Painful Shayari In Hindi / पेनफुल शायरी हिंदी में
Painful Shayari In Hindi / पेनफुल शायरी हिंदी में हमारी ये पोस्ट हमारे उन दोस्तों के लिए है जो अभी दर्द तकलीफ में है दर्द बहुत तरह के होते है कुछ दर्द होते है जिन्हे हम जल्दी भूल जाते है लेकिन कुछ दर्द ऐसे होते है की ज़िन्दगी भर दिल में लगा ही रहता है और वो दर्द सिर्फ और सिर्फ कोई अपना ही देता है और वो दर्द बड़ा जानलेवा होता है लेकिन दर्द कोई भी हो उस से निकल ने की कोशिश करनी चाहिए क्यू की हम जितना जल्दी दर्द को भुला दे उतना ही बेहतर होता है आज हम इसी बात से रिलेटिड कुछ बेहतरीन दर्द शायरी लेकर आये है दर्द में डूबा कोई भी इंसान हो वो बस यही सोचता है किसी भी तरह इस दर्द से निकला जाये और उसके लिए वो कुछ न कुछ तरीका निकलता रहता है कुछ लोग होते है की वो शायरिया पसंद करते है या कुछ लोग कुछ दर्द बहरी कहानिया पसंद करते है और वो अपने लिए कुछ न कुछ सर्च करते ही रहते है
आज उन्ही लोगो के लिए हम पेनफुल शायरी का ये लाजवाब कलेक्शन लेकर आये है आप हमारी इन शायरियो में देखेंगे एक से एक ला जवाब शायरी जो हमने आप के लिए जमा की हुई है और आपके लिए अपनी इस पोस्ट के ज़रिये आप तक पोहचने की कोशिश कर रहे है हमे उम्मीद है की आपको ये बहुत पसंद आने वाली है adhura pyar shayari
Painful Shayari In Hindi / पेनफुल शायरी हिंदी में
जाना है तो चली जा एह बेहरहम , रेहम नहीं है कर सकती तो
इतना न सता मुझे ,कहीं मैं शायर न बन जाऊं
कैसे भुलाएं उसे हम,
जिसको हमने दिल में कैद करके उसकी चाबी खो दी है
समय ने हमें एक बात सीखा दी,
नए दर्द के आने से पुराना दर्द जाता है
तेरी मोहब्बत में हम बैठें हैं चोट खाए,
जिसका हिसाब न हो सके उतने दर्द हमने पाये,
फिर भी तेरे प्यार की कसम खाके कहता हूँ,
हमारे लब पर तेरे लिये सिर्फ और सिर्फ दुआ आये
इस तरह मेरी तरफ मेरा मसीहा देखे,
दर्द दिल में ही रहे और दवा हो जाए
जान गया वो हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है,
इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी के लिए
इलाजे-दर्दे-दिल तुमसे मेरे मसीहा हो नहीं सकता,
तुम अच्छा कर नहीं सकते मैं अच्छा हो नहीं सकता
मोहब्बत करने वालों का यही अंजाम होता है,
दर्द-ए-दिल होता है, रह रह के सीने में,
बंद होंठ कुछ ना कुछ गुनगुनाते ही रहते हैं,
खामोश निगाहों का भी गहरा असर होता है
हवा से लिपटी हुयी सिसकियों से लगता है,
मेरी कहानी फिर किसी आशिक ने दोहराई है
फिर कहीं से दर्द के सिक्के मिलेंगे,
ये हथेली आज फिर खुजला रही है
Painful Shayari In Hindi / पेनफुल शायरी हिंदी में
लबो पर जब किसी के दर्द का अफ़साना आता है,
हमें रह-रह कर अपना दिल-ए-दीवाना आता है
वक़्त हर ज़ख़्म का मरहम तो नहीं बन सकता,
दर्द कुछ ऐसे होते हैं, ता-उम्र रुलाने वाले
हर ज़ख़्म किसी ठोकर की मेहरबानी है,
मेरी ज़िंदगी की बस यही एक कहानी है,
मिटा देते तेरे दिए हर दर्द को सीने से,
पर ये दर्द ही तो उसकी आखिरी निशानी है
खो जाओ मुझ में तो मालूम हो कि दर्द क्या है?
ये वो किस्सा है जो जुबान से बयाँ नही होता
तजुर्बे ने एक ही बात सिखाई है,
नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है
यह ग़ज़लों की दुनिया भी बड़ी अजीब है,
यहाँ आँसुओं के भी जाम बनाये जाते हैं,
कह भी दे अगर दर्द-ए-दिल की दास्तान,
फिर भी वाह-वाह ही पुकारा जाता है
मेरे दिल के दर्द को किसने देखा है,
मुझे बस मेरे खुदा ने तड़पते देखा है,
हम तन्हाई में बैठे रोते हैं,
लोगों ने हमे महफ़िल में हँसते देखा है
इसे इत्तेफाक समझो या दर्द भरी हकीकत,
आँख जब भी नम हुई वजह कोई अपना ही था
जो तार से निकली है वो धुन सबने सुनी है,
जो साज़ पर बीती है वो दर्द किस दिल को पता
अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई,
तो दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं
Painful Shayari In Hindi / पेनफुल शायरी हिंदी में
नसीहत अच्छी देती है दुनिया,
अगर दर्द किसी ग़ैर का हो
गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है,
फिर उस ने किताबों पे मेरा नाम लिखा है,
ये दर्द इसी तरह मेरी दुनिया में रहेगा,
कुछ सोच के उस ने मेरा अंजाम लिखा है
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते
आँखों में उमड़ आता है बादल बन कर,
दर्द एहसास को बंजर नहीं रहने देता
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है
दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा,
न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा
लोग मुन्तज़िर ही रहे कि हमें टूटा हुआ देखें,
और हम थे कि दर्द सहते-सहते पत्थर के हो गए
पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,
फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह
तकलीफ ये नहीं कि तुम्हें अज़ीज़ कोई और है,
दर्द तब हुआ जब हम नजरंदाज किए गए
अपना कोई मिल जाता तो हम फूट के रो लेते,
यहाँ सब गैर हैं तो हँस के गुजर जायेगी
तुझसे पहले भी कई जख्म थे सीने में मगर,
अब के वह दर्द है दिल में कि रगें टूटती हैं
और भी कर देता है मेरे दर्द में इज़ाफ़ा,
तेरे रहते हुए गैरों का दिलासा देना
सब सो गए अपना दर्द अपनों को सुना के,
कोई होता मेरा तो मुझे भी नींद आ जाती
झूठी हँसी से जख्म और बढ़ता गया,
इससे बेहतर था खुलकर रो लिए होते
Dil ke Jhakmon par Shayari
दिल के ज़ख्मों को हवा लगती है,
साँस लेना भी यहाँ आसान नहीं है
मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया,
तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया?
कहने को जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर,
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया
किस दर्द को लिखते हो इतना डूब कर,
एक नया दर्द दे दिया है उसने ये पूछकर
एक दो ज़ख्म नहीं जिस्म है सारा छलनी,
दर्द बेचारा परेशान है कहाँ से निकले
हमें देख कर जब उसने मुँह मोड़ लिया,
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो हैं
अब दर्द उठा है तो गज़ल भी है जरूरी,
पहले भी हुआ करता था इस बार बहुत है
वो तो अपना दर्द रो-रो कर सुनाते रहे,
हमारी तन्हाइयों से भी आँख चुराते रहे,
हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा क्योंकि,
हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे
ज़ुल्मों सितम वाली दर्द भरी शायरी
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम
मिल जाएंगे तुमको और भी चाहने वाले दुनिया में,
मगर कर न पाएगा कोई मुकाबला मोहब्बत का मेरी.!!
ज़हर देता है कोई कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है
मंजिलों से बेगाना आज भी सफ़र मेरा,
है रात बेसहर मेरी दर्द बेअसर मेरा
अब तो हाथों से लकीरें भी मिटी जाती हैं,
उसे खोकर मेरे पास रहा कुछ भी नहीं
हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गए,
अब तो खुद के साये भी हमसे रूठ गए,
हालात हैं अब ऐसे ज़िंदगी में हमारी,
प्यार की राहों में हम खुद ही टूट गए
लोग जलते रहे मेरी मुस्कान पर,
मैंने दर्द की अपने नुमाईश न की
जब जहाँ जो मिला अपना लिया,
जो न मिला उसकी ख्वाहिश न की
क्यों बयान करूँ अपने दर्द को?
यहां सुनने वाले बहुत है, पर समझने वाला कोई नहीं
सच्ची मोहब्बत बस होती है, मिलती कभी नहीं.!
यूँ तो हर एक दिल में दर्द नया होता है,
बस बयान करने का अंदाज़ जुदा होता है,
कुछ लोग आँखों से दर्द को बहा लेते हैं
और किसी की हँसी में भी दर्द छुपा होता है
मोहब्बत में दर्द शायरी
मेरे इस दर्द की वजह भी वो हैं,
और मेरे दर्द की दवा भी तो वो हैं,
वो नमक ज़ख्मों पे लगाते हैं तो क्या,
मोहब्बत करने की वजह भी तो वो हैं
ना जाने हम कैसे इश्क़ मैं फसते जा रहे हैं;
जीसके हम न हो सकते उसी के हो रहे हैं ।
एक नया दर्द मेरे दिल में जगा कर चला गया,
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूंढते रहे हम लोगों की भीड़ में,
मुझसे वो अपने आप को छुपा कर चला गया
शायरी में कहाँ सिमटता है दर्द-ए-दिल दोस्तो,
बहला रहे हैं खुद को जरा कागजों के साथ
आरजू नहीं के ग़म का तूफान टल जाये,
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये,
भुलाना हो अगर मुझको तो एक एहसान करना,
दर्द इतना देना कि मेरी जान निकल जाये
दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं,
हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ,
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब,
मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं
इस तरह मेरी तरफ मेरा मसीहा देखे,
दर्द दिल में ही रहे और दवा हो जाए
जिंदगी को मिले कोई हुनर ऐसा भी,
सबमे मौजूद भी हो और फना हो जाए
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है,
ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है,
मैं फिर ना मिलूँगा कहीं ढूंढ लेना,
तेरे दर्द का अब ये असर आख़िरी है
दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते,
गम में आँसू न बहते तो और क्या करते,
उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ,
हम अपना दिल न जलाते तो और क्या करते
सच्चा प्यार चाहे पल दो पाल के लिए हो,
पर एहसास ज़िंदगी भर के लिय रह जाता है ।।
दर्द शायरी इन हिंदी व्हाट्सप्प के लिए
कौन तोलेगा हीरों में अब तुम्हारे आंसू फ़राज़,
वो जो एक दर्द का ताजिर था दुकां छोड़ गया
आँखें खुली तो जाग उठी हसरतें फराज़,
उसको भी खो दिया जिसे पाया था ख्वाब में
सजा कैसी मिली हमको तुझसे दिल लगाने की,
रोना ही पड़ा जब कोशिश की मुस्कुराने की,
कौन बनेगा यहाँ मेरी दर्द भरी रातों का हमराज,
दर्द ही मिला है जो तूने कोशिश की आजमाने की
ना कर तू इतनी कोशिशे,
मेरे दर्द को समझने की,
पहले इश्क़ कर,
फिर ज़ख्म खा,
फिर लिख दवा मेरे दर्द की
बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है,
यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है,
तड़प उठता हूँ मैं दर्द के मारे,
ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती है,
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ,
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है
वो जान गयी थी हमें Dard में मुस्कराने की आदत है,
देती थी नया जख्म वो रोज मेरी ख़ुशी के लिए
मोहब्बत ख़ूबसूरत होगी किसी और दुनिया में,
इधर तो हम पर जो गुज़री है हम ही जानते हैं
लोग कहते है हर दर्द की एक हद होती है,
शायद उन्होंने मेरा हदों से गुजरना नहीं देखा
प्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पे मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो करके देख लो यार,
ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है
Pyar karne walon k liye Dard Bhari Shayari
प्यार मुहब्बत का सिला कुछ नहीं,
एक दर्द के सिवा मिला कुछ नहीं,
सारे अरमान जल कर ख़ाक हो गए,
लोग फिर भी कहते हैं जला कुछ भी नहीं
जिस दिल पे चोट न आई कभी,
वो दर्द किसी का क्या जाने,
खुद शम्मा को मालूम नहीं,
क्यूँ जल जाते हैं परवाने
हम ने कब माँगा है तुम से
अपनी वफ़ाओं का सिला,
बस दर्द देते रहा करो
मोहब्बत बढ़ती जाएगी
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता
पेनफुल शायरी फॉर फेसबुक
नफ़रत करना तो हमने कभी सीखा ही नहीं,
मैंने तो दर्द को भी चाहा है अपना समझ कर
पेनफुल शायरी दर्द फॉर फेसबुक
मेरी हर शायरी दिल के दर्द को करेगी बयाँ,
तुम्हारी आँख ना भर आयें कहीं पढ़ते पढ़ते
ज़ख्म दे कर ना पूछ तू मेरे दर्द की शिद्दत,
दर्द तो फिर दर्द है कम क्या ज्यादा क्या
लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है,
और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते
लोगों से अब हमारा रोना भी सेहन नहीं होता,
उन्हें क्या पता दर्द जुदाई का सेहन नहीं होता.
अगर इश्क़ की गली में जा रहे हो तो,
दिल टूटने से मत डरना
दर्द सहना सीख शायरी
मेरे साथ रहना है तो दर्द सहना सीख जाओ
मेरा काम है काँटों से खेलना और तुम फूल जैसी हो
फिर ऐसा हुआ कि सब्र की उंगली पकड़कर हम
इतना चले की रास्ते हैरान रह गए