Sad Crying Shayari / सेड क्राइंग शायरी कभी कभी ऐसा होता है की हम बहुत ही दुखी होते है और हमे रोने का मन करता है और हम अपने आप को अकेला कर कर बहुत रोते है,
रोने से दिल हल्का हो जाता हैं पर दिल का दर्द खत्म नहीं होता हैं. जब दिल टूटता हैं तो बड़ा ही दर्द होता है. उस दर्द को न तो किसी से कहा जाता हैं, ना तो उसे सहा जाता है. महफ़िल अच्छी नही लगती और अकेलापन काटने को दौड़ता हैं. ऐसा तब होता हैं जब हम किसी को बहुत दिल से प्यार करते है और वो हमारा दिल तोड़ कर चला जाता है जब इश्क़ में दिल टूटता हैं फिर इंसान टूट जाता है अब बदलते दौर के साथ लोग भी बदलने लगे हैं. इश्क़ में टूटे दिल को लेकर लोग चलने लगे हैं. दिल टूट जाए तो इसका मतलब ये नहीं कि जिन्दगी ही खत्म हो गयी. कुछ ऐसा बड़ा और अच्छा करों कि उन्हें तुम्हे छोड़ने का अफ़सोस हो. ये जिंदगी बहुत अनमोल है और हमे अपनी ज़िन्दगी को ऐसे ही किसी के लिए बर्बाद नहीं करनी है ज़िन्दगी सबसे खूबसूरत तौफा हैं.ज़िन्दगी ने अगर गम बेहिसाब दिया है तो यकीन मानों ख़ुशी भी बेहिसाब देगी बस हमे ही थोड़ा सब्र और समल कर चलना है और आज हम अपने दोस्तों के लिए ये सेड क्राइंग शायरी इस लिए ही लेकर आये है की हमारे दोस्त अपने आप को हमारी इस शायरी में बिज़ी रखे और अपने आप को समल कर रखे क्यू की फिर दिन बदलेंगे फिर हमे ख़ुशी मिलेगी चलो फिर पढ़ते है कुछ बेहतरीन सेड क्राइंग शायरी Painful Shayari In Hindi
Sad Crying Shayari सेड क्राइंग शायरी
ये दिल तब रो देता हैं,
जब इश्क़ में सब खो देता हैं.
रोने से दिल के जख्म भर जायेंगे,
वरना हम तो जीते जी मर जायेंगे.
अब कहाँ ये दिल चैन से सोता है,
तुझे याद करके ये रात भर रोता है.
मेरे नसीब में सिर्फ रोना है,
फिर भी तुझे प्यार करते हैं,
पता है तू अब लौट कर नहीं आएगा
फिर भी तेरा इन्तजार करते हैं.
मेरे आँखों का आंसू तुम्हे पानी सा क्यों लगता है,
टूट कर मेरा चाहना तुम्हे नादानी सा क्यों लगता है.
गम में निकले आसुओं को जो न समझा,
वो मोहब्बत को क्या ख़ाक समझेगा.
देखकर इश्क़ के उन तस्वीरों को
अब आँखों में जलन होती हैं.
सूख गई जो डाली उसपर फूल नहीं खिलते,
इस दुनिया की रीत यही है जिसे चाहो वहीं नहीं मिलते.
जो तुमसे मोहब्बत करें उसे कभी रोने मत देना,
लड़ाई-झगड़े कितने भी हो उसे खोने मत देना.
तुम मुझे हँसी-हँसी में खो तो दोगे,
पर याद रखना फिर आंसुओं में ढूंढोगे.
Sad Crying Shayari सेड क्राइंग शायरी
उसकी आखों में आँसू और पैरों में छालें हैं,
इस दुनिया में कितने लोग उसूलों पर चलने वाले हैं.
आँखों से आसुओं का सैलाब निकला,
पर तस्वीर उसकी आज भी धुधली नही हुई.
मालूम जो होता हमें अंजाम-ए-मोहब्बत,
लेते न कभी भूल के हम नाम-ए-मोहब्बत.
पानी की जब जरूरत हो
तब बदल बरसते नहीं हैं,
बहुत आँसू बहा लिए तेरी याद में,
अब मिलने को तरसते नहीं हैं.
दिल टूटता है तो आँखों में आँसू होते हैं,
मगर हकीकत में दिल बहुत रोता हैं.
हम सिमटते गये उनमें और
वो हमें भुलाते गए,
हम मरते गये उनकी बेरूखी से
और वो हमें अजमाते गए.
इश्क़ में दिल टूट जाए तो सब रोते है,
पर कुछ बुलंदियों को भी छूते है
क्योंकि वो सबसे अलग होते हैं.
दिल को शीशा मत बनाइयें,
कि कोई भी तोड़ दे,
दिल को पत्थर मत बनाइयें,
कि कोई भी छोड़ दे.
इस दिल में इश्क़ की आहट न होगी,
रो लिया बहुत अब जिन्दगी में राहत होगी.
ना जाने क्यों तेरा मिलकर बिछड़ना याद आता है,
मैं रो पड़ता हूँ जब गुजरा जमाना याद आता हैं.
Sad Crying Shayari सेड क्राइंग शायरी
दर्द है दिल में पर एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता.
काश !!! कोई होता जो कहता ना रोया कर,
तेरे दर्द से मझे भी दर्द होता हैं.
तेरा हर रोज जिक्र हो मुझे ये मंजूर नहीं,
आँसू मैं क्यों बहाऊं जब मेरा कसूर नहीं.
पुछा था हाल उन्होंने बड़ी मुद्दतों के बाद,
कुछ गिर गया है आँख में कह कर हम रो पड़े.
मुझे छोड़कर वो खुश है तो शिकायत कैसी,
अब मैं उन्हें खुश भी न देखूँ तो मोहब्बत कैसी.
जिन्दगी में तन्हाई सबको सताती है,
दिल तोड़ने वालों को भी सबक सिखाती है.
मोहब्बत है हमें उनसे इसलिए खामोश रह जाते हैं,
वरना थोड़े बहुत सवाल जवाब हमें भी आते हैं.
जब खत्म हो जाए दिलों का मेल,
तो इश्क़ बन जाता है एक खेल.
अब से हर पल को एक नई रंगत से भरा करूँगा मैं,
हर मौसम में एक दर्द को हँस के रुसवा करूँगा मैं.
मोहब्बत उनकी शायद बट गयी है,
उनकी नजर मुझसे थोड़ी हट गयी है.
Sad Crying Shayari / सेड क्राइंग शायरी
खामोशियों से मिल रहे हैं खामोशियों के जवाब,
कैसे कहें कि उनसे बात नहीं हो रही हैं.
इश्क़ में रोना शायरी
इश्क़ दिल ने किया, ख़ुशी पाने के लिए,
दर्द, आँसू, तड़प, तन्हाई तुमने क्यों दिए.
तुम पूछों और मैं ना बताऊँ,
ऐसे तो हालत नहीं,
एक जरा सा दिल टूटा है
और तो कोई बात नहीं.
तुझे याद कर लू तो मिल जाता है दिल को सुकून,
इस दिल के दर्द का इलाज कितना सस्ता है.
दर्द हो दिल में तो दवा कीजिये,
दिल ही जब दर्द हो तो क्या कीजिये.
आँखें रोती है तो दिल को सुकून मिलता हैं,
क्योंकि मोहब्बत की शुरूआत इसने ही की थी.
रोने से कोई हल नहीं मिलता हैं,
बीता हुआ कल नहीं बदलता हैं.
नीलाम कुछ इस कदर हुए
बाजार-ऐ-वफ़ा में हम आज ,
बोली लगाने वाले भी वो ही थे
जो कभी झोली फैला कर माँगा करते थे।
उसकी बाहों में सोने का
अभी तक शौक है मुझको ,
मोहब्बत में उजड़ कर भी ,
मेरी आदत नहीं बदली।
बहुत रोई होगी वो
कोरा-कागज़ देखकर,
खत में उसने पुछा था..
ज़िन्दगी कैसी बीत रही है
Ho Sakiti Hai Zindagi Me Mohbbat
उन्हें चाहना हमारी कमज़ोरी है ,
उनसे कह नहीं पाना हमारी मजबूरी है।
वो क्यू नहीं समझते हमारी ख़ामोशी को ,
क्या प्यार का इज़हार करना ज़रूरी है
कि तुम रुठ गए तो दिक्कत हो जाएगी,
अगर मैंने मनाया तो मोहब्बत हो जायेगी,
कुछ फासले यूँ ही बरक़रार रहने दो,
तुम जो मर्जी कर लो मगर प्यार रहने दो।
शाख से हर बार टूटे मगर उसूलों से जिंदगी जी है,
कांटे ही चुभे हर दफ़ा जब भी गुलों की आरज़ू की हैं,
अफ़सोस है मुझे अब भी उसी अब्र का,
जो छाया तो घटाओं सा पर बरसा अभी तक नहीं है
घुट घुट कर जिते रहें
कोई फरियाद ना करें,
कहाँ से लाऊ वो दिल
जो तुम्हे याद ना करे
काँच का तोहफा ना देना कभी,
रूठ कर लोग तोड दिया करते हैं,
जो बहुत अच्छे हो उनसे प्यार मत करना,
अकसर अच्छे लोग ही दिल तोड दिया करते है
किसी को न पाने से जिंदगी खत्म नहीं होती,
लेकिन किसी को पाकर खो देने से कुछ बाकी भी नहीं रहता.
चलो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर,
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं और बयाँ हमसे होगा नहीं.
काश वो समझते इस दिल की तड़प को,
तो हमें यूँ रुसवा न किया जाता,
यह बेरुखी भी उनकी मंज़ूर थी हमें,
बस एक बार हमें समझ तो लिया होता..
तड़प के देखो किसी की चाहत में,
तो पता चले कि इंतजार क्या होता है,
यूं ही मिल जाए अगर कोई बिना तड़पे,
तो कैसे पता चले कि प्यार क्या होता है
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर,
तुझ पर ज़रा भी जोर होता मेरा,
ना रोते हम यूँ तेरे लिए अगर हमारी जिंदगी में तेरे सिवा कोई ओर होता..
Jab Koi Kisi Ka Sath Chod De
जख़्म इतना गहरा हैं इज़हार क्या करें।
हम ख़ुद निशां बन गये ओरो का क्या करें।
मर गए हम मगर खुली रही आँखे हमरी।
क्योंकि हमारी आँखों को उनका इंतेज़ार हैं।
वो बात क्या करें जिसकी कोई खबर ना हो।
वो दुआ क्या करें जिसका कोई असर ना हो।
कैसे कह दे कि लग जाय हमारी उमर आपको।
क्या पता अगले पल हमारी उमर ना हो
उदास नज़रो में ख़्वाब मिलेंगे।
कभी काटे तो कभी गुलाब मिलेंगे।
मेरे दिल की किताब को मेरी नज़रो से पढ़ कर तो देखो।
कही आपकी यादे तो कही आप मिलेंगे
मुझे आती है यादें तेरी, रुलाती है बहुत यादें तेरी,
यकींन नहीं होता तुम नहीं हो ज़िन्दगी में,
फिर क्यों मुझे रातों को जागती है यादें तेरी
रखा करो नजदीकियां,
जिंदगी का भरोसा नहीं…
फिर कहोगे चुपचाप चले गए
और बताया भी नहीं…
मेरी कहानी तुम से शुरू, तुमपे ही खत्म,
सांसों की रवानी तुमसे ही शुरू, तुमपे ही ख़त्म
मुझे भुला के न जाना ज़िन्दगी मेरी,
ज़िन्दगी तुम हो, तुम नहीं तो ज़िन्दगी ख़त्म
मोहब्बत हकीकत है, कोई ख़्वाब ये नहीं,
जुआ है ज़िन्दगी का, हर कोई कामयाब तो नहीं I
जिस को मिल गयी मंज़िल, उसे मुबारक हो,
जो लूट गया सफर में, वो इश्के बीमार तो नहीं
जिसको आज मुझमे हजारो गलतिया नजर आती हैं
कभी उसी ने कहा था तुम जैसे भी हो मेरे हो
उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी
जहा सारा शहर अपना था और तुम अजनबी
उल्फत में कभि यह हाल होता है,
आंखे हस्ती है मगर दील रोता है;
मानते है हम जिससे मंजिल अपनी,
हमसफ़र उसका कोई और होता है
Ek Waqt Tha Jab Wo Mazak Me Bhi
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,
अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया,
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने,
यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया
राह तकते हुए जब थक गई मेरी आँखें,
फिर तुझे ढूढ़ने मेरी आँख के आँसू निकले।
मुझे मालूम है तुमने बहुत बरसात देखी है,
मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है।
आँखों में आँसुओं की लकीर बन गयी,
जैसी चाही थी वैसी ही तकदीर बन गयी,
हमने तो चलाई थीं रेत में उँगलियाँ,
गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गयी।
प्यास इतनी है मेरी रूह की गहराई में,
अश्क़ गिरता है तो दामन को जला देता है।
कम नहीं हैं आँसू मेरी आँखों में मगर,
रोता नहीं कि उनमें उसकी तस्वीर दिखती है।
जिसे ले गई है अभी हवा
वो वरक़ था दिल की किताब का,
कहीं आँसुओं से मिटा हुआ
कहीं आँसुओं से लिखा हुआ।
हँसने की जुस्तजू में दबाया जो दर्द को,
आँसू हमारी आँख में पत्थर के हो गए।
सोचा ही नहीं था ज़िन्दगी में
ऐसे भी फसाने होंगे,
रोना भी जरुरी होगा
आँसू भी छुपाने होंगे।
Zindagi Me Pyar Kya Hota Hai
दो चार आँसू ही आते हैं पलकों के किनारे पे,
वर्ना आँखों का समंदर गहरा बहुत है।
वो अश्क़ बन के मेरी चश्म-ए-तर में रहता है,
अजीब शख़्स है पानी के घर में रहता है।
आँसू भी मेरी आँख के अब खुश्क हो गए,
तू ने मेरे खुलूस की कीमत भी छीन ली।
बारिशें हो ही जाती हैं शहर में फ़राज़,
कभी बादलों से तो कभी आँखों से।
हमें आँसुओं से ज़ख्मों को धोना नहीं आता,
मिलती है ख़ुशी तो उसे खोना नहीं आता,
सह लेते हैं हर ग़म को जब हँसकर हम,
तो लोग कहते है कि हमें रोना नहीं आता।
इनको न कभी आँख से गिरने देता हूँ,
उनको लगते हैं मेरी आँख में प्यारे आँसू।
वापसी का सफ़र अब न मुमकिन होगा,
हम निकल चुके हैं आँख से आँसू की तरह।
अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आँसू,
अभी छेड़ी कहाँ है दास्तान-ए-ज़िन्दगी मैंने।
जिस तरह हँस रहा हूँ मैं पी पी के गर्म अश्क़.
यूँ कोई दूसरा हँसे तो कलेजा निकल पड़े।
वो इस तरह मुस्कुरा रहे थे,
जैसे कोई गम छुपा रहे थे,
बारिश में भीग के आये थे मिलने,
शायद वो आँसू छुपा रहे थे।
Bharosa Nahi Raha Ab Kisi Par
सदियों बाद उस अजनबी से मुलाकात हुई,
आँखों ही आँखों में चाहत की हर बात हुई,
जाते हुए उसने देखा मुझे चाहत भरी निगाहों से,
मेरी भी आँखों से आँसुओं की बरसात हुई।
पलकों से अश्क़ गिरा है तो उसे गिरने दो,
सीने में कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी।
वापसी का सफर अब मुमकिन न होगा।
हम तो निकल चुके हैं आँख से आँसू की तरह।
मुझको रुला कर दिल उसका रोया तो होगा,
उसकी आँखों में भी आँसू आया तो होगा,
अगर न किया कुछ भी हासिल हमने प्यार में,
कुछ न कुछ उसने भी खोया तो होगा।
अश्क़ से आज आँखों में क्यों हैं आये हुए,
गुजर गया है ज़माना तुझे भुलाये हुए।
तू इश्क की दूसरी निशानी दे दे मुझको,
आँसू तो रोज गिर कर सूख जाते हैं।
बारिशें कुछ इस तरह से होती रहीं मुझ पे,
ख्वाहिशें सूखती रहीं और पलकें भीगती रहीं।
वहाँ से पानी की एक बूँद भी न निकली,
तमाम उम्र जिन आँखों को झील लिखते रहे।
पलकों के बंध तोड़ के दामन पे गिर गया,
एक अश्क़ मेरे ज़ब्त की तौहीन कर गया।
तुम्हारी याद में आँसू बहाना
यूँ भी जरूरी है,
रुके दरिया के पानी को तो
प्यासा भी नहीं छूता।
Itna Dard To Mot Bhi Nahi Deti
प्यार कर के कोई जताए ये जरूरी तो नहीं,
याद कर के कोई बताये ये जरूरी तो नहीं,
रोने वाले तो दिल में ही रो लेते हैं अपने,
कभी आँख में आँसू आये जरूरी तो नहीं।
जो आँसू दिल में गिरते हैं
वो आँखों में नहीं होते,
बहुत से हर्फ़ ऐसे होते हैं
जो लफ़्ज़ों में नहीं रहते,
किताबों में लिखे जाते हैं
दुनिया भर के अफ़साने,
मगर जिन में हकीकत हो
किताबों में नहीं रहते।
न जाने कौन सा आँसू मेरा राज़ खोल दे,
हम इस ख़्याल से नजरें झुकाए बैठे हैं।
फिर आज आँसुओं में नहाई हुई है रात,
शायद हमारी तरह ही सताई हुई है रात।
इतना तो ज़िन्दगी में किसी की खलल पड़े,
हँसने से हो सुकून ना रोने से कल पड़े,
मुद्दत के बाद उसने जो की प्यार की निगाह,
जी खुश तो हो गया मगर आँसू निकल पड़े।
जो आँसू आँख से अचानक निकल पड़ें,
वजह उनकी ज़बान से बयां नहीं होती।
देगा अगर दर्द तो खुद भी डूबेगा,
वो एक शख्स जो आँखों में रहता है।
घास में जज़्ब हुए होंगे ज़मीं के आँसू
पाँव रखता हूँ तो हल्की सी नमी लगती है।
उसने बस यूँ ही उदासी का सबब पूछा था,
मेरी आँखों में सिमट आये समंदर सारे।
आँसू मेरे देखकर तू परेशान क्यों है ऐ दोस्त,
ये वो अल्फाज हैं जो जुबान तक आ न सके।
Ankhe Thak Gai Asman Ko Dekhte Dekhte
इनको न कभी आँख से गिरने देता हूँ मैं,
उनको लगते हैं मेरी आँख में प्यारे आँसू।
मेरे दिल में न आओ वरना डूब जाओगे,
ग़म के आँसू के सिवा कुछ नहीं इसके अंदर,
अगर एक बार रिसने लगा जो पानी,
तो कम पड़ जायेगा भरने के लिए समंदर।
सलीका हो अगर भीगी हुई आँखों को पढ़ने का,
तो फिर बहते हुए आँसू भी अक्सर बात करते हैं।
प्यास बुझ जाये ज़मीं सब्ज़ हो मंज़र धुल जाये,
काम क्या-क्या न इन आँखों की तरी आये है।
मेरा शहर तो बारिशों का घर ठहरा,
यहाँ आँख हों या बादल बहुत बरसते हैं।
जाहिर नहीं करता पर मैं रोज रोता हूँ,
शहर का दरिया मेरे घर से निकलता है।