shayari teri yaad in hindi शायरी तेरी याद हिंदी में

shayari teri yaad in hindi याद एक असा अहसास है जो सब को होता है किसी को ज़ादा किसी को कम याद बहुत कमल की चीज़ है जब भी आती है दिल में कोई दूसरी बात आने ही नहीं देती याद कभी भी कही भी आ सकती है याद को शायरी के अंदाज़ में देखो और अपने दोस्तों को याद शायरी भेजो आप के दोस्तों को भी शायरी पंसद होगी तो वो भी आपको शायरी के आज़ाद में ही जवाब देना शुरू करेंगे तो आप का टाइम भी अच्छा पास होगा और आप अपने दोस्त भाई पार्टनर किसी को भी शायरी भेजो शायरी का महल बनजाये एक बार तो मज़ा ही आ जाता है जब दो दोस्त साथ में बात करते है कभी कभी तो ऐसा होता है की हम अपने दोस्त भाई को लॉन्ग टाइम के बाद याद करते है तो हमे भी अच्छा लगता है और दोस्तों को भी यहाँ पर आप के लिए कुछ शायरी है जो हमने आप के लिए निकाली है

shayari teri yaad in hindi yaad ek asa ahsshai jo sab ko hota hai kisi ko zada kisi ko kam yaad bahut kamal ki chiz hai jab bhi ati hai dil dimag me koi dusri bat ane hee nahi deti yaad kabhi bhi kahi bhi aa sakti hai yaad ko shayari ke andaz me dekho aur apne dosto ko yaad shayari bhejo aap ke dosto ko bhi shayari pasand hogi to wo bhi aap ko shayari ke andaz me jee hee jawab denna shuru karenge to aap ka time achcha pass hoga aur apne dost bhai partner kisi ko bhi shayari bhejo shayari ka mohal ban jayga

shayari teri yaad in hindi

shayari teri yaad

मुझे कुछ भी नहीं कहना इतनी सी गुजारिश है,
बस उतनी बार मिल जाओ जितना याद आते हो।

हर एक पहलू तेरा मेरे दिल में आबाद हो जाये,
तुझे मैं इस क़दर देखूं मुझे तू याद हो जाये।

हम चाहे तो भी तुझे भुला नहीं सकते,
तेरी यादों से दामन चुरा नहीं सकते,
तेरे बिना जीना एक पल भी मुमकिन नहीं,
तुम्हें चाहते हैं इतना कि बता नहीं सकते।
मिसिंग यू…

कहीं ये अपनी मोहब्बत की इन्तेहाँ तो नहीं,
बहुत दिनों से तेरी याद भी नहीं आई।

कहीं ये अपनी मोहब्बत की इन्तेहाँ तो नहीं,
बहुत दिनों से तेरी याद भी नहीं आई।

ढूढ़ोगे उजड़े रिश्तों में वफ़ा के खजाने,
तुम मेरे बाद मेरी मोहब्बत को याद करोगे।

दिल में आप हो और कोई खास कैसे होगा,
यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा,
हिचकियॉं कहती हैं आप याद करते हो,
पर बोलोगे नहीं तो मुझे एहसास कैसे होगा

नहीं फुर्सत यकीं मानो हमें कुछ और करने की,
तेरी यादें तेरी बातें बहुत मसरूफ़ रखती हैं।

सरहदें तोड़ के आ जाती है किसी पंछी की तरह,
ये तेरी याद है जो बंटती नहीं मुल्कों की तरह।

हर रात रो-रो के उसे भुलाने लगे,
आँसुओं में उसके प्यार को बहाने लगे,
ये दिल भी कितना अजीब है कि,
रोये हम तो वो और भी याद आने लगे।

भूल जाना उसे मुश्किल तो नहीं है लेकिन,
काम आसान भी हमसे कहाँ होते हैं।

गुजर गई है मगर रोज याद आती है,
वो एक शाम जिसे भूलने की हसरत है।

जरूरी तो नहीं है कि तुझे आँखों से ही देखें,
तेरी याद का आना भी तेरे दीदार से कम नहीं।

तुझे भुलाने की कोशिश तो बहुत की ऐ सनम,
तेरी यादें गुलाब की साख हैं जो रोज महकती हैं।

आपसे दूर जाने का इरादा तो नहीं था,
साथ-साथ रहने का भी वादा तो नहीं था,
तुम याद आओगे ये जानते थे हम,
पर इतना याद आओगे अंदाज़ा नहीं था।

shayari teri yaad

मेरे ख्वाबों का उसे कौन पता देता है,
नींद में आ के वो अक्सर ही जगा देता है।

तुम्हें सोचा तो हर सोच से खुशबू आई,
तुम्हें लिखा तो हर अल्फ़ाज महकता पाया।

अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो इसे मौत न समझना,
ऐसा हुआ है अक्सर तुझे याद करते करते।

मुझे मार ही न डाले ये बादलों की साजिश,
ये जब से बरस रहे हैं मुझे तुम याद आ रहे हो।

सोचा था कि मिटाकर सारी निशानियाँ,
चैन से सो जायेंगे,
बंद आँखो ने अक्स देखा तेरा,
तो बेचैन दिल ने पुकारा तुझको। मिसिंग यू…

तेरी यादों का जहर फैल गया है दिल में,
मैंने बहुत देर कर दी है तुझे भुलाने में।

किस तरह से मुझसे है तेरी याद को हमदर्दी,
देखती है मुझे तन्हा… तो चली आती है।

तड़पते हैं न रोते हैं न हम फ़रियाद करते हैं,
सनम की याद में हरदम खुदा को याद करते हैं,
उन्हीं के इश्क़ में हम दर्द की फरियाद करते हैं,
इलाही देखिये किस दिन हमें वो याद करते हैं।

हसरत नहीं, अरमान नहीं, आस नहीं है,
यादों के सिवा कुछ भी मेरे पास नहीं है।

आ गयी तेरी याद दर्द का लश्कर लेकर,
अब कहाँ जायें हम दिल-ए-मुजतर लेकर।

वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे,
दुनिया में हम सबसे खुशनसीब होंगे,
दूर से जब इतना याद करते हैं आपको,
क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?

मिटाओगे कहाँ तक तुम मेरी यादें मेरी बातें,
मैं हर मोड़ पर अपनी निशानी छोड़ जाऊंगा।

बहुत जी चाहता है क़ैद-​ए​-​जाँ से निकल जायें​,
तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है।

दूर रह कर करीब रहने की आदत है,
याद बन के आँखों से बहने की आदत है,
करीब न होते हुए भी करीब पाओगे,
मुझे एहसास बनकर रहने की आदत है।

उसकी धड़कन में मेरी याद अभी बाकी है,
ये हकीकत मेरे जीने के लिए काफी है।

ख्याल आँधी है उसका कि दिल काँप जाता है,
मेरे उदास ख्यालों किवाड़ मत खोलो।

जो पुकारता था हर घड़ी
जो जुड़ा था मुझसे लड़ी-लड़ी,
वो शख्स अगर कभी मुझे
भूल जाये तो क्या करें।

shayari teri yaad

याद करते हैं हम आज भी उन्हें पहले की तरह,
कौन कहता है फासले मोहब्बत की याद मिटा देते हैं।

अभी तक दिल में रोशन हैं तुम्हारी याद के जुगनू
अभी इस राख में चिंगारियाँ आराम करती हैं।

अकेलेपन का इलाज़ होती हैं यादें,
बहुत ही हसीन सी होती हैं यादें,
यूँ तो बोलने को कुछ भी नहीं हैं,
पर मानने को किसी का साया हैं यादें।

वो अपनी ज़िन्दगी में हो गए मसरूफ इतने कि,
किस-किस को भूल गए अब उन्हें भी याद नहीं।

तेरी यादें भी मेरे बचपन के खिलौने जैसी हैं,
तन्हा होता हूँ तो लेकर बैठ जाता हूँ।

तेरी यादों की कोई मंजिल होती तो अच्छा था,
खबर तो रहती कितना सफ़र तय करना है।

मेरे काबू में न पहरों दिल-ए-नाशाद आया,
वो मेरा भूलने वाला जो मुझे याद आया।

वो दिन दिन नहीं वो रात-रात नहीं,
वो पल पल नहीं जिस पल आपकी बात नहीं,
आपकी यादों से मौत हमें अलग कर सके,
मौत की भी इतनी औकात नहीं।

दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत याद करता है मेरा दिल तुम्हें
ख्वाबों में आके यूँ तड़पाया ना करो।

खुल जाता है तेरी यादों का बाज़ार सरेआम,
फिर मेरी रात इसी रौनक में गुजर जाती है।

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो,
न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाए।

कुछ नये सपने उसी के देखना है फिर मुझे,
सो गया हूँ मैं बहा कर जिसकी यादें आँख से

तुझे याद करना न करना अब मेरे बस में कहाँ
दिल को आदत है हर धड़कन पे तेरा नाम लेने की।

कभी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं,
मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं

इस तरह दिल में समाओगे सोचा न था,
दिल को इतना तड़पाओगे सोचा न था,
मालूम था कि दूर हो तो याद तो आओगे,
मगर इस कदर याद आओगे सोचा न था।

बड़ा अजीब सा ज़हर था उसकी याद में,
पूरी उम्र गुजर गई मरते-मरते।

shayari teri yaad

मसरूफ़ ज़िन्दगी में तेरी याद के सिवा,
आता नहीं है कोई मेरा हाल पूछने।

बदली सावन की कोई जब भी बरसती होगी,
दिल ही दिल में वह मुझे याद तो करती होगी,
ठीक से सो न सकी होगी कभी ख्यालों से मेरे,
करवटें रात भर बिस्तर पे बदलती होगी।

भुला दिया है मुझे ज़ालिम ने आदतन भी मगर,
वो बात कि जिससे याद आऊँ मुझ में थी भी नहीं।

उसे यकीन था खुद पे कि भूल जायेगा मुझे,
हमें भी दिल पे भरोसा था और याद रक्खे हैं।

उसे जब याद आएगा वो पहली बार का मिलना,
तो पल-पल याद रखेगा या सबकुछ भूल जायेगा,
उसे जब याद आएगा गुजरे मौसम का हर लम्हा,
तो खुद ही रो पड़ेगा या खुद ही मुस्कुराएगा।

दो लफ्ज़ क्या लिखे तेरी ‪याद‬ में हमने,
लोग कहने लगे तू आशिक़ बहुत पुराना है।

काश तू भी बन जाए तेरी यादों की तरह,
न वक़्त देखे न बहाना बस चली आये।

यह माना के हम से वो खफा रहे होंगे,
हो सकता है वो हमें आजमा रहे होंगे,
हम उतनी ही शिद्दत से याद करेंगे उन्हें,
जितनी शिद्दत से वो हमें भुला रहे होंगे।

जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है,
हम ने उदास रहने की आदत बना ली है,
हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में,
तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है।

किस जगह रख दूँ तेरी याद के चिराग को,
कि रोशन भी रहूँ और हथेली भी ना जले।

बुझा भी दो सिसकते हुए यादों के चिराग,
इनसे कब हिज्र की रातों में उजाला होगा।

याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी,
आईने को देखिये हमसे बात हो जायेगी,
शिकवा न करिए हमसे मिलने का,
आँखें बंद कीजिये मुलाकात हो जायेगी।

shayari teri yaad

नया कुछ भी नहीं हमदम
वही आलम पुराना है,
तुम्हें भुलाने की कोशिश है
तुम्हीं को याद आना है।

कभी यूँ भी हो कि बाज़ी पलट जाए सारी,
उसे याद सताए मेरी और मैं सुकून से सो जाऊं।

भीगते हैं जिस तरह से
तेरी यादों में डूब कर,
इस बारिश में कहाँ वो कशिश
तेरे खयालों जैसी।

बेताब से रहते हैं तेरी याद में अक्सर,
रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर,
जिस्म में दर्द का बहाना सा बना कर,
हम टूट कर रोते हैं तेरी याद में अक्सर।

बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी,
हर मोड़ पर खोई हुई एक याद मिली है।

ना कर जिद अपनी हद में रह ए दिल,
वो बड़े लोग है मर्जी से याद करते है।

मत सोच कि मैं तुझे भुला नहीं सकता,
तेरी यादों के पन्ने मैं जला नहीं सकता,
कश्मकश ये है कि खुद को मारना होगा,
और अपने खातिर तुझे रुला नहीं सकता।

कुछ धड़कता तो है सीने में मेरे रह-रह कर,
अब खुदा जाने तेरी याद है या दिल मेरा।

खौफ से लेते नहीं नाम कि सुन न ले कोई,
चुपके-चुपके हम तुम्हें याद किया करते हैं।

तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं,
गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं,
हम इर्द-गिर्द के मौसम से जब भी घबराये,
तेरे ख्याल की छाँव में बैठ जाते हैं।

बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी,
हर कदम पर खोई हुई एक याद मिल गयी।

तुमने किया न याद कभी भूल कर हमें,
हमने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया।

प्यास बुझती नहीं बरसात गुजर जाती है,
कितनी जल्दी ये मुलाकात गुजर जाती है,
अपनी यादों से कह दो यूँ न सताया करें,
नींद आती नहीं और रात गुजर जाती है।

जब तुम्हारी याद के ज़ख़्म भरने लगते हैं,
फिर किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं।

थक गया है दिल-ए-वहशी मेरा फ़रियाद से भी,
जी बहलता नहीं ऐ सनम तेरी याद से भी।

फिर उसी की याद में दिल बेक़रार हुआ है,
बिछड़ के जिस से हुई शहर-शहर रुसवाई।

फिर उसी की याद में दिल बेक़रार हुआ है,
बिछड़ के जिस से हुई शहर-शहर रुसवाई।

मजबूरियाँ सारी हम दिल में छिपा लेते हैं,
हम कहाँ रोते हैं हमारे हालात रुला देते हैं,
हम तो हर पल याद करते हैं सिर्फ आपको,
और आप भुला देने का इल्जाम लगा देते हैं।

तेरी बेरूखी का अंजाम एक दिन यही होगा,
आखिर भुला ही देंगे तुझे याद करते करते।

मजबूरियाँ सारी हम दिल में छिपा लेते हैं,
हम कहाँ रोते हैं हमारे हालात रुला देते हैं,
हम तो हर पल याद करते हैं सिर्फ आपको,
और आप भुला देने का इल्जाम लगा देते हैं।

आपसे दूर जाने का इरादा तो नहीं था,
साथ-साथ रहने का भी वादा तो नहीं था,
तुम याद आओगे ये जानते थे हम,
पर इतना याद आओगे अंदाज़ा नहीं था।

तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम,
बस यही एक वादा निभा पायेगें हम,
मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन,
तेरी याद दिल से न मिटा पायेगें हम।

भुला देने की आदत नहीं हमको,
हम तो आज भी वो एहसास रखते हैं,
बदले बदले तो आप हैं जनाब,
जो सिवा हमारे सबको याद रखते हैं।

shayari teri yaad

सुनो मेरी जान पास नहीं हो फिर भी तुमसे प्यार करते हैं
देखकर तस्वीर तुम्हारी तुम्हें याद करते हैं ,
दिल में ऐसी तड़प है तुमसे दूर रहकर
की हर पल तुमसे मिलने की फरियाद करते हैं.

सुनो मेरी जान नहीं रहा जाता
तेरी यादों के बिना
अब जिया नहीं जाता
तुम्हारे साथ के बिना.

तुम्हारी कसम जान
तुम्हारी बहुत याद आती है
तुम्हारी याद मुझे ,
बहुत तड़पाती है.

सुबह हो या शाम
हर पल तुम्हारी याद आती है ,
तुम्हारी याद में
मेरी आंखें भीग जाती है.

सुन मेरी जान दिल करता है चुरा लूं तुम्हें तकदीर से
क्योंकि दिल में बता मेरी जान ,
तुम्हारी तस्वीर से
क्योंकि तुम्हारी याद बहुत आती है.

सुनो मेरी जान हम तुमसे बात करते हैं
तुम्हारी कसम जान
हम तुम्हे बहुत याद करते हैं.

तुम्हारी यादों के सहारे
अब रहा नहीं जाता ,
तुम्हारे बिना मेरी जान
अब जिया नहीं जाता.

सुनो मेरी जान हर घड़ी हर पल
तुम्हारा इंतजार करते हैं ,
कब आओगे तुम
तुम्हारी याद में हरदम तड़पते हैं.

मेरी मोहब्बत को कभी भुला मत देना
बहुत याद आती है तुम्हारी ,
तुम हमसे प्यार करके
हमे छोड़ मत देना.

तेरी याद बहुत आती है
तुम कब आओगे हमारे पास ,
नहीं रहा जाता तुम्हारे बिना
तुम कब आकर गले लगाओगे.

सुनो मेरी जान जब जब तुम्हारी याद आती है
तो तुम्हारे ही यादों के ख्यालों में खो जाते हैं ,
रात तो गुजरती नहीं
तुम्हारे ही ख्यालों में रोते रोते सो जाते हैं.

तेरी याद में मेरी जान
रातों को नींद नहीं आती है ,
दिल तड़पता रहता है तुमसे मिलने को
हर एक धड़कन तुझे बुलाती है.

तेरी याद आती है तो दिल धड़कने लगता है
नहीं रह जाता तुम्हारे बिना ,
तुमसे मिलने के लिए दिल
तड़पने लगता है.

सुनो मेरी जान तुम बहुत याद आते हो
दिल करता है मेरी जान,
कि तुम्हारे पास आ जाऊं
आकर तुम्हें गले लगा लूं.

ना रातों को चैन
ना दिन को चैन आता है ,
तुम्हारी याद में हर पल
दिल धड़कता रहता है.

सुनो मेरी जान इतना याद आते हो
कि दिल रोने लगता है ,
नहीं रहा जाता तुम्हारे बिना
तेरे बिना यह सांसे भी रुकने लगता है.

सुनो मेरी जान आंखें खुलते ही
दिल में तुम्हारी याद होती है ,
मेरी जान हमेशा खुश रहो तुम
यही खुदा से फरियाद होती है

हर एक सांस में मेरी जान
तुम्हारे ही नाम आता है ,
सुबह हो या शाम हर पल हर घड़ी
तुम्हारा याद आता है.

सुन मेरी जान
तुम्हारी याद इतनी तड़पाती है ,
तुमसे मिलने के लिए
दिल बेचैन रहता है

Neeraj Yadav

मैं नीरज यादव इस वैबसाइट (ThePoetryLine.in) का Founder और एक Computer Science Student हूँ। मुझे शायरी पढ़ना और लिखना काफी पसंद है।

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