका दर्द उसका दर्द बाकी सब अफ़साने

उसी का शहर, वही मुद्दई, वही मुंसिफ,
हमें यकीन था हमारा क़सूर निकलेगा

ज़िन्दगी ने मेरे दर्द का क्या खूब इलाज सुझाया,
वक्त को दवा बताया ख्वाहिशों से परहेज़ बताया।

तरस आता है मुझे अपनी मासूम सी पलकों पर,
जब भीग कर कहती है कि अब रोया नहीं जाता

कोई समझता नहीं मुझे इसका ग़म नहीं करता,
पर तेरे नजरंदाज करने पर मुस्कुरा देता हूँ,
मेरी हँसी में छुपे दर्द को महसूस कर के देख,
मैं तो हँस के यूँ ही खुद को सजा देता हूँ।

अपना कोई मिल जाता तो हम फूट के रो लेते,
यहाँ सब गैर हैं तो हँस के गुजर जायेगी

वक़्त ख़ुशी से काटने का मशवरा देते हुये,
रो पड़ा वो ख़ुद ही मुझे हौंसला देते हुये

Mera Dard Shayari In Hindi

kash humari

न जाने किस तरह के हैं दुनिया के लोग भी,
प्यार भी प्यार से करते हैं और बर्बाद भी प्यार से

लोग मुन्तज़िर ही रहे कि हमें टूटा हुआ देखें,
और हम थे कि दर्द सहते-सहते पत्थर के हो गए

वो सिलसिले वो शौक वो ग़ुरबत न रही,
फिर यूँ हुआ के दर्द में शिद्दत न रही,
अपनी ज़िन्दगी में हो गए मसरूफ वो इतना,
कि हम को याद करने की फुर्सत न रही।

बैठे है रहगुज़र पर दिल का दिया जलाये,
शायद वो दर्द जाने, शायद वो लौट आये

इसी ख्याल से गुज़री है शाम-ए-ग़म अक्सर,
कि दर्द हद से जो बढ़ेगा तो मुस्कुरा दूंगा

मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया,
तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया?
कहने को ज़िन्दगी थी बहुत मुख्तसर मगर,
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया।

जब्त कहता है कि खामोशी से बसर हो जाये,
दर्द की जिद है कि दुनिया को खबर हो जाये

ख़ामोशी को इख़्तियार कर लेना,
अपने दिल को थोड़ा बेक़रार कर लेना,
ज़िन्दगी का असली दर्द लेना हो तो,
बस किसी से बेपनाह प्यार कर लेना।

जब फुरसत मिले चाँद से
मेरे दर्द की कहानी पूछ लेना,
सिर्फ एक वो ही है मेरा हमराज
तेरे जाने के बाद।

कहाँ कोई मिला ऐसा जिस पर दिल लुटा देते,
हर एक ने धोखा दिया किस किस को भुला देते,
अपने दर्द को अपने दिल ही में दबाये रखा,
अगर बयां करते तो महफिलों को रुला देते

दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा,
न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा।

ये जरूरी तो नहीं हर शख़्स मसीहा ही हो,
प्यार के ज़ख़्म अमानत हैं दिखाया न करो

मुझे क़बूल है हर दर्द,
हर तकलीफ़ तेरी चाहत में..
सिर्फ़ इतना बता दे,
क्या तुझे मेरी मोहब्बत क़बूल है

फैसला ये भी मेरे यार बहुत मुश्किल है,
तेरे ज़ुल्म सहें या कि फ़ना हो जाएँ

दर्द में भी ये लब मुस्कुरा जाते हैं,
बीते लम्हे हमें जब भी याद आते है

Mera Dard Shayari In Hindi

agaer tum jane

हमें देख कर जब उसने मुँह मोड़ लिया,
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो हैं

किस दर्द को लिखते हो इतना डूब कर,
एक नया दर्द दे दिया है उसने ये पूछकर

वो दर्द ही न रहा वरना ऐ मता-ए-हयात,
मुझे गुमान भी न था मैं तुझे भुला दूंगा

शीशा टूटे और बिखर जाये वो बेहतर है,
दरारें न जीने देती हैं न मरने देती हैं।

हर दर्द को दफ़न कर गहराई में कहीं,
दो पल के लिए सब कुछ भुलाया जाए,
रोने के लिए घर में कोने बहुत से हैं,
आज महफ़िल में चलो सबको हँसाया जाए।

न जाने उस पर इतना यकीन क्यूँ है,
उसका ख्याल भी इतना हसीं क्यूँ है,
सुना है प्यार का दर्द मीठा होता है,
तो आँख से निकला आँसू नमकीन क्यूँ है

खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते।

तकलीफ ये नहीं कि तुम्हें अज़ीज़ कोई और है,
दर्द तब हुआ जब हम नजरंदाज किए गए।

खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे,
दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे,
तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे,
सुख ये पाया कि हमने बहुत दर्द सहे।

आज उस ने एक दर्द दिया तो मुझे याद आया,
हमने ही दुआओं में उसके सारे दर्द माँगे थे।

बहुत जुदा है औरों से मेरे दर्द की कहानी,
जख्म का निशाँ नहीं और दर्द की इन्तेहाँ नहीं

ना तस्वीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये,
ना तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाये,
ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम,
ना कुछ कहा जाये ना तुम बिन रहा जाये।

यह भी एक ज़माना देख लिया है हम ने,​
​दर्द जो सुनाया अपना तो तालियां बज उठीं​।

रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है।

ख्याल में आता है जब भी उनका चेहरा,
तो लबों पे अक्सर एक फरियाद आती है,
भूल जाते हैं सारे दर्द-ओ-सितम उनके,
जब उनकी थोड़ी सी मोहब्बत याद आती है।

बयाँ करना मोहब्बत को आसान न हुआ था,
ये जो दर्द है कैसे कह दूँ कि ये तुमने दिया है।

कागज़ पे हमने भी ज़िन्दगी लिख दी,
अश्क से सींच कर उनकी खुशी लिख दी,
दर्द जब हमने उबारा लफ्जों पे,
लोगों ने कहा वाह क्या ग़ज़ल लिख दी।

कागज़ पे हमने भी ज़िन्दगी लिख दी,
अश्क से सींच कर उनकी खुशी लिख दी,
दर्द जब हमने उबारा लफ्जों पे,
लोगों ने कहा वाह क्या ग़ज़ल लिख दी।

कागज़ पे हमने भी ज़िन्दगी लिख दी,
अश्क से सींच कर उनकी खुशी लिख दी,
दर्द जब हमने उबारा लफ्जों पे,
लोगों ने कहा वाह क्या ग़ज़ल लिख दी।

किया है बर्दाश्त तेरा हर दर्द इसी आस के साथ,
कि खुदा नूर भी बरसाता है आज़माइशों के बाद।

समझ में कुछ नहीं आता
मोहब्बत किस को कहते हैं,
मगर इतना समझता हूँ,
कि कहीं पर दर्द उठता है।

कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग,
दर्द लिखते हैं और आह तक नहीं करते

फिर कोई सवाल सुलगता रहा रात भर,
फिर कोई जवाब सिसकता ही रह गया।

बेनाम सा यह दर्द ठहर क्यों नहीं जाता,
जो बीत गया है वो गुजर क्यों नहीं जाता,
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में,
जो दूर है वो दिल से उतर क्यों नहीं जाता

झूठी हँसी से जख्म और बढ़ता गया,
इससे बेहतर था खुलकर रो लिए होते।

ये मत समझ कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा,
मैं खुद तन्हा रहा मगर दिल को तन्हा नहीं रखा,
तुम्हारी चाहतों के फूल तो महफूज़ रखे हैं,
तुम्हारी नफरतों की पीर को ज़िंदा नहीं रखा।

तजुर्बे ने हमें एक बात तो सिखाई है,
एक नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है।

अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें,
कुछ दर्द तो कलेजे से लगाने के लिए हैं।
यह इल्म का सौदा, ये रिसाले, ये किताबें,
एक शख्स की यादों को भुलाने के लिए है

मुझको ढूँढ़ लेता है हर रोज़ नए बहाने से,
दर्द हो गया है वाकिफ मेरे हर ठिकाने से।

मैं ज़िन्दगी के उन हालातों से भी गुजरा हूँ,
जहाँ लगता था मरना अब जरूरी हो गया है।

मेरा दर्द शायरी हिंदी में

dard e dil shayari

गुजरता वक़्त हमें एहसास दिला देता है,
जिसे चाहते हैं हम वो ही दिल दुखा देता है,
वक़्त मरहम लगा देता है जिन ज़ख्मो पर,
कोई अपना उस दर्द को फिर से जगा देता है।

हमने सोचा था कि बताएंगे दिल का दर्द तुमको,
पर तुमने तो इतना भी न पूछा कि खामोश क्यों हो

वो लफ्ज कहाँ से लाऊं जो तुझको मोम कर दें,
मेरा वजूद पिघल रहा है तेरी बेरूखी से।

मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं,
फिर भी खुश हूँ मुझे उससे कोई गिला नहीं,
और कितने आँसू बहाऊँ मैं उसके लिए,
जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा नहीं

आदत बदल सी गई है वक़्त काटने की,
हिम्मत ही नहीं होती अपना दर्द बांटने की।

हमदर्दियाँ भी मुझे काटने लगती हैं अब,
यूँ मुझसे मेरा मिजाज़ ना पूछा करे कोई।

कैसे बयान करें आलम दिल की बेबसी का,
वो क्या समझे दर्द आँखों की इस नमी का,
उनके चाहने वाले इतने हो गए हैं अब,
उन्हें कोई एहसास ही नहीं हमारी कमी का।

मेरी फितरत ही कुछ ऐसी है कि,
दर्द सहने का लुत्फ़ उठाता हूँ मैं।

दिल के ज़ख्मों को हवा लगती है,
साँस लेना भी यहाँ आसान नहीं है

रोने की सजा है न रुलाने की सजा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सजा है,
हँसती हुई आँखों में आ जाते हैं आँसू,
ये उस शख्स से दिल लगाने की सजा है

हर एक हसीन चेहरे में गुमान उसका था,
बसा न कोई दिल में ये मकान उसका था,
तमाम दर्द मिट गए मेरे दिल से लेकिन,
जो न मिट सका वो एक नाम उसका था।

रोशनी चाहूँ तो दुनिया के अँधेरे घेर लेते हैं
अगर कोई मेरी तरह जी ले तो जीना भूल जायेगा।

तुझसे पहले भी कई जख्म थे सीने में मगर,
अब के वह दर्द है दिल में कि रगें टूटती हैं

आँखों में उमड़ आता है बादल बन कर,
दर्द एहसास को बंजर नहीं रहने देता।

अब तुम न कर सकोगे मेरे दर्द का इलाज़,
ज़ख्म को नासूर हुए मुद्दतें गुजर गयीं।

Ya To Puri Tarha Milo Shayari

ya to puri tarha

ज़हर देता है कोई, तो कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है।

और भी कर देता है मेरे दर्द में इज़ाफ़ा,
तेरे रहते हुए गैरों का दिलासा देना।

दर्द में भी ये लब मुस्कुरा जाते हैं,
बीते लम्हे हमें जब भी याद आते है।

आँसू भी आते हैं और दर्द भी छुपाना
पड़ता है ये जिंदगी है साहब यहां
जबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता है।

ये सच है कि हम मोहब्बत से डरते हैं,
क्यूँ कि ये प्यार दिल को बहुत तड़पाता है,
आँख में आँसू तो हम छुपा सकते हैं,
दर्द-ए-दिल दुनिया को पता चल जाता है।

खुद ही रोए और खुद ही चुप हो
गए, ये सोचकर की कोई अपना
होता तो रोने ना देता.

जिसके दिल पर भी क्या खूब गूजरी
होगी, जिसने इस दर्द का नाम मुहब्बत
रखा होगा,

मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी हुई
हर एक निशानी, अब चाहे वो दिल
का दर्द हो या आँखों का पानी.

मुझे दर्द ए दिल का पता न था,
मुझे आप किस लिए मिल गए,
मैं अकेले यूँ ही मजे में था,
मुझे आप किस लिए मिल गए,

मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद
आ गया,तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या
याद आ गया कहने को जिंदगी थी
बहुत मुख्तसर मगर, कुछ यूँ बसर
हुई कि खुदा याद आ गया।

दर्द-ए-दिल जुदाई सहना आहसान
नही होता, कीमती चीज़ का हर कोई
काबिल नही होता यह तो रब की
मेहेरबानी है,वरना दोस्त हर किसी
के नसीब मैं नही होता.

किस्मत के तराज़ू में तो फकिर हैं,हम
और दर्द दे दिल में हम सा कोई नहीं,

किस दर्द को लिखते हो इतना डूब कर,
एक नया दर्द दे दिया है उसने ये पूछकर

एक बात सिखाई है ताजुर्वे ने हमें,
एक नया दर्द ही पुराने दर्द की दवा है।

बयाँ करना मोहब्बत को आसान न हुआ था,
ये जो दर्द है कैसे कह दूँ कि ये तुमने दिया है।

Dil Se Utar Gaye Shayari In Hindi

mera dard shayari

दर्द का साज़ दे रहा हूँ तुम्हे,
दिल का हर राज़ दे रहा हूँ ‍‌तुम्हे
ये गज़ल-गीत सब बहाने हैं,
मैं तो आवाज़ दे रहा हूँ ‍‌तुम्हे.

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ये खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
यु घुट घुट के जिने से तो मौत बेहतर है,
मैं कभी ना जागू मुझे ऐसी नींद सुला दो.

हमनें जब किया दर्द-ए-दिल बयां, तो शेर बन गया
लोगों ने सुना तो वाह वाह किया, दर्द और बढ़ गया
मोहब्बत की पाक रूह मेरे साँसों में है ख़त लिखा
जब गम कम करने के लिए तो गम और बढ़ गया।

हर दर्द को दफ़न कर गहराई में कहीं,
दो पल के लिए सब कुछ भुलाया जाए,
रोने के लिए घर में कोने बहुत से हैं,
आज महफ़िल में चलो सबको हँसाया जाए।

इश्क करने वालों का यही हश्र होता है,
दर्द-ए-दिल होता है, रह रह के सीने में,
बंद होंठ कुछ ना कुछ गुनगुनाते ही रहते हैं,
खामोश निगाहों का भी गहरा असर होता है।

Shayari Dard E Dil

mera dard shayri

बिखरा वजूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ,
कितने हसीन तोहफे दे जाती है ये मोहब्बत।

दर्द के दामन में चाहत के कमल खिलते हैं,
अश्क की लकीर पर यादों के कदम चलते हैं,
रेंगते ख्यालों में नजर आती हैं मंजिलें,
जब भी निगाहों में ख्वाबों के दिए जलते हैं।

उनकी एक नजर को तरसते रहेंगे,
ये आंसू हर बार बरसते रहेंगे,
कभी बीते थे कुछ पल उनके साथ,
बस यही सोच कर हसते रहेंगे।

मुझे दर्द-ए-दिल का पता न था
मुझे आप किसलिए मिल गए
मैं अकेले यूँ ही मजे में था
मुझे आप किसलिए मिल गए.

दिल जो टूटा तो कई हाथ दुआ को उठे,
ऐसे माहौल में अब किसको पराया समझें।

वो सिलसिले वो शौक वो ग़ुरबत न रही,
फिर यूँ हुआ के दर्द में शिद्दत न रही,
अपनी ज़िन्दगी में हो गए मसरूफ वो इतना,
कि हम को याद करने की फुर्सत न रही।

मुझे परहेज है ज़ख्मों की नुमाइश से,
मेरे हमदर्द रहने दे दिले-बीमार की बातें।

ज़िंदगी सबको हंसाये जरुरी तो नहीं,
मोहब्बत सबको मिल जाए जरुरी तो नहीं,
कुछ लोग बहुत याद आते हैं ज़िंदगी में,
वो भी हमें याद करे जरुरी तो नहीं।

ज़रा सी ज़िंदगी है अरमान बहुत है,
हमदर्द नहीं कोई पर इंसान बहुत है,
दिल का दर्द सुनाये किसको,जो शख्स
दिल के करीब है वो अंजान बहुत है

हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो,
भटके मुसाफिर को चांदनी रात बनकर मिला करो।

क्यों तुम इस कदर रिश्ता तोड़ गयी,
क्यों बेगानो से रिश्ता जोड़ गयी,
आखिर मै दीवाना था तेरा,
फिर क्यों मुझे इस हाल में छोड़ गयी.

चाहत की राह में बिखरे अरमान बहुत हैं,
हम उसकी याद में परेशां बहुत हैं,
वह हर बार दिल तोड़ता है ये कह कर कि,
मेरी उम्मीदों की दुनिया में अभी मुकाम बहुत हैं

चाहत की राह में बिखरे अरमान बहुत हैं,
हम उसकी याद में परेशां बहुत हैं,
वह हर बार दिल तोड़ता है ये कह कर कि,
मेरी उम्मीदों की दुनिया में अभी मुकाम बहुत हैं

हमारी हैसियत का अंदाज़ा तुम ये जान के लगा लो,
हम कभी उनके नहीं होते जो हर किसी के हो गए

जिसे चाहा मैंने खुद से ज्यादा,
आज उसी ने मेरा साथ छोड़ कर कहा,
तुम्हारा प्यार पागलों वाला है और मैं
पागल के साथ नहीं रह सक

मेरा दर्द शायरी हिंदी में

mera dard shayri

जाने लागे जब वो छोड़ के दामन मेरा,
टूटे हुए दिल ने एक हिमाक़त कर दी,
सोचा था कि छुपा लेंगे ग़म अपना,
मगर कमबख्त आँखों ने बगावत कर दी

दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने,
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने,
होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में,
ये घर बैठा उसका बाप क्या जाने

ये कैसी जुदाई है जिसने हमें शायर बना दिया,
ये कैसा गम है जिसने हमें बेबस बना दिया,
सोचा नहीं था जुदा हो जाओगे हमसे कभी,
करते भी क्या जब आपने ही गैर बना दिया

दुनिया से अपना हर दर्द छुपा लेना,
ख़ुशी न मिले तो गम गले लगा लेना,
कोई अगर कहे मोहब्बत आसान होती है,
तो उसे मेरा टूटा हुआ दिल दिखा देना

दिन हुआ है, तो रात भी होगी,
मत हो उदास, उससे कभी बात
भी होगी वो प्यार है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी

मुझे कभी धोखा नहीं देना, मेरे आलावा किसी
और का ना होना मर जाऊँगी मै आपके बगैर
आपने मुझे जीना सिखाया है.

वो रोए तो बहुत पर मुझसे मुंह मोर कर रोए।
कोई मजबूरी होगी जो दिल तोड़ कर रोज।
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े।
पता चला मेरे पिछे वो उन्हे जोड़ कर रोए

मेरी आँखों में छुपी उदासी को कभी
महसूस तो कर, हम वो हैं जो सब को
हंसा कर रात भर रोते है.

इश्क़ में मेरा इस कदर टूटना तो लाजमी था,
काँच का दिल था और मोहब्बत पत्थर से की थी।

नाराज़गी कभी वहां मत
रखियेगा जहाँ खुद आपको
बताना पड़े की आप नाराज़ हो

तेरी याद में आहें भर ता है दिल,
बेतलब मोहब्बत तुझसे करता है
दिल,फिर क्यों तू दगा दे गयी,
अब प्यार के नाम से डरता है दिल

नाराज़गी भी मोहब्बत की बुनियाद
होती हे,मुलाक़ात से भी प्यारी किसी
की याद होती हे..

कहां कोई ऐसा मिला जिसपे दिल लुटा देते,
हर एक ने धोखा दिया किस किसको भुला देते,
अपने दिल का दर्द दिल ही में दबाये रखना है,
करते बयां तो महफ़िल को रुला देते।

सुना है वो जाते हुए कह गये,के अब
तो हम सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मे आएँगे,
कोई कह दे उनसे के वो वादा कर ले,
हम जिंदगी भर के लिए सो जाएँगे..

अंदर कोई झाँके तो टुकडों में मिलुंगा
ये हंसता हुआ चेहरा दिखाने के लिए।

बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,
बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं

बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,
बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं

ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना,
मेरे भरोसे को रुस्वा न करना,दिल में
तेरे कोई और बस जाये तो बता देना,
मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना।

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