Romantic love Shayari (लव रोमांटिक शायरी)

Romantic love Shayari प्यार मोहब्बत का दौर है ऐसे में शायरी का महल बन ही जाता है आप क किसी से प्यार हो जाये शायरी तो आप का खुद ही दिल छू लेती है शायरी उर्दू ज़ुबान में हो या कोई मोहब्बत की शायरी शायरी का अपना अलग ही रंग है और उस रंग का अपना ही मज़ा है दोस्तों में बैठो शायरी का मोहाल बन जाये तो आप को भी कुछ आना चाहिए शायरी के नाम पर तो चलो आप के लिए कुछ शायरी यहाँ पर है

सच्ची मोहब्बत बातो से नहीं
अपने प्यार की कदर करने से होती है

इससे ज़्यादा तुझे और कितना करीब लाऊँ मैं,
कि तुझे दिल में रख कर भी मेरा दिल नहीं भरता।

हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो,
भटके मुसाफिर को चांदनी रात बनकर मिला करो।

कभी लफ्ज़ भूल जाऊं कभी बात भूल जाऊं,
तूझे इस कदर चाहूँ कि अपनी जात भूल जाऊं,
कभी उठ के तेरे पास से जो मैं चल दूँ,
जाते हुए खुद को तेरे पास भूल जाऊं।

इस से पहले कि सारे ख्वाब टूट जायें,
और ये ज़िन्दगी हम से रूठ जाए,
एक दूसरे के प्यार में खो जायें इस कदर,
कि हम सारे गमों को भूल जायें।

तुम मिल गए तो मुझ से नाराज है खुदा,
कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है।

मोहब्बत पनप रही है दिल में तेरे लिए,
जुबाँ से न सही तुम निगाहों से समझ लो।

मेरी बाँहों में बहकने की सज़ा भी सुन ले,
अब बहुत देर में आज़ाद करूँगा तुझको

अल्फाज़ की शक्ल में एहसास लिखा जाता है,
यहाँ पर पानी को प्यास लिखा जाता है,
मेरे जज़्बात वाकिफ से है मेरी कलम भी,
प्यार लिखूं तो तेरा नाम लिखा जाता है।

एक सपने की तरह तुझे सजा के रखूं,
चाँदनी रात की नजरों से छुपा के रखूं,
मेरी तक़दीर में तेरा साथ नहीं है वरना,
सारी उम्र तुझे अपना बना के रखूँ।

तुम नहीं होते हो तो बहुत खलता है,
प्यार कितना है तुमसे पता चलता है।

उम्र निसार दूँ तेरी उस एक नज़र पे,
जो तू मुझे देखे और मैं तेरा हो जाऊं।

तुझ में बात ही कुछ ऐसी है,
दिल न दिया तुझे तो जान चली जाएगी।

उदास लम्हों की न कोई याद रखना,
तूफान में भी वजूद अपना संभाल रखना,
किसी की ज़िंदगी की ख़ुशी हो तुम,
बस यही सोच तुम अपना ख्याल रखना।

आँखों में आँखें डालकर तुम्हारा दीदार,
ये कशिश बयाँ करना मेरे बस की बात नही।

एक शब गुजरी थी तेरे गेसुओं के छाँव में,
उम्र भर बेख्वाबियाँ मेरा मुकद्दर हो गयीं।

सच्चा प्यार वो ही है जो आँखों से काजल बहने ना दे
और होतो पे लिपस्टिक रहने ना दे

मेरे वजूद में काश तू उतर जाए,
मैं देखूं आइना और तू नजर आये,
तू हो सामने और वक्त ठहर जाए,
और तुझे देखते हुए जिंदगी गुज़र जाए।

ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत,
सब फ़रेब के आईने हैं,
हाथों में तेरा हाथ होने से ही,
मुकम्मल ज़िन्दगी के मायने हैं।

आ भी जाओ मेरी आँखों के रूबरू अब तुम,
कितना ख्वाबों में तुझे और तलाशा जाए।

रूबरू मिलने का मौका मिलता नहीं है रोज,
इसलिए लफ्ज़ों से तुमको छू लिया मैंने।

चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,
साँसों में खुशबू बन के बिखर जाते हो,
कुछ यूँ चला है आपके प्यार का जादू,
सोते-जागते बस तुम ही नजर आते हो।

शाम होते ही तेरे प्यार की पागल खुशबू,
नींद आँखों से सुकून दिल का चुरा लेती है।

सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा,
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा।

फिजा में महकती शाम हो तुम,
प्यार का छलकता जाम हो तुम,
सीने में छुपाये फिरते हैं तुम्हें,
मेरी ज़िन्दगी का दूसरा नाम हो तुम।

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी है,
एक हल्की-सी मेरे लब पे हँसी माँगी है,
सामने तुझको बिठाकर तेरा दीदार करूँ,
जी में आता हैं जी भर के तुझे प्यार करूँ।

मंजिल भी तुम हो तलाश भी तुम हो,
उम्मीद भी तुम हो आस भी तुम हो,
इश्क भी तुम हो और जूनूँ भी तुम ही हो,
अहसास तुम हो प्यास भी तुम ही हो।

सुबह उठते ही तेरे जिस्म की खुशबू आई,
शायद रात भर तूने मुझे ख्वाब में देखा है।

लोगों ने रोज ही नया कुछ माँगा खुदा से,
एक हम ही हैं जो तेरे ख्याल से आगे न गये।

जिंदगी बन गए हो तुम मेरी,
आरजू बन गए हो तुम मेरी,
मेरा खुदा माफ़ करे मुझे,
बंदगी बन गए हो तुम मेरी।

मेरे हाथों की लकीरों में समाने वाले,
कैसे छीनेंगे तुझे मुझसे ज़माने वाले।

किस किस तरह छुपाऊं अब मैं तुम्हें,
मेरी मुस्कान में भी तुम नजर आने लगे हो।

प्यार जितना खूबसूरत होता है
उस से से भी खूबसूरत आप हो
प्यार अगर ज़िन्दगी है तो मेरी ज़िन्दगी आप हो

बहके बहके ही अंदाज-ए-बयां होते हैं,
जब आप होते हैं तो होश कहाँ होते हैं।

चूमना क्या उसे आँखों से लगाना कैसा,
फूल जो डाल से गिर जाये तो उठाना कैसा,
अपने होंठों की हरारत से जगाओ मुझको,
यूँ सदाओं से दम-ए-सुबह जगाना कैसा।

तेरे खामोश होंठों पर मोहब्बत गुनगुनाती है,
तू मेरा है मैं तेरा हूँ बस यही आवाज़ आती है।

ये कैसा सिलसिला है तेरे और मेरे दरमियाँ,
फासले तो बहुत हैं मोहब्बत कम नहीं होती।

नजर से नजर को मिलाओ नजर का ऐतबार करो,
हम तुम से सनम और तुम हम से प्यार करो,
तुम जो रूठो तो कुछ भी करके मनाएं तुमको,
हम जो पल भर को जायें तो तुम इंतज़ार करो।

तेरे नाम से मोहब्बत की है,
तेरे एहसास से मोहब्बत की है,
तू मेरे पास नहीं फिर भी,
तेरी याद से मोहब्बत की है।

धड़कते हुए दिल का करार हो तुम,
इन सजी महफिलों की बहार तो तुम,
तरसती हुयी निगाहों का इंतज़ार हो तुम,
मेरी जिंदगी का पहला प्यार हो तुम।

एक चाहत है सिर्फ आपके साथ जीने की,
वरना मोहब्बत तो किसी से भी हो सकती है।

तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे मगर,
हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो।

हमारे इश्क़ को यूं न आज़माओ सनम,
पत्थरों को धड़कना सिखा देते हैं हम।

हम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सका,
मुस्कुरा कर तुम ने देखा दिल तुम्हारा हो गया।

तुमको दे दी है इशारों में इजाज़त मैंने,
माँगने से न मिल सकूं तो चुरा लो मुझको।

मेरे दिल का कहा मानो एक काम कर दो,
एक बेनाम सी मोहब्बत मेरे नाम कर दो,
मेरे ऊपर एक छोटा सा एहसान कर दो,
एक दिन सुबह को मिलो और शाम कर दो।

ये तेरे इश्क का कितना हसीन एहसास है,
लगता है जैसे तू हर-पल मेरे साथ है,
मोहब्बत तेरी दीवानगी बन चुकी है मेरी,
अब जिंदगी की आरज़ू सिर्फ तेरा साथ।

तुझे देख ते ही बाहेक जाते है हम
कुछ और कहना होता है
कुछ और कह जाते है हम

रुका हुआ है अज़ब धूप-छाँव का मौसम,
गुजर रहा है कोई दिल से बादलों की तरह।

की है कोई हसीन खता हर खता के साथ,
थोड़ा सा प्यार भी मुझे दे दो सज़ा के साथ।

न तुम्हें होश रहे और न मुझे होश रहे,
इस क़दर टूट के चाहो मुझे पागल कर दो।

चमका न करो जुगनू की तरह रात को,
ले जाउंगा मुट्ठी में किसी रोज़ छुपा कर।

दिल में छुपी यादों से सवारूँ तुझे,
तू दिखे तो अपनी आँखों में उतारूँ तुझे,
तेरे नाम को लबों पे ऐसे सजाया है,
सो भी जाऊँ तो ख्वाबों में पुकारूँ तुझे।

मेरे प्यार की पहचान तू ही तो है,
मेरे जीने का अरमान तू ही तो है,
कैसे बयान करे आलम इस दिल का,
मेरी आशिकी मेरी जान तू ही तो है।

दिल की धड़कन और मेरी सदा है तू,
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है तू,
चाहा है तुझे चाहत से भी बढ़ कर,
मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है तू।

चाहत है या दिल्लगी या यूँ ही मन भरमाया है,
याद करोगे तुम भी कभी किससे दिल लगाया है।

ऐ शख्स तेरा साथ मुझे हर शक्ल में मंज़ूर है,
यादें हों कि खुशबू हो, यक़ीं हो कि ग़ुमान हो।

खुदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है,
हजार साल गुजरने पे भी जवान ही रहे।

तुम मिल गए तो मुझ से नाराज है खुदा,
कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है।

तेरे रुखसार पर ढले हैं मेरी शाम के किस्से,
खामोशी से माँगी हुई मोहब्बत की दुआ हो तुम।

न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम,
जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम।

धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है,
तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता,
हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है।

धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है,
तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता,
हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है।

छुपा लो मुझे अपने सांसो के दरमियाँ
कोई पूछे तो कह देना ज़िन्दगी है मेरी

मैं वक़्त बन जाऊं तू बन जाना कोई लम्हा,
मैं तुझमें गुजर जाऊं तू मुझमें गुजर जाना।

काश एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आके गले लगा ले मेरी इजाजत के बगैर।

सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा,
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा।

रोज वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने को,
मैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है किस्मत मेरी।

ना समेट सकोगे क़यामत तक जिसे तुम,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतनी मोहब्बत करते हैं।

आप जब तक रहेंगे आंखों में नजारा बनकर,
रोज आएंगे मेरी दुनिया में उजाला बनकर

तुम मुझे कभी दिल से कभी आँखों से पुकारो,
ये होठों के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए होते हैं

हम भी मौजूद थे तकदीर के दरवाजे पे,
लोग दौलत पर गिरे और हमने तुझे माँग लिया ।

मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया,
इन आँखों को दीदार तुम्हारा मिल गया,
अब किसी और की तमन्ना क्यूँ मैं करूँ,
जब मुझे तुम्हारी बाहों का सहारा मिल गया।

छू गया जब कभी ख्याल तेरा,
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा,
कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया घर में,
और घर देर तक महकता रहा।

चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,
साँसों में खुशबू बन के बिखर जाते हो,
कुछ यूँ चला है आपके प्यार का जादू,
सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।

चेहरे पर हंसी छा जाती है,
आँखों में सुरूर आ जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है।

छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे,
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह,
कि होश भी आने की इजाज़त मांगे।

जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर,
दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर।

मुझे ना सताओ इतना कि मैं रुठ जाऊं तुमसे,
मुझे अच्छा नहीं लगता अपनी साँसों से जुदा होना।

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है,
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है,
दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी,
हमे हर कदम पर आपकी ज़रूरत है।

संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा,
मेरे इस दिल में ऐ सनम तेरे ख्वाब सजाऊंगा,
आजमा के देख ले तेरे दिल में बस जाऊंगा,
प्यार का हूँ प्यासा तेरे आगोश में सिमट जाऊॅंगा।

बदलना आता नहीं हमें मौसम की तरह,
हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं।

मैं तमाम दिन का थका हुआ,
तू तमाम शब का जगा हुआ,
ज़रा ठहर जा इसी मोड़ पर,
तेरे साथ शाम गुज़ार लूँ।

तेरे सीने से लगकर तेरी आरजू बन जाऊँ,
तेरी साँसो से मिलकर तेरी खुश्बू बन जाऊँ,
फासले ना रहें कोई तेरे मेरे दरमिआँ,
मैं…मैं ना रहूँ बस तू ही तू बन जाऊँ।

कुछ इस अदा से आज वो पहलू-नशीं रहे,
जब तक हमारे पास रहे हम नहीं रहे।

हमसे ना कट सकेगा अंधेरो का ये सफर
अब शाम हो रही हे मेरा हाथ थाम लो।

खुद नहीं जानते कितनी प्यारे हो आप,
जान हो हमारी पर जान से प्यारे हो आप,
दूरियों के होने से कोई फर्क नही पड़ता,
कल भी हमारे थे और आज भी हमारे हो आप।

भरम रखो मोहब्बत का
वफ़ा की शान बन जाओ,
किसी पर जान देदो या
किसी की जान बन जाओ,
तुम्हारे नाम से मुझको
पुकारें ये जहाँ वाले
मैं बन जाऊं अफसाना
और तुम उन्वान बन जाओ।

छेड़ आती हैं कभी लब तो कभी रूखसारों को
तुमने ज़ुल्फ़ों को बहुत सर पर चढा रखा है।

आ भी जाओ मेरी आँखों के रूबरू अब तुम,
कितना ख्वावों में तुझे और तलाशा जाए।

दिल की आरज़ू तो बस यही है मेरे सनम,
तेरे दिल में हम रहें मेरे दिल में तुम,
तेरा हाथ हाथ में लेकर चलते रहें यूँही,
यह ज़िन्दगी भी तेरे साथ जीने को पड़े काम।

चेहरे पे मेरे जुल्फों को फैलाओ किसी दिन,
क्यूँ रोज गरजते हो बरस जाओ किसी दिन,
खुशबु की तरह गुजरो मेरी दिल की गली से,
फूलों की तरह मुझपे बिखर जाओ किसी दिन।

कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं,
अगर तेरा ख्याल ना सोचूं तो मर जाऊं मैं,
माँग ना मुझसे तू हिसाब मेरी मोहब्बत का,
आ जाऊं इम्तिहान पर तो हद्द से गुज़र जाऊं मैं।

मुझे सहल हो गई मंजिलें वो,
हवा के रुख भी बदल गये,
तेरा हाथ, हाथ में आ गया,
कि चिराग राह में जल गये।

अच्छी सूरत नज़र आते ही मचल जाता है,
किसी आफ़त में न डाल दे दिल-ए-नाशाद मुझे।

ये तो नहीं कि तुम सा जहान में हसीन नहीं,
इस दिल का क्या करूँ ये बहलता कहीं नहीं।

नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है,
पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है,
ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में,
कि कोई अनजान भी…
हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।

तेरा प्यार मेरी जिंदगी में
बहार ले कर आया है,
तेरे आने से पहले हर दिन
पतझड़ हुआ करता था।

बस इतना ही कहा था कि बरसों के प्यासे हैं हम,
उसने होठों पे होंठ रख के खामोश कर दिया।

यार पहलू में है तन्हाई है… कह दो निकले,
आज क्यूँ दिल में छुपी बैठी है हसरत मेरी।

खिड़की से झांकता हूँ मै, सबसे नज़र बचा कर
बेचैन हो रहा हूँ, क्यों घर की छत पे आ कर
क्या ढूँढता हूँ, जाने क्या चीज खो गई है,
इन्सान हूँ, शायद मोहब्बत हमको भी हो गई।

किताबों से दलील दूँ,
या खुद को सामने रख दूँ,
वो मुझ से पूछ बैठा है,
मोहब्बत किस को कहते हैं?

पूछते हैं मुझसे की शायरी लिखते हो क्यों,
लगता है जैसे आईना देखा नहीं कभी।

लाखों हसीन हैं इस दुनिया में तेरी तरह,
क्या करें हमें तो तेरी रूह से प्यार है।

बहुत वक़्त लगा हमें आप तक आने में,
बहुत फरियाद की खुदा से आपको पाने में,
कभी तुम यह दिल तोड़ कर मत जाना,
हमने उम्र लगा दी आप जैसा सनम पाने में।

पहली मोहब्बत थी और हम दोनों ही बेबस,
वो ज़ुल्फ़ें सँभालते रहे और मैं खुद को।

मुद्दत के बाद उसने जो आवाज़ दी मुझे,
कदमों की क्या बिसात थी साँसे ठहर गयीं।

नहीं बसती किसी और की सूरत अब इन आँखो में,
काश कि हमने तुझे इतने गौर से ना देखा होता।

मेरी निगाह-ए-शौक़ भी कुछ कम नहीं मगर,
फिर भी तेरा शबाब तेरा ही शबाब है।

नजाकत ले के आँखों में,
वो उनका देखना तौबा,
या खुदा हम उन्हें देखें
कि उनका देखना देखें।

Basic English 

Neeraj Yadav

मैं नीरज यादव इस वैबसाइट (ThePoetryLine.in) का Founder और एक Computer Science Student हूँ। मुझे शायरी पढ़ना और लिखना काफी पसंद है।

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