Sharmana Shayari In Hindi / शर्माना शायरी हिंदी में किसी शर्मीले लड़के या लड़की को अपने दिल की बात कहना आसान नहीं होता। क्यू की हमे शर्म बहुत आती है या फिर हमारे दिल में एक डर रहता है कि कहीं वो बुरा न मान जाए। ऐसे में आप हमारी शर्माना शायरी हिंदी में इन प्यार भरी शायरी को आजमा सकते हैं।और अपने दिल की बात शायरी अंदाज़ में बोल सकते हो उस से आपको शर्म भी नहीं आएगी और आपका काम भी आसानी से हो जायगा और हर किसी को अपने महब्बूब को अपने दिल की बातों को बयां करना आसान नहीं होता। कभी-कभी तो दिल की बात दिल में ही रह जाती है और कहने के लिए बहुत देर हो चुकी होती है। अगर आपके दिल में भी अपने प्यार से कोई दिल की बात शेयर करने की चाहत है, तो यहां दी गई शायरी आपकी मदद कर सकती हैं। यहां बिलकुल नई शायरी है और जिनसे आप अपने महब्बूब अपनी मोहब्बत को बयां करने में बहुत ज़ादा आसान हो जायगा हो सकता है की आपकी मोहब्बत जिन्हें आप अपने प्यार से शेयर करके अपने दिल की बात बता सके पोस्ट के लास्ट में आप को और भी शायरिया मिल जायँगी आप को बस हमारे इस लिंक New Love Shayari In Hindi पर किलिक करना है आप के लिए बहुत बेहतरीन बेहतरीन शायरिया है इसके अलावा और भी है
Sharmana Shayari In Hindi / शर्माना शायरी हिंदी में
बेबाक आँखों में ताल्लुक टिक नहीं पाता,
मोहब्बत में कशिश रखने को शर्माना जरूरी है।
कभी बैठा के सामने पूछेंगे तेरी आँखों से,
किसने सिखाया है इन्हें हर दिल में उतर जाना।
अगर कुछ सीखना ही है तो
आँखों को पढ़ना सीख लो,
वरना लफ़्ज़ों के मतलब तो
हजारों निकल आते है।
सिर्फ आँखों को देख के कर ली उनसे मोहब्बत,
छोड़ दिया अपने मुक़द्दर को उसके नक़ाब के पीछे।
मिली जब भी नजर उनसे धड़कता है हमारा दिल,
पुकारे वो उधर हमको इधर दम क्यों निकलता है।
बिना पूछे ही सुलझ जाती हैं सवालों की गुत्थियाँ,
कुछ आँखें इतनी हाज़िर-जवाब होती हैं।
क्या पूछते हो शोख निगाहों का माजरा,
दो तीर थे जो मेरे जिगर में उतर गये।
उतर चुकी है मेरी रूह में किसी की निगाह,
तड़प रही है मेरी ज़िंदगी किसी के लिए।
महफिल अजीब है ये मंज़र अजीब है,
जो उसने चलाया वो खंजर अजीब है,
ना डूबने देता है ना उबरने देता है,
उसकी आँखों का वो समंदर अजीब है।
पैगाम लिया है कभी पैगाम दिया है,
आँखों ने मोहब्बत में बड़ा काम किया है
Sharmana Shayari In Hindi / शर्माना शायरी हिंदी में
जाती है इस झील की गहराई कहाँ तक,
आँखों में तेरी डूब के देखेंगे किसी रोज।
महकता हुआ जिस्म तेरा गुलाब जैसा है,
नींद के सफर में तू एक ख्वाब जैसा है,
दो घूँट पी लेने दे आँखों के प्याले से,
नशा तेरी आँखों का शराब जैसा है।
तमाम अल्फाज़ नाकाफी लगे मुझको,
एक तेरी आँखों को बयां करने में।
ये कायनात सुराही थी, जाम आँखें थीं,
मुवसलत का पहला निज़ाम आँखें थीं।
कोई आग जैसे कोहरे में दबी-दबी सी चमके,
तेरी झिलमिलाती आँखों में अजीब सा शमा है।
निगाहे-लुत्फ से इक बार मुझको देख लेते है,
मुझे बेचैन करना जब उन्हें मंजूर होता है।
होता है राजे-इश्को-मोहब्बत इन्हीं से फाश,
आँखें जुबाँ नहीं है मगर बेजुबाँ नहीं।
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब,
और एक तेरी आँखें हैं कि होश में आने नहीं देती।
इतने सवाल थे कि मेरी उम्र से न सिमट सके,
जितने जवाब थे कि तेरी एक निगाह में आ गए।
मिलायेंगे नजर किससे कि वो बेदीद हैं ऐसे,
नहीं आईना में आँखें मिलाते अपनी आँखों से।
Sharmana Shayari In Hindi / शर्माना शायरी हिंदी में
जो वो आँखों में आया कौन उसको देख सकता था,
क़सम आँखों की हम उसको छुपाते अपनी आँखों से।
ज़फ़र गिरिया हमारा कुछ-न-कुछ तासीर रखता है,
उन्हें हम देखते हैं मुस्कुराते अपनी आँखों से।
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आँखों में,
जहाँ देखे तू एक नजर वहाँ खुशबू बिखर जाए।
देखा है मेरी नजरों ने एक रंग छलकते पैमाने का,
यूँ खुलती है आँख किसी की जैसे खुले दर मैखाने का।
आपने नजर से नजर जब मिला दी,
हमारी ज़िन्दगी झूमकर मुस्कुरा दी,
जुबां से तो हम कुछ भी न कह सके,
पर आँखों ने दिल की कहानी सुना दी।
अब तक मेरी यादों से मिटाए नहीं मिटता,
भीगी हुई इक शाम का मंज़र तेरी आँखें।
नजर जिसकी तरफ करके निगाहें फेर लेते हो,
कयामत तक उस दिल की परेशानी नहीं जाती।
खुलते हैं मुझपे राज कई इस जहान के,
उसकी हसीन आँखों में जब झाँकता हूँ मैं।
मुस्कुरा के देखा तो कलेजे में चुभ गयी,
खंज़र से भी तेज़ लगती हैं आँखें जनाब की।
फिदा है हम तेरी हर एक बात में
याद बहुत आते हो दिन और रात में
कल जब देखा था कई सपनों की रात में
तब भी तुम्हारा ही हाथ मेरे हाथ में था
Humari Galtiyo Se Kahi Toot Na Jana
आपकी राय से हम मदहोश हो गए
आपने पलट कर देखा तो हम बेहोश हो गए
यही एक बात कहनी थी आपसे
न जाने क्यों आप देखते ही हम खामोश हो गए…
दुनिया में उन्होंने ऐसा के आज तक सो ना खास
रुलाया वे ऐसा के सबके सामने रो भी ना सके
जाने क्या बात थी उनमे.
जब से उन्हें अपना माने तबसे किसी के हो ना सके
अपने दिल की बात,
हमसे क्यों छुपाते हो,
कह भी दो जो कहना है,
हमसे क्यों शर्माते हो।
बोलने से डरता है,
बड़ा ही शर्मीला यार है मेरा,
उससे नाराज भी नहीं हो सकते,
क्योंकि पहला प्यार है मेरा।
वो ही दोस्ती है मेरी और,
वो ही मेरा दिलदार है,
नजरें झुका लेता है देखने पर,
बड़ा ही शर्मीला यार है।
नजरें मिलाने से डरता है,
देखता है लेकिन मुझको ही,
शर्मा जाता है कुछ भी कहो तो,
पर चाहता है मुझको ही।
दिल की बात जुबां पर तो लाया करो,
कुछ तो कह दो यार यू न शर्माया करो।
बड़ा ही शर्मिला है वो,
दिल की बात बताता ही नहीं,
निगाहें बयां कर देती है,
वो बातें जो लबों तक लाता ही नहीं।
आंखों में उसकी देखे हैं खुद के लिए सपने,
बातों को छुपाते हैं रखकर वो दिल में अपने,
साथ चलते हैं, तो शर्माते हैं हाथ पकड़ने में,
धीरे-धीरे हमें वो लगने लगे हैं अब मेरे अपने।
पढ़-लिखकर जाने वो क्या हासिल कर जाते हैं,
आंखों से बोल देते हैं सब और कहने से शर्माते हैं।
Kash Kahih Se Mil Jate Woh
यूं तो दुनिया की तमाम बातें,
वो ऐसे ही कर जाते हैं,
जैसे ही शुरू होती है दिल की बात,
वैसे ही वो शर्मा जाते हैं।
सामने रहूं उनके तो बस मुझे ही देखा करते हैं,
रहती है लबों पर शर्म, मन में हमको ही याद करते हैं।
दिल की बात कहने में,
इतना क्यों शर्माते हो तुम,
जो बात तुम्हारी नजरें कहती हैं,
उन्हें क्यों छुपाते हो तुम।
बात करते-करते तेरा शर्माना दिल ले गया,
कुछ पूछने पर तेरा मुस्कुराना दिल ले गया।
गजब करता है बातों-बातों में तेरा मुस्करा जाना,
बहुत भाता है नजरों का मिलना और तेरा शर्मा जाना।
यूं तो तुम हम पर अपना बहुत हक जताती हो,
हाथ थामते हैं जब हम तुम्हारा, तो क्यों शर्मा जाती हो।
इरादे जानकर हमारे तुम ऐसे क्यों शर्मा जाती हो,
हम तो बस मजाक करते हैं और तुम घबरा जाती हो।
मिलने पर नजरों से नजरें,
वो नाहक ही शर्मा जाते हैं,
पलकों को उठाते तक नहीं,
और हर बात कह जाते हैं।
पसंद करते हो हमें तो क्यों नहीं जताते हो,
बात भी हमसे ही करते हो और हमसे ही शर्माते हो।
कभी न जाने दूं तुमको,
याद आते बहुत हो,
मन है कि गले से लगा लूं,
लेकिन तुम शर्माते बहुत हो।
Kareeb Aa Kar Bhi Mesi Nahi Hui
देखकर हमें आता है उनके चेहरे पर नूर,
हम देखते ही शर्मा जाती हैं, इसमें हमारा क्या कसूर?
ऐसे ही मिलते रहे,
तो एक दिन प्यार हो जाएगा,
अगर तुम शर्माना छोड़ दो,
तो शायद इकरार हो जाएगा।
आंखों में जब मैं हूं तुम्हारी,
तो फिर शर्माना कैसा,
हम पसंद करते हैं तुमको,
तो दुनिया से घबराना कैसा।
मेरे यार का ये अंदाज भी मुझे भा गया है,
मेरी नजरों में देखकर मेरा यार शर्मा गया है।
मुझे देखकर तेरा मुस्कुराना अच्छा लगता है,
बातों-बातों में तेरा शर्माना भी अच्छा लगता है।
मेरी किस्मत की बात है,
कि आज तू मेरे साथ है,
शर्मा भी रही हो क्योंकि,
मेरे हाथ में तेरा हाथ है।
भरी महफिल में,
तेरा मुस्कुराना गजब था,
हमें देखना और देखकर,
शर्माना भी गजब था।
नजरें मिलीं तो उसने,
अपना चेहरा छुपा लिया,
मुस्कुराकर हया से उसने,
नजरों को झुका लिया।
अपने दिल के अरमानों को,
तुमसे जताना चाहते हैं,
कितना पसंद करते हैं,
तुमको यह तुम्हें बताना चाहते हैं।
ये तमन्ना-ए-दिल पूरी हो,
जाने कब ऐसा नसीब होगा,
मेरे हाथ में तेरा हाथ हो,
और तू मेरे सबसे करीब होगा।
Sharmana Shayari In Hindi / शर्माना शायरी हिंदी में
जता भी नहीं सकते और,
तुमसे छुपा भी नहीं सकते,
हम तुमको चाहते हैं,
ये तुम्हें बता भी नहीं सकते।
काश! तुम भी मुझसे मिलने के लिए तरस जाओ,
आखों में देखकर मेरे दिल की बात समझ जाओ।
एक दिन देखा था तुमको,
बाल सुखाते हुए छत पर,
तबसे ही पसंद करते हैं तुमको,
यह छुपा रखा है लब पर।
तुमको देखकर ही दिल लगता है,
मेरी खुशियों का तुम ही सहारा,
जिंदगी जी लूंगा मैं खुशी से,
यदि मुझे साथ मिल जाए तुम्हारा।
कैसे बयां करूं अपना हाल-ए-दिल तुमसे,
काश तुम समझाे कि कितनी चाहत है तुमसे।
आज भी छुपकर हम,
तेरा दीदार करते हैं,
तुमको कैसे बताऊं कि हम,
कितना प्यार करते हैं।
उनकी आंखों में मुझे,
अपना संसार नजर आता है,
क्योंकि उनको भी मेरी आंखों में,
मेरा प्यार नजर आता है।
उनकी यादों को छुपाकर रखा है,
अपने दिल की किताब में,
मदहोश रहते हैं उनकी यादों में,
इतना नशा नहीं शराब में।
तुमसे चाहत है कितनी कैसे तुमको बताऊं मैं,
दिल में मोहब्बत है कितनी, कैस तुम्हें दिखाऊं मैं।
तुमको पता नहीं लेकिन,
यह मेरा एक तरफा प्यार है,
होश रहता नहीं है अब मुझे,
तेरा नशा भी बेशुमार है।
दिल के एक कोने में तेरी,
तस्वीर को छुपाकर रखा है,
तुम्हें पता नहीं, लेकिन तुम्हें,
अपनी तकदीर बनाकर रखा है।
तुम अपने दिल को इतना ज्यादा बेकरार न करना,
पसंद कर लो मुझे, पापा की पसंद का इंतजार न करना।
पसंद करते हैं तुमको,
और जमाने में चर्चे बहुत हैं,
इजहार करने से डरते हैं,
क्योंकि तुम्हारे खर्चे बहुत हैं।
Tere Badal Ne Ka Dukh Nahi Hai
माना तुम अगर मिल जाओ मुझे,
तो मेरी तकदीर बना दोगी,
खर्चे थोड़ा कम किया करो,
नहीं तो मुझे फकीर बना दोगी।
माना कि तुम हमें प्यार करते बहुत हो,
लेकिन मेरे सारे भाईयों से डरते भी बहुत हो।
मैंने उससे कहा बाजार मैं तोहफे बहुत हैं,
लेकिन उन्हें खरीदने के लिए मेरा बजट नहीं,
उसने कहा कि मिलने के बारे में सोचना भी मत,
फिर मुझे तोहफा देने का भी झंझट नहीं।
चूम लेते हैं तेरे कदमों की मिट्टी को,
क्योंकि तुम पर प्यार आता है बहुत,
पर तुम आए मेरे घर और मां से कह दिया,
देखो अपने बच्चे को ये तो मिट्टी खाता है बहुत।
हम उन्हें याद करते-करते अक्सर रो जाते हैं,
और वो रोमांटक गाने सुनकर आराम से सो जाते हैं।
हर फिजा में और हर मोहल्ले में तुम्हारे चर्चे बहुत हैं,
डरते हैं दोस्ती करने से, क्योंकि तुम्हारे खर्चे बहुत हैं।
आशिक तो जान दे देते हैं अपनी महबूबा के प्यार में,
मेरा वाला हटकर है, वो लाॅलीपॉप थमा देता है उपहार में।
हर तुम्हें बेपनाह प्यार करते हैं,
तुमपर अपना हक समझते हैं,
इसलिए हम तुम्हें परेशान करते हैं।
रूठने मनाने की भी हद हो गई,
अपना बनाने की भी हद हो गई,
कभी कुछ तोहफा भी दे दिया करो,
पैसा बचाने की भी हद हो गई।
प्यार को निभाने की उम्र कम पड़ जाती है,
कहने बैठूंगा तो बात कम पड़ जाती है,
कैसे मैं वादा कर दूं तुम्हें बाजार ले जाने का,
तुम बाजार जाती हो, तो सैलरी कम पड़ जाती है।
शर्माना शायरी हिंदी में
दिल ने कहा कि अपनी बात में रहो,
दिमाग ने कहा कि अपने जजबात में रहो,
एक दिन कह दी मैंने उससे अपने दिल की बात,
मुस्कुराके उसने कहा कि अपनी औकात में रहो।
बेबसी का आलम है कि तुम मेरे पास नहीं हो,
कैसे रोक लूं खुद को कि दिल उदास न हो।
तेरे बिना मेरी मंजिल का सफर है अधूरा,
तुम ही नहीं मिली तो प्यार कैसे होगा पूरा।
मैने किया इंतजार और वो बहाने बनाते रहे,
वो तोड़ते रहे हर वादा और हम रिश्ता निभाते रहे।
वादा करके मुकर जाना अच्छा नहीं होता,
प्यार की राह में छोड़ जाना अच्छा नहीं होता।
मैंने तुझको टूटकर चाहा,
जैसे खुद ही दुख का बीज बोया हो,
ऐसा कोई शख्स नहीं दुनिया में,
जो मोहब्बत करके नहीं रोया हो।
दिल में कांटे की तरह दर्द देती है मुझे तेरी यादें,
भरी महफिल में भी रुला देती है मुझे तरी यादें।
चाहत के नाम से अब तो डर सा गया हूं,
छोड़कर गए हो जब से तुम बिखर सा गया हूं।
इतनी चाहत के बाद भी तू मुझे हासिल नहीं,
तू मुझे मिल जाए शायद मैं उस काबिल नहीं।
कि मैंने कभी तुमको टूटकर चाहा था अफसोस है,
अपना सब कुछ तुम पर लुटाया था अफसोस है।
जब से नजरें मोड़ ली उन्होंने हम से,
हमने भी रिश्ता जोड़ लिया अपना गम से।
Kal Kho Diya Aaj Ke Liye
अब तो हर दर्द को अपनाने लगे हैं,
जब से वो दिल तोड़कर बहाने बनाने लगे हैं।
शुक्रगुजार हूं कि तुमने,
मुझे मेरी औकात बता दी,
दिल में जो छुपाकर रखी थी,
हर वो बात बता दी।
अभी मैं हूं तो तुम मेरी चाहत को नहीं समझोगे,
जब मैं नहीं रहूंगा तब तुम मेरे प्यार को तरसोगे।