बातों ही बातों में, बात बड़ी तो ना होगी- ऐश्वर्या जाधव
हाथ में तुम्हारे घड़ी तो ना होगी,
उसके घुँघराले बालों में,
नजरें सदी यूं होगी।
पर मेरी लटों की फुहार,
वहाँ पड़ी तो ना होगी।
हाथ में तुम्हारे घड़ी तो ना होगी,
उसके घुँघराले बालों में,
नजरें सदी यूं होगी।
पर मेरी लटों की फुहार,
वहाँ पड़ी तो ना होगी।
पढ़ाई थोड़ी कम की है ,पर प्यार अपार दिया ।
हर समय हर पल मुझ पर ,उनका जीवन वार दिया।
उनकी एक मुस्कान पर , लाखो जलज भी वारे है।
उनकी हर डांट में भी हम ,तीर्थ पुण्य किए सारे है।
घर में ना कोई बड़ा भाई है, ना कोई बड़ी बहन । मै ही बड़ा हूं । क्या बड़ा होने का अर्थ यही है कि वास्तव मे बड़ा होना आवश्यक है ? बड़ा हूं तो बचपन से ही बड़ा बना दिया । और एक जन्मजात टैग लगा दिया गया है कि वह तो बड़ा … Read more
Story in Hindi- अपनी कलम को वह वापस पेपर पर रखकर कुछ सोच मे पड़ जाता, वह अपनी खिड़की से बाहर देखता सूर्य की किरणे तिरछी आ पड़ती थी और प्रकृति का सुंदर सौंदर्य पुलकित होता था।