Upset Shayari In Hindi / अपसेट शायरी हिंदी में दोस्तों आज हमलोग इस पोस्ट में अपसेट शायरी हिंदी में और साद शायरी रिलेटेड कुछ ज़रूरी शायरी आपके लिए पोस्ट करने वाले हैं।अपने टूटे हुए दिल के दर्द को बयान करने या अपनी असफलता और परेशानियों को दोस्तों को दिखने के लिए sad shayari का इस्तेमाल किया जाता हैं अपसेट शायरी हिंदी को किसी सामने वाले person को अपने अंदर की feeling दिखने का सबसे बेहतरीन तरीका माना जाता हैं। और आज हम उसी तरीके के साथ और उसी लहज़े की शायरी पढ़ेंगे और आज हम अपनी फाइलिंग को अपने दोस्तों से शेर करेंगे वो भी शायरी से शायरी दिल छू जाती है और लोग शायरी पढ़ते और सुनते ही इसीलिए है की दिल की बात समझजा सकते आसान सी भासा या आसान से तरीके सेऔर आज हम दिल की बात शायरी की ज़ुबान से करने जा रहे है हमारे उन दोस्तों को काफी मदद मिलने वाली है जो हमारे दोस्त प्यार में पड़े है या प्यार में धोका खाये बैठे है या किसी भी बात से परेशां है या अपसेट है हमारे लिए ज़रूरी है खुश रहना और खुसी से इंसान सब परेशानी भुला सकता है आज हम अपने दिल दिमाग का ये टेंसन को भुला कर साद शायरी और अपसेट शायरी पढ़ते है और अपने दोस्तों और प्यार को ये अहसास करवाते है की हम उनको कितना चाहते है इस युग में लड़के और लड़कियां जिस तरह love stories को पढ़ने में अपनी रुचि दिखाते हैं उससे कई गुना ज्यादा sad shayari को पढ़ने में दिखाते हैं यह शायरी आपको काफी पसंद आने वाला हैं क्योंकि सारे के सारे unique और attractive हैं।चलिये इन शायरियों को देखते हैं dard bewafa heart broken
Upset Shayari In Hindi / अपसेट शायरी हिंदी में
प्यार हो या परिंदा,
दोनों को आज़ाद छोड़ दो,
अगर लौट आया तो तुम्हारा,
और अगर न लौटा तो वह तुम्हारा था ही नहीं कभी..
कुछ रिश्ते आजकल
उस रास्ते पर जा रहे हैं,
न साथ छोड़ रहे हैं,
और न ही साथ निभा पा रहे हैं…
शिकायत नहीं ज़िंदगी से,
की तेरे साथ नहीं,
बस तू खुश रहना यार,
अपनी तो कोई बात नहीं.
अब न करेंगे,
तुमसे कोई सवाल,
काफी हक़ जताने लगे थे तुमपर,
माफ करना यार..
अजीब हैं मेरा अकेलापन
न तो खुश हूँ,
न ही उदास हूँ,
बस खाली हूँ
और खामोश हूँ..
एक उम्र बीत चली हैं,
तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर हैं,
कल की तरह..
तेरी एक झलक पाने के लिए,
तरश जाता हैं मेरा दिल,
खुश किस्मत हैं वो लोग
जो तुझे रोज देखते हैं..
जिसने भी कहा हैं,
सच ही कहा हैं,
सुकून तो मरने के
बाद ही आता हैं..
जो सबको संभालने की कोशिश करता हैं न,
उसको संभालना हर कोई भूल जाता हैं…
जख्म ही देना था,
तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था,
मगर कम्बख्त तूने तो,
हर वार दिल पर ही किया.
Upset Shayari In Hindi / अपसेट शायरी हिंदी में
जिस तरह मैंने तुझें चाहा,
कोई और चाहे तो भूल जाना मुझें
हमने सोचा था,
बताएंगे दिल का दर्द तुझको,
पर तुमने तो इतना भी न पूछा,
खामोश क्यों हो तुम…
रहना चाहते थे साथ तुम्हारे,
पर इस जमाने ने रहने न दिया,
कभी वक़्त की खामोशी में खामोश रहे,
तो कभी उनकी खामोशी ने
कुछ कहना न दिया…
ऐसे तो हर कोई
प्यार प्यार कहता रहता हैं,
मगर एक सच्चे प्यार की कीमत वही जानता हैं,
जिसने प्यार तो किया हैं,
मगर उसे उसका प्यार मिला ही नहीं..
न अपने साथ हूँ,
ना तेरे पास हूँ,
बस कुछ दिनों से,
बस युही उदास हूँ।
आदत बना ली मैंने खुद को
तकलीफ देने की
ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे
तो ज्यादा तकलीफ न हो
ज़िंदगी में हर मौके का फायदा उठाओ,
मगर किसी के भरोसे का नहीं…
छोड़ दिया हमने लोगों का पीछा करना,
जिससे जितनी मोहब्बत की,
उसने उतना ही गिरा हुआ समझा.
लोग कहते हैं दुख बुरा होता हैं,
जब कभी भी आता हैं रुलाकर चला जाता हैं,
हम कहते हैं दुख अच्छा होता हैं,
जब कभी भी आता हैं,
अपनो का पता चल जाता हैं
हम दोनों धोखा खा गए हैं,
मैंने तुम्हें औरों से अलग समझा,
और तुमने मुझें औरों जैसा समझा
Upset Shayari In Hindi / अपसेट शायरी हिंदी में
आज उसने एक और दर्द दिया हैं,
तो मुझे याद आया,
मैंने ही तो दुवाओ में,
उसके सारे गम मांगे थे..
एक वो हैं जो अपनी मर्ज़ी से
बात करते हैं और
एक हम हैं जो उनकी
मर्ज़ी का इंतज़ार करते हैं..
कभी कभी अपनो से ऐसा,
दर्द मिलता हैं,
आँशु तो पास होते हैं,
मगर रोया नहीं जाता..
अच्छा तो कुछ भी नहीं,
पर जो भी हैं सही हैं..
मौत का पता नहीं,
इसलिए बात कर लिया करो,
क्या पता आप याद करो,
और हम न रहे..
जिसका मिलना किस्मत में नहीं होती,
उससे मोहब्बत भी बेइंतहा होती हैं..
जब भी उदास हो जाओ,
तो रो दिया करो,
चेहरे पढ़ना अब भूल गए हैं लोग..
दिल से हमे पुकारा न करो,
यू आँखों से इशारा न करो,
तुमसे दूर मजबूरी हैं हमारी,
तन्हाई में युही तड़पाया न करो…
वो दिन नही वो रात नहीं,
वो पहले जैसे जज्बात नहीं,
होने को तो हो जाती हैं बात उनसे,
मगर बातों में भी पहले जैसे बात नहीं
मुस्कुराना हमारी मजबूरी हैं,
जिंदगी तो ऐसे भी हमसे नाराज रहती हैं
कौन याद करता हैं गुजरे हुए वक़्त को,
लोग तो दो दिन में नाम तक भूल जाते हैं।
Upset Shayari In Hindi / अपसेट शायरी हिंदी में
प्यार उससे करो जो दिल से अच्छा हो,
उससे नहीं जो केवल दिखने में अच्छे हो
जब अपनो ने ही मुँह मोड़ लिया,
तो पराए लोगों के लफ़्ज़ों से क्या फर्क पड़ता हैं…
बेहतर हैं उन रिश्तों का टूट जाना,
जिस रिश्ते की वजह से आप टूट रहे हैं..
हो सके तो दोस्ती कर लेना,
पर दिल किसी से कभी न लगाना.
आज हम तरस रहे हैं तुम्हारे लिए,
कल तुम तरसोगे हमारे लिए
एक चाहत हैं मेरी,
की एक ऐसा चाहने वाला हो मेरा,
जो चाहने में बिल्कुल भी मेरे जैसा हो…
तू तो मेरी जान थी,
पर क्यों तेरी यादे,
मेरी जान ले रही हैं…
मुझें मुझसे भी बेहतर तरीके से जानने वाले,
मैं अब तक खुद से ही अंजान हूँ…
किसी ने खूब कहा हैं,
मोहब्बत नहीं जनाब,
यादे रुलाती हैं..
बुरा नहीं हूँ मैं,
अपनी कुछ कहानी हैं,
टूट चुका हूँ मैं,
अपनो की ही मेहरबानी हैं
Upset Shayari In Hindi / अपसेट शायरी हिंदी में
दर्द सहते सहते,
लोग हँसना नहीं,
रोना भी छोड़ देते हैं..
मुस्कुराकर दर्द को सहना क्या सीख लिया,
सब ने समझा तकलीफ होती ही नहीं हैं मुझकों
मैं शिकायत नहीं करूंगा कि
तू मुझसे बात कर,
बस वक़्त के साथ,
मैं भी बात करना छोड़ दूंगा…
तुम चाहती हो की,
तुमसे बिछड़कर भी खुश रहू,
इसका मतलब रूह भी निकले,
पर जान भी न जाए..
मैं चाहता हूँ कि
एक ऐसा हादसा हो मेरे साथ,
जिसमें भूल जाऊ वो ज़िंदगी,
जो गुज़ारी हैं तेरे साथ..
अजीब हैं इस दुनिया के लोग मेरे खुदा,
जितना ही मोहब्बत करों,
उतना ही गिरा हुआ समझ लेते हैं
आज परेशान हूँ तो,
कल आराम भी आएगा,
खुदा तो मेरा भी हैं,
आखिर कब तक मुझकों रुलाएगा।
ज़िंदगी में गुलाब के तरह खिलना हैं,
तो काटो से तालमेल बढ़ाना ही पड़ेगा.
ज़िंदगी होगी तो कल फिर फिक्र होगी तेरी,
अगर कल चल बसे तो अपना ख्याल जरूर रखना.
बेइम्तहाँ मोहब्बत हो गई हैं उनसे,
कैसे बताऊँ हम उन्हें,
तारीफ करूँ, शजदा करू या उन्हें सीने से लगाउ
अपसेट शायरी हिंदी में
कभी पीठ पीछे कोई बात चले
तो डरना मत,
क्योंकि बात तो उनकी ही होती हैं,
जिनमें कोई बात होती हैं..
बहुत सारी तस्वीर तो नही तुम्हारे साथ,
लेकिन हर ख्वाब में,
मैंने तुम्हें ही देखा हैं…
इंसान इन जगहों पर,
जरूर हार जाता हैं,
एक अपने प्यार से,
और दूसरा अपने परिवार से..
किसी के आने और जाने से,
जीवन नही बदलता,
बस जीने का अंदाज़ बदल जाता हैं..
ज़िंदगी में ऐसा बनों,
की वक़्त के साथ तुम न बदलो,
बल्कि वक़्त के साथ मिलकर वक़्त को बदल दो…
जब दर्द खुद को ही सहना हैं,
फिर औरों को बताना क्या…
पत्थर की एक कमी हैं,
की वो पिघलता नहीं,
लेकिन उसकी एक खूबी हैं
जो कभी बदलता नहीं हैं
हम कहाँ औरों में अपनी खुशी तलाश करते हैं,
हम तुम्हें देखकर सारे दर्द नजर अंदाज करते हैं
क्या मालूम था की
दिल यूँही बिखर जाएगा,
टूट जाएगा आईना,
और दिल बिखर जाएगा
जब भी तुम्हारा हौसला,
आसमान की ऊँचाई तक पहुँच जाएगा,
कोई न कोई तुम्हारे पंख काटने
जरूर आएगा…
अपसेट शायरी हिंदी में
पहला प्यार हुआ तो ऐसे इंसान से हुआ,
जिसे भूलना बस में नहीं,
और पाना किस्मत में नहीं.
न कर ज़िद ए मेरे दिल,
अपनी हद में रह ए मेरे दिल,
वो बड़े लोग हैं,
अपनी मर्ज़ी से याद करते हैं…
थक चुका हूँ अपने आपकों साबित करते करते,
अच्छा हैं तुमनें पराया समझ लिया..
सच्चा प्यार केवल दो पल के लिए ही होता हैं,
पर जख्म सालों के लिए दे जाता हैं.
बुरा वक्त भी कमाल का हैं,
जी कहने वाले भी,
तू कहने लगते जाते हैं
मतकर इतना यकीन मुझपर,
मैं तो खुदको भी धोखे में रखता हूँ..
कौन हूँ मैं ऐ ज़िंदगी,
मुझे तू ये बता,
थक गया हूँ अपना,
पता ढूंढते ढूंढते
कभी मिले फुरसत,
तो हमें जरूर बताना,
वो कौन सी मोहब्बत थी,
जिसे हम तुम्हे दे ना सके..
सजा तो बहुत मिली मुझें,
इस ज़िंदगी में,
पर कसूर क्या था मेरा,
ये ना बताया कभी मुझें.
हमेशा मैं ही क्यों डरु तुझको खोने से,
कभी तू भी डरे मेरे न होने से..
अपसेट शायरी हिंदी में
तेरे बदलने का दुःख नहीं हैं मुझकों,
हम तो अपने यकीन पर शर्मिंदा हैं.
बहुत दर्द देती हैं उनकी यादें,
सो जाऊ तो जगा देती यादें,
और जग जाऊ तो रुला देती..
क्रोध भी क्या करू तुमसे,
आज भी हस्ते हुए अच्छी लगती हो
पागलपन और बुद्धिमता के बीच का फ़र्क़,
कामयाबी से मापा जाता हैं..
बेशक बातें कम हो गई हैं,
पर फिक्र हर पल रहती हैं तेरी…
बेशक बातें कम हो गई हैं,
पर फिक्र हर पल रहती हैं तेरी…
आँखे थक जाती हैं,
आसमान देखते देखते,
पर वो तारा नही टूटता,
जिसे देख तुझे मांग लूं..
तू तो मेरी जान थी,
पर क्यों तेरी यादें,
मेरी जान ले रहीं हैं…
आँखों को आराम और दिल को सुकून मिलता हैं,
जब कभी भी तुझे एक पल के लिए देखता हूँ
युही रुलाया न कर ऐ मेरी ज़िंदगी,
जरूरी नहीं सबकी किस्मत में,
चुप कराने वाला मौजूद हो
मेरी मोहब्बत को युही नीलम न कर,
गरीब हूँ खरीद नहीं पाऊंगा.
अपसेट शायरी हिंदी में
मुझे किसी के बदल जाने का,
कोई दुख नहीं,
बस कोई ऐसा था,
जिससे ऐसी उम्मीद न थी..
कौन बोलता हैं की मैं चाहत नहीं किसी का,
मुसीबतों से पूछों की वो मुझें कितना चाहते हैं…
न जाने कैसी नजर लगी हैं इस जमाने की,
वज़ह ही नहीं मिल रहीं मुस्कुराने की
यादों का क़ीमत वो क्या जाने,
जो खुद ही यादों को मिटाकर बैठे हैं,
यादों की कीमत तो उनसे पूछो,
जो यादों के सहारे ज़िंदगी बिता दिया करते हैं
इस छोटी सी ज़िंदगी ने,
बड़ा सबक सिखाया,
रिश्ता सबने रखा,
लेकिन उम्मीद किसी ने न निभाया..
जिसे हद से ज्यादा प्यार किया था मैंने,
जिसे अपनी ज़िंदगी का हिस्सा समझा लिया था मैंने,
उसने छोड़ दिया साथ ही मेरा
जिसे सबसे ज्यादा भरोसा किया था मैंने..
तेरी नफरत में वो दम कहा,
जो मेरी चाहत को कम करदे.
कौन कहता हैं कि,
दिल को सिर्फ लफ़्ज़ों से तोड़ा जाता हैं,
तेरी खामोशी भी कभी कभी,
आँखे नम कर देती हैं.
सबकुछ समझ जाता हूँ,
मैं चुप रहकर भी,
सिर्फ तेरी खुशि के लिए,
नादान बना फिरता हूँ..
डिग्री कूड़े के भाव बिक जाती हैं,
जब ज़िंदगी इम्तिहान लेना शुरू करती हैं.
`अपसेट शायरी हिंदी में
है परेशानियाँ यू तो इस जीवन में बहुत,
लेकिन कम्बख्त तेरी मोहब्बत से ज्यादा,
किसी ने परेशान नहीं किया..
हम तो आए ही हैं बर्बाद होने के लिए,
तुम तो सिर्फ एक बहाना हो.
मेरे हालातों को देखकर ही सही,
मगर आप हमेशा हस्ते रहा कीजिए.
दर्द की शाम हो या दुख भरा सवेरा हो,
सबकुछ कबूल हैं मुझें अगर जीवनभर साथ तेरा हो.
जिंदगी ने मुझे तोड़ा होता,
तो मैं फिर उठ खड़ा होता,
लेकिन इस जिंदगी ने मेरे हौसले ही तोड़ दिए,
अब उठना मेरे लिए न मुमकिन सा हैं।
जो मुझें चाहिए वो मुझें न दे सके
इससे मुझें कोई गम नहीं हैं,
जो उसे चाहिए वो मैं दु,
ये क्या कम हैं..
तकलीफ उन्हें बताओ,
जो उन्हें समझने के काबिल हो…
सारे जमाने में बट गया वक़्त उसका,
मेरे हिस्से में तो केवल उसके बहाने ही आए..
अब थोड़ा भी फ़र्क़ नहीं पड़ता आपकी बेरुखी से,
अब तो दिल को आदत सी हो गई हैं,
खामोश रहने की.
आप साल बदलते जरूरी देखें हैं,
मैंने सालों भर लोगों को बदलते देखा हैं.
अपसेट शायरी हिंदी में
एक ही इंसान पर लूटा दे,
जो जिंदगी अपनी,
ऐसे लोग अब किताबों में ही मिला करते हैं..
यकींन मानो लाख कोशिश कर चुका हूँ मैं,
न ही धड़कने रुकती हैं और न तेरी यादें
उसको भी हम से मोहब्बत हो ज़रूरी तो नहीं…
इश्क ही इश्क की कीमत हो ज़रूरी तो नहीं.
दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते,
गम के आंसू न बहाते तो और क्या करते,
उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ,
हम खुद को न जलाते तो और क्या करते।
ना जिंदगी मिली न वफ़ा मिली,
क्यों हर खुशी हम से खफा मिली,
झूठी मुस्कान लिए दर्द छुपाते रहे
सच्चे प्यार की हमें क्या सजा मिली
ना वो आ सके, ना हम कभी जा सके,
ना दर्द दिल का किसी को सुना सके,
बस खामोश बैठे हैं उनकी यादों में,
ना उसने याद किया ना हम उसे भुला सकें।
दर्द देकर इश्क ने हमें रुला दिया,
जिसपे मरते थे उसने ही हमें भुला दिया,
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते मगर,
उन्होंने तो यादों में ही जहर मिला दिया
उल्फत बदल गई, कभी नियत बदल गई,
खुदगर्ज जब हुए तो सीरत बदल गई,
अपना कसूर दूसरों के सिर पर डाल कर,
कुछ लोग सोचते हैं हकीकत बदल गई।
दुनिया में उल्फत का यही दस्तूर होता है,
दिल से जिसे चाहो वही हमसे दूर होता है,
दिल टूट कर बिखरता है इस कदर जैसे,
काँच का खिलौना टूट कर चूर चूर होता है
रश्मों को जंजीरें भी तोड़ी जा सकती हैं,
तेरी खातिर दुनिया भी छोड़ी जा सकती है,
उसको भुलाकर हमें ये मालूम हुआ,
आदत कैसी भी हो छोड़ी जा सकती है
अपसेट शायरी हिंदी में
दर्द में इस दिल को तड़पते देखा,
अपने सामने हर रिश्ते को बिखरते देखा,
कितने प्यार से सजाई थी ख्वाबों की दुनिया,
उसे अपने आंखों के सामने बिखरते देखा
जिनके याद में हम दीवाने हो गए,
वो हमसे ही अनजाने हो गए,
उसे तलाश है नए साथी की,
क्योंकि उसकी नजर में हम पुराने हो गए
वक्त गुजर जाता है कहानी बनकर,
याद रह जाती है सिर्फ निशानी बन कर,
हम तो हमेशा दिल के करीब रहेंगे,
कभी मौसम तो कभी आंखों का पानी बनकर
मोहब्बत सिखा कर जुदा हो गया,
ना सोचा ना समझा खफा हो गया,
दुनिया में किसको हम अपना कहें,
जो अपना था वही बेवफ़ा हो गया।
पलकों में आंसू और दिल में दर्द रोया,
हसने वालों को क्या पता रोने वाला किस कदर रोया,
मेरी तन्हाई का आलम वही जान सकता है,
जिसने जिंदगी में किसी को पाने से पहले खोया।
लोग मिल जाते हैं कहानी बन कर,
दिल में बस जाते हैं निशानी बन कर,
जिन्हें हम रखना चाहते हैं अपनी आंखों में,
क्यों निकल जाते हैं वो पानी बन कर।
रात गहरी थी डर भी सकते थे,
हम जो कहते थे कर भी सकते थे,
तुम जो बिछड़े तो ये भी न सोचा,
हम तो पागल थे मर भी सकते थे!
उसके चेहरे पर इस कदर नूर था,
कि उसकी यादों में रोना मंजूर था,
बेवफा भी नही कह सकते उनको,
प्यार तो हमने किया वो तो बेकसूर था
खुदा करे मैं मर जाऊं
तुझे खबर ना मिले,
तू ढूंढता रहे मुझे पागलों की तरह
पर तुझे कब्र ना मिले।
कबर पे वो रोने आए हैं,
मुझे तुमसे प्यार है ये कहने आए हैं,
जब जिंदा था तो रुलाया बहुत था,
अब आराम से सोए हैं तो जगाने आए हैं
वो इश्क नही, कारोबार कर रहे थे,
की जब फुर्सत में थे, तभी प्यार कर रहे थे!
वक्त ने मुझे चुप रहना सिखा दिया,
और हालातों ने सहना सिखा दिया,
अब किसी की आस नही जिंदगी में,
क्योंकि मेरी तन्हाइयों ने मुझे अकेले रहना सिखा दिया।
भूला तो नही होगा,
पर अब पहले सी वो बात भी नही है,
थे सबसे खास कभी उनके,
पर अब हम सबके बाद भी नही हैं
कोई रिश्ता नया या पुराना नही होता,
जिंदगी का हर पल सुहाना नही होता,
जुदा होना तो किस्मत की बात है,
पर जुदाई का मतलब भुलाना नही होता।
अपसेट शायरी हिंदी में
यूं पलके झुका देने से नीद नही आती,
सोते वही लोग हैं, जिनके पास किसी की यादें नही होती.
किसी के दिल का दर्द किसने देखा है,
देखा है, तो सिर्फ चेहरा देखा है,
दर्द तो तन्हाई में होता है,
लेकिन तन्हाइयों में लोगों ने हमें हंसते हुए देखा है
जिंदगी गुजर रही है,
इम्तिहानों के दौर से,
एक ज़ख्म भरता नही,
और दूसरा आने की जिद करता है
ऐसा भी क्या जीना मेरा,
की पल पल तड़पता हूं मैं,
किसी की याद में किसी के इंतजार में,
रोज़ जीता रोज़ मरता हूं मैं।
नजरों से देखो तो आबाद हैं हम,
दिल से देखो तो बर्बाद हैं हम,
जीवन का हर लम्हा दर्द से भर गया है,
फिर कैसे कह दें आज़ाद हैं हम।
आँखों में आ जाते हैं आंसू,
फिर भी लबों पे हँसी रखनी पड़ती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज है यारों,
जिस से करते हैं उसी से छुपानी पड़ती है
जिंदगी से शिकवा नहीं कि
उसने गम का आदी बना दिया,
गिला तो उनसे है जिन्होंने रोशनी की
उम्मीद दिखा के दिया ही बुझा दिया
जिंदगी का हर ज़ख्म उसकी मेहरबानी है,
मेरी जिंदगी एक अधूरी कहानी है,
मिटा देता हूं मैं सीने से हर दर्द,
लेकिन ये दर्द उसकी आखरी निशानी है।
मुझे भी सिखा दो
भूल जाने का हुनर,
मैं थक गया हूं, हर लम्हा
हर सांस तुम्हे याद करते करते
चले जायेंगे एक दिन
तुझे तेरे हाल पर छोड़कर,
कदर क्या होती है,
ये तुझे वक्त बताएगा
जिंदगी की तलाश में मौत की
राह चलते गए,
समझ आया जब तक, तब तक
तन्हाइयों में डूबते चले गए।
अपसेट शायरी हिंदी में
सांसों से बंधी थी एक डोर
जो तोड़ दी हमने,
अब हम भी चैन से सोयेंगे,
मोहब्बत छोड़ दी हमने.
मेरी चाहत ने उसे खुशी दे दी,
बदले में उसने मुझे खामोशी दे दी,
खुदा से दुआ मांगी मरने की तो,
उसने भी तड़पने के लिए जिंदगी दे दी
मंजिल भी उसी की थी रास्ता भी उसी का था,
एक हम अकेले थे, काफिला भी उसी का था,
साथ साथ चलने की कसम भी उसी की थी
और रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था
तुमको पाकर भी खाली मेरे हाथ रह गए,
क्यूं कश्मकश में ही मेरे जज़्बात रह गए,
कुछ बातें, कुछ यादें और थोड़ी सी तन्हाई,
बस कुछ ख्यालों के साए मेरे साथ रह गए।
जीना चाहा तो जिंदगी से दूर थे हम,
मरना चाहा तो जीने को मजबूर थे हम,
सर झुका कर कुबूल कर ली हर सजा,
बस कसूर इतना था कि बेकसूर थे हम।
आंसू आ जाते हैं रोने से पहले,
ख्वाब टूट जाते हैं सोने से पहले,
लोग कहते हैं कि मोहब्बत एक गुनाह है,
काश कोई रोक लेता मुझे ये गुनाह होने से पहले।
नदी से किनारे छूट जाते हैं,
आसमान से तारे टूट जाते हैं,
जिंदगी की राह में अक्सर ऐसा होता है,
जिसे हम दिल से चाहते हैं वही हमसे रूठ जाते हैं
उल्फत बदल गई, कभी नियत बदल गई,
खुदगर्ज जब हुए, तो फिर सीरत बदल गई,
अपना कसूर दूसरों के सर पर डालकर,
कुछ लोग सोचते हैं, हकीकत बदल गई।
वो करीब भी ना आए, तो इजहार क्या करते,
खुद बने निशाना, तो शिकार क्या करते,
मर गए पर खुली रखी आंखे,
इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते।
तमाम उम्र जिंदगी से दूर रहे,
तेरी खुशी के लिए तुझसे दूर रहे,
अब इस से बढ़कर वफ़ा की सजा क्या होगी,
कि तेरे होकर भी तुझसे दूर रहे
मैंने कहा रंगो से इश्क़ है मुझे,
फिर जमाने ने हर रंग दिखाया मुझे
जवाब लेने चले थे, सवाल ही भूल गए!
अजीब है ये इश्क भी, अपना हाल भी भूल गए!
कुछ ना बचा मेरे इन, दो खाली हाथों में,
एक हाथ से किस्मत रूठ गई,
तो दूसरे हाथ से मोहब्बत छूट गई।
कुछ गम…कुछ ठोकरें…
कुछ चीखें उधार देती है…
कभी कभी जिंदगी…
मौत आने से पहले ही मार देती है
जिंदगी में कुछ हसीन पल यूंही गुजर जाते हैं
रह जाती हैं यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं।
कुछ अजीब सा चल रहा है, ये वक्त का सफर…
एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर
लाख चाहूं कि तुझे याद ना करूं मगर,
इरादा अपनी जगह, बेबसी अपनी जगह.
तुम्हारी और हमारी रात में बस फर्क इतना है
तुम्हारी सो के गुजरती है
हमारी रो के गुजरती है।